महाकुंभ में स्नान पर्व मकर संक्रांति पर सीएम योगी ने क्यों नहीं लगाई डुबकी? मुख्यमंत्री ने खुद बताया
- महाकुंभ में इंतजामों को देखने के लिए एक बार फिर रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे हैं। इस दौरान मीडिया से बातचीत में सीएम योगी ने यह भी बताया कि पहले दो स्नान पर्वों पौष पूर्णिया और मकर संक्रांति पर वह खुद स्नान के लिए क्यों नहीं पहुंचे।
महाकुंभ में इंतजामों को देखने के लिए एक बार फिर रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे हैं। यहां पर पहुंचते ही सीएम योगी ने संतों से मुलाकात की और अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरे आयोजन की समीक्षा भी की। इस दौरान मीडिया से बातचीत में सीएम योगी ने यह भी बताया कि पहले दो स्नान पर्वों पौष पूर्णिया और मकर संक्रांति पर वह खुद स्नान के लिए क्यों नहीं पहुंचे।
सीएम योगी ने कहा कि चाहे देशी हों या विदेशी यहां पर जो भी स्नान कर रहा है, अभिभूत होकर जा रहा है। पौष पूर्णिया और मकर संक्रांति पर हम लोगों को यह सौभाग्य नहीं मिल सका क्योंकि हम लोगों ने अपने आप को ही प्रतिबंधित कर रखा था। हम चाहते थे कि उस दिन केवल संतों और श्रद्धालुओं को अच्छे से सुविधा मिल सके। सीएम योगी ने कहा कि जो भी महाकुंभ आया, यहां स्नान करने के बाद अभिभूत दिखाई दिया।
कहा कि यूरोप से जुड़े कुछ विदेशी पर्यटक मेरे पास मिलने भी आए थे। वह हिंदी और संस्कृत नहीं जानते हैं। इसके बाद भी अवधी की चौपाइयों और सनातन धर्म के मंत्रों को सस्वर गा रहे थे और मां गंगा के बारे में कितनी श्रद्धा का भाव देखने को मिल रहा था। यह सब अभिभूत कर रहा था। प्रधानमंत्री का यही संदेश महाकुंभ का एक ही संदेश एकता से ही अखंड रहेगा यह देश। यही संदेश के साथ सभी लोग जुड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि मकर संक्रांति के मौके पर ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हरिद्वार में गंगा में स्नान किया था। इसकी तस्वीरें भी खुद अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर शेयर की तो वायरल हो गई थीं। इन तस्वीरों को लेकर भी सोशल मीडिया पर नई बहस छिड़ी थी। तब सवाल यह भी हो रहा था कि किसी बड़े भाजपा नेता ने क्यों नहीं गंगा या संगम में डुबकी लगाई है। माना जा रहा है कि मकर संक्रांति पर यहां आकर स्नान नहीं करने के बारे में सीएम योगी का बयान देने उसी का जवाब है।