मेटाबोलिक स्ट्रेचिंग फ्लैक्सिबिलिटी बढ़ाने के साथ वजन भी करती है कम, यहां हैं 5 फैट बर्निंग मेटाबोलिक स्ट्रेच
आपकी थाइज, आर्म्स और बैक साइड के कुछ हिस्साें में फैट डिपोजिशन बहुत ज्यादा होता है। जिससे वहां स्टिफनेस बढ़ जाती है और मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं। जानें कैसे करना है इन्हे कम।
यदि आप मानते हैं कि स्ट्रेचिंग (stretching) केवल लचीलेपन (flexibility) को बढ़ाने और तनावग्रस्त मांसपेशियों को राहत देने के लिए काम करती है, तो शायद आप मेटाबोलिक स्ट्रेचिंग से परिचित नहीं हैं। स्ट्रेचिंग का यह रूप आपको दो तरीके से लाभ पहुंचाता है। यह आपके शरीर में लचीलापन तो बढ़ाती ही है, साथ ही आपके आपके वजन को भी कम करने में मदद करती हैं।
मेटाबोलिक स्ट्रेचिंग करने से न केवल आपका मेटाबोलिज्म बढ़ता है, बल्कि गहन शक्ति वाले व्यायाम सेशन को करने के लिए सहनशक्ति भी बढ़ती है। ये सभी स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज मांसपेशियों को सक्रिय करने में मदद करती है। बेहतर संकुचन से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और फैट बर्न होता है। अधिक जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें: मेटाबोलिक स्ट्रेचिंग फ्लैक्सिबिलिटी बढ़ाने के साथ वजन भी करती है कम, यहां हैं 5 फैट बर्निंग मेटाबोलिक स्ट्रेच
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