बिहार में पुणे के आयकर अधिकारी से ही मांग ली रिश्वत
- बोर्ड ने कहा है कि पांच फरवरी के बाद इस संबंध में पुन: समीक्षा कर आवश्यकतानुसार दिशा-निर्देश समिति द्वारा जारी किया जाएगा। गौरतलब है कि समिति की ओर से एक से 15 फरवरी तक इंटर की परीक्षा है।
देश में भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा है। भ्रष्टाचार से त्रस्त आम आदमी को आपने कई बार न्याय के लिए गुहार लगाते सुना होगा। कई बार इन भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई भी होती है लेकिन बावजूद इसके भ्रष्टाचार का दीमक खत्म नहीं हो रहा है। अब बिहार में एक आयकर अधिकारी से ही रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है। भ्रष्टाचार का यह मामला उजागर होने के बाद से हड़कंप मच गया है। दरअसल महाराष्ट्र के पुणे में तैनात एक आयकर अधिकारी ने दानापुर सीओ के कार्यालय में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
आयकर अधिकारी से 20,000 रुपये घूस की डिमांड
आयकर अधिकारी ने अब जिलाधिकारी को खत लिख इस भ्रष्टाचार से उन्हेें भी अवगत कराया है। डीएम के नाम लिखे पत्र में इंकम टैक्स अफसर ने कहा है कि उनके पैतृक संपत्ति में बंटवारे के लिए दिए गए आवेदन को निपटाने के लिए सीओ कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है। इधर, इस मामले में सीओ से उनका पक्ष जानने के लिए कई बार सरकारी नंबर पर कॉल किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इस संबंध में एसडीएम दिव्यशक्ति ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी।
ED में भी दे चुके हैं सेवा
अनीश कुमार वर्तमान में पुणे में आयकर अधिकारी के रूप में तैनात हैं। इससे पहले वह सात वर्षों तक पटना के ईडी कार्यालय में प्रतिनियुक्ति पर थे। उनका आरोप है कि आठ अप्रैल 2021 को उनके पिताजी के निधन के बाद दोनों भाइयों ने पारिवारिक बंटवारा के लिए सीओ कार्यालय में ऑनलाइन आवेदन दिया। समुचित कागजात भी जमा किए गए।
आयकर अधिकारी ने कहा है कि आवेदन में बंटवारे का डीड, जमीन खरीदगी का डीड, अद्यतन राजस्व रसीद, पिता का मृत्यु का प्रमाण पत्र आदि संलग्न किया गया। इसके बावजूद कार्यालय द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। सस संबंध में बात करने पर सीओ ने कर्मचारी से संपर्क करने को कहा। मेरे एक संबंधी ने जब राजस्व कर्मचारी से संपर्क किया तो उसने पोर्टल पर डिफेक्ट होने का कारण बताया।
गहनता से होगी जांच - SDM
मामले के निपटारा करने के लिए 20 हजार रिश्वत की मांग की जा रही है। इसीलिए परेशान होकर डीएम के यहां गुहार लगाई है। दानापुर एसडीएम ने बताया कि इस मामले की गहनता से जांच होगी। उनके आरोपों में कितनी सच्चाई है इसकी छानबीन की जाएगी। यदि सचमुच में ऐसा है तो संबंधित अधिकारी और कर्मचारी पर जरूर कार्रवाई होगी।