आईआईटी बाबा का एक नया वीडियो सामने आया है। इसमें उन्होंने कहा है कि मैं महाकुंभ से भागा नहीं हूं। आईआईटी बाबा ने अपने इंस्टाग्राम पर लाइव सेशन करके कई सवालों के जवाब दिए हैं।
प्रयागराज में बम की सूचना से शुक्रवार को खलबली मच गई। अंजान शख्स ने फोन सेक्टर 18 में बम होने की जानकारी दी, पुलिस सक्रिय हुई और छानबीन की गई तो पता चला कि सूचना फर्जी थी। जिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (सीआरपीसी) की धारा 163 को 16 जनवरी से 28 फरवरी 2025 तक लागू किया गया है।
प्रयागराज में चलते महाकुंभ के बीच मौसम में उतार-चढ़ाव के बीच शहर से संगम तक कड़ाके की ठंड जानलेवा बन गई है। शुक्रवार को निकली धूप से राहत तो मिली, लेकिन बर्फीली हवाओं से शहर कांप उठा।
IIT Baba Abhay Singh: आईआईटियन बाबा का एक न्यूज चैनल से बातचीत का वीडियो चार दिन पहले सामने आया था। उसमें उन्होंने बताया था कि उन्होंने आईआईटी मुम्बई से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और कनाडा में 36 लाख के पैकेज की नौकरी छोड़ वैरागी दुनिया में आ गए।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को प्रयागराज आएंगे। रक्षामंत्री गंगा स्नान के साथ ही अक्षयवट, पातालपुरी, सरस्वती कूप व हनुमान मंदिर पूजन करेंगे। इसके बाद एक विवाह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अंदावा जाएंगे। रात प्रयागराज में ठहरेंगे।
अभय सिंह उर्फ आईआईटियन बाबा महाकुम्भ में जिस शिविर में रह रहे थे, उसे छोड़कर चले गए। कहां गए यह किसी को पता नहीं है। उन्हें खोजते हुए उनके माता-पिता मेला क्षेत्र में पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि वो शिविर छोड़कर जा चुके हैं।
महाकुंभ में साध्वी बनने पहुंची 13 साल की राखी को जूना अखाड़े से वापस उसके घर भेज दिया गया है। राखी शुक्रवार को अपने माता-पिता के साथ अपने गांव टर्रकपुरा पहुंच गई है। घर पहुंचने के बाद भी उसने साध्वी बनकर जीवन जीने की बात कही है।
महाकुंभ रोजाना ही लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर संगम में स्नान कर रहे हैं। लेकिन इस बार के महाकुंभ में यहां पहुंचे बाबाओं को लेकर काफी चर्चा है। महाकुंभ में नागा साधुओं के अलावा अलग-अलग तरह के बाबा पहुंचे हैं।
24 जनवरी, 2001 को सोनिया गांधी अपने सुरक्षाकर्मियों और कांग्रेस नेताओं के साथ महाकुंभ पहुंच गईं थीं। वहां उन्होंने त्रिवेणी में गंगा डुबकी लगाई और हिन्दू विधि-विधान से पूजा-अर्चना की थी।
महाकुंभ 2025 में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच नागा साध्वियों का रहस्यमयी जीवन और उनकी साधना की कठिन यात्रा एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई है।
13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी को समाप्त होगा। हर 12 वर्षों में आयोजित होने वाले इस महा आयोजन में संगम के पवित्र जल में स्नान करने से पापों का नाश और आत्मा की शुद्धि होती है।
IIT Baba Maha Kumbh 2025: आईआईटी बाबा अभय सिंह महाकुंभ 2025 में काफी ज्यादा वायरल हो रहे हैं। अब अभय सिंह से जुड़ा एक ऐसा राज सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप भी चौंक जाएंगे।
साइबर ठगी से बचने को लेकर कई तरह की सावधानी बतरने का सुझाव बिहार पुलिस की ओर से दिया गया है। साइबर विंग ने प्रयागराज जाने वालों से अपील की है कि वे सही, सरकारी या आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही होटल या कैब की बुकिंग करें।
महाकुम्भ में इस बार अधिक संख्या में कल्पवासी सेजिया(शय्या) दान करेंगे। इसके लिए कल्पवासी शिविरों में तैयारी शुरू हो गई है। 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा पर कल्पवास समाप्त होगा। उससे एक सप्ताह पूर्व से ही सेजिया दान की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
महाकुम्भ में जिन स्थानों पर लोगों को मुफ्त में भोजन कराया जाता है, उसे अन्न क्षेत्र कहा जाता है। चार हजार हेक्टेयर में बसे इस धर्म क्षेत्र में अन्न क्षेत्र की संख्या 500 से अधिक है। हर रोज हजारों लोगों को भोजन कराया जा रहा है।
जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने शीर्ष धर्मगुरुओं पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि शीर्ष धर्मगुरुओं ने महाकुंभ का इस्तेमाल सनातन धर्म की रक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय व्यक्तिगत वैभव दिखाने के लिये किया है
IIT Baba Maha Kumbh 2025: आईआईटी बाबा महाकुंभ में खूब वायरल हो रहे हैं। अभय सिंह को देखने और उनसे मिलने के लिए लोग बेकरार हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं आखिर आईआईटी बाबा महाकुंभ में पहुंचे कैसे?
1954 के कुंभ में भी भीड़ जमा हुई थी। 1954 के कुंभ में भगदड़ मची थी और एक व्यक्ति को अपनी जान बचाने के लिए तारों पर झूलना पड़ा था। पढ़ें कुंभ का ये किस्सा।
महाकुंभ 2025 में अपनों से अलग होने या बिछड़ जाने वालों को वापस मिलाने और खोजने के लिए AI टेक्नोलॉजी की मदद ली जा रही है। 2500 से ज्यादा AI पावर्ड कैमरे और AI चैटबॉट यह काम आसान बना रहे हैं।
अभय सिंह हरियाणा के झज्जर के सासरौली गांव से आते हैं। उन्होंने IIT बॉम्बे से पढ़ाई की है। हर्षा रिछारिया की उम्र 31 साल है। वह उत्तराखंड की रहने वाली हैं और मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी वह रहीं। वह निरंजनी अखाड़े से जुड़ी हुई हैं।
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ देखने पहुंचा हुआ है खास कपल। इसमें पुरुष भारत का है और महिला जर्मनी की रहने वाली है। दोनों के बीच प्यार की शुरुआत हुई इंग्लैंड की धरती पर और उन्होंने अपनी गृहस्थी अमेरिका में जाकर बसाई।
तापमान में उतार-चढ़ाव होने के कारण ठंड का प्रभाव बढ़ गया। सुबह और शाम को भीषण सर्दी जारी रहेगी। घना कोहरा होने के कारण दृश्यता भी कम है। दो पहिया वाहनों को चलाने में लोगों को परेशानी होगी।
बीजेपी के इस कदम के साथ ही समाजवादी पार्टी ने महाकुंभ में अपने संस्थापक मुलायम सिंह यादव की मूर्ति लगाने का निर्णय लिया है। कांग्रेस ने 27 जनवरी को 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' रैली का आयोजन करने की घोषणा की है ताकि बीजेपी को घेरा जा सके।
महाकुम्भ में प्रयागराज मेला प्राधिकरण का चार विश्व रिकार्ड बनाने का लक्ष्य है। लेकिन संगम की अलौकिक छटा ऐसी बिखरी है कि रिकार्ड खुद ब खुद बनते जा रहे हैं। 11 से 16 जनवरी तक मेले के छह दिनों में अब तक सात करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा यमुना और सरस्वती की पावन त्रिवेणी पर पुण्य की डुबकी लगाई है।
पुण्य कमाने के बहाने कई लोगों ने अपनों से मुंह मोड़ लिया। महाकुंभ में बुजुर्गों को लेकर आए और वापस जाते समय उन्हें पीछे छोड़कर चले गए। अब सभी महिलाएं अपने परिवार के इंतजार में बैठी हैं। अधिकारियों ने कोशिश की लेकिन परिवार से संपर्क नहीं हुआ।
एक रिपोर्टर ने कांटे वाले बाबा से बात की। उसने एक सवाल किया कि बाबा जी ये कांटे असली हैं या नकली? इस सवाल को सुनकर बाबा को गुस्सा आ गया और उन्होंने पहले तो रिपोर्टर का कॉलर पकड़कर खींचा फिर कहा कि कांटों पर बैठकर देखो।
IIT Baba Abhay Singh girlfriend: आईआईटी बाबा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह किसी भी मुद्दे पर बात करने से हिचकते नहीं हैं। एक टीवी इंटरव्यू के दौरान जब उनसे उनकी गर्लफ्रेंड के बार में पूछा गया तो उन्हें बेझिझक इसके बारे में बताया।
महाकुंभ में दिन पर दिन श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है। देश ही नहीं विदेशी से भी महाकुंभ में स्नान करने के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। गुरुवार को 10 देशों के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने महाकुंभ का भ्रमण किया और यहां की व्यवस्था का जायजा लिया।
महाकुंभ की वायरल सुंदरी हर्षा रिछारिया अब फूट-फूटकर रो रही हैं। हर्षा ने महाकुंभ छोड़ने का फैसला कर लिया है। कुछ संतों के साथ ही कुछ मीडिया चैनलों पर निशाना साधते हुए उन्हें महाकुंभ छोड़ने पर मजबूर करने का आरोप लगाया है।
महाकुम्भ भारत की विराट संस्कृति और पुरातन धरोहर का भव्य समागम है। जैसे एक विशाल समुद्र अपने गर्भ में अनमोल रत्नों के भंडार और गूढ़ रहस्यों को एकत्रित कर वर्षों तक उनका संरक्षण करता है, वैसे ही यदि हम महाकुम्भ को भारत की सनातन परंपरा…