बिहार में 3 ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की घोषणा होते ही एक्शन में AAI, 6 फरवरी को राजगीर आएगी सर्वे टीम
बिहार के 3 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों के निर्माण की घोषणा होते ही एयरपोर्ट ऑथरिटी ऑफ इंडिया एक्टिव हो गई है। 6 फरवरी को सर्वे टीम राजगीर पहुंचेगी। 7 दिनों तक सर्वेक्षण करेगी। राज्य में राजगीर, भागलपुर और सोनपुर में ग्रीनलैंड एयरपोर्ट खुलेंगे।
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केंद्रीय बजट में बिहार के नालंदा जिले के राजगीर, भागलपुर और सारण जिले के सोनपुर में तीन ग्रीनफील्ड हवाईअड्डा निर्माण की घोषणा के बाद से ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) एक्शन में आ गया है। 6 फरवरी को सर्वे टीम राजगीर पहुंचेगी। जो हवाई क्षेत्र के आसपास की मैपिंग करेगी। बाधाओं को हटाने और कम करने की सिफारिश करेगी। पटना हवाई अड्डे के निदेशक उमा शंकर ने बताया कि कुछ दिन पहले जानकारी मिली कि एएआई की टीम ओएलएस सर्वेक्षण करने के लिए 6 से 12 फरवरी के बीच राजगीर का दौरा करेगी। हमने पहले पिछले नवंबर में राजगीर में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के लिए एक प्री सर्वे किया था।
ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के लिए बिहार सरकार ने पटना से लगभग 90 किलोमीटर दूर, नालंदा जिले के सिलाओ के पास लगभग 1,200 एकड़ भूमि की पहचान की है। . हालांकि, अभी तक भूमि का अधिग्रहण नहीं किया गया। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, कि ओएलएस सर्वेक्षण के निष्कर्षों के आधार पर एएआई द्वारा साइट को मंजूरी दिए जाने के बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। अधिकारी ने कहा, एक बार राजगीर के लिए ओएलएस सर्वेक्षण पूरा हो जाने के बाद, हम सोनपुर और भागलपुर के लिए भी इसी तरह के सर्वेक्षण की उम्मीद कर रहे हैं।
हालांकि पिछले साल राजगीर में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे पर काम तेजी से किया गया है, लेकिन एएआई पटना को भागलपुर में जमीन की उपलब्धता के बारे में जानकारी नहीं थी। सोनपुर में पहचानी गई जमीन हाजीपुर-छपरा चार लेन राजमार्ग से लगभग 4 किलोमीटर दूर है, और पटना से लगभग 20-25 किमी दूर है। वहीं 1216.90 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर नए टर्मिनल भवन, बहु-स्तरीय कार पार्किंग सुविधा और पार्किंग-वे के विकास के साथ मौजूदा पटना हवाई अड्डे का विस्तार किया जा रहा है। इस विस्तार से पटना एयपोर्ट की क्षमता सालाना 3 लाख से 10 लाख यात्रियों तक बढ़ जाएगी।
पटना हवाई अड्डे के अलावा, बिहटा हवाई अड्डे को भी एक ब्राउनफील्ड परियोजना के रूप में विकसित किया जा रहा है। भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने अपने लोकसभा क्षेत्र सारण जिले के सोनपुर में एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के लिए लगभग 1,200 एकड़ भूमि की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। रूडी ने फोन पर बताया कि केंद्र मुख्य रूप से राजगीर, भागलपुर और सोनपुर में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे बनाने के बिहार सरकार के प्रस्ताव पर सहमत हो गया है। राज्य सरकार को इसे यहां से आगे बढ़ाना चाहिए और हवाई अड्डों पर अपना प्रस्ताव केंद्र को सौंपना चाहिए।
रूडी ने कहा तीन हवाई अड्डों के लिए मॉडल तय किया जाना चाहिए। यह वो जगह हो सकती है जहां राज्य सरकार भूमि अधिग्रहण करती है, और इसे केंद्र को मुफ्त में देती है, फिर केंद्र हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे का विकास करता है। दूसरी सार्वजनिक-निजी भागीदारी पहल हो सकती है, जहां सरकार एक सुविधा प्रदाता की भूमिका निभाती है। एएआई को 12,000 फीट रनवे की लंबाई वाले ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के लिए न्यूनतम 1,000-1,200 एकड़ भूमि की आवश्यकता होती है। जिस पर चौड़ी बॉडी वाले अंतरराष्ट्रीय विमानों को उतारा जा सकता है।
राज्य कैबिनेट ने पिछले साल अप्रैल में राजगीर और भागलपुर में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों को विकसित करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी। बिहार में वर्तमान में तीन परिचालन सिविल एयरोड्रोम हैं, जिनमें से एक-एक पटना, गया और दरभंगा में हैं। पूर्णिया, जो एक रक्षा एयरबेस है, उसे नागरिक उड़ानों के लिए भी विकसित किया जा रहा है। एएआई ने पूर्णिया में सिविल एन्क्लेव के निर्माण के लिए पहले ही निविदा जारी कर दी।