यूपी में आईएएस और आईपीएस के बाद 30 पीसीएस के प्रमोशन की बारी, इस तारीख को होगी डीपीसी
उत्तर प्रदेश में आईएएस और आईपीएस अफसरों के बाद पीसीएस के प्रमोशन की बारी है। यूपी के 30 पीसीएस को आईएएस बनने का मौका मिल सकता है। संघ लोक सेवा आयोग ने 17 जनवरी को डीपीसी कराने की तारीख दी है।
उत्तर प्रदेश में आईएएस और आईपीएस अफसरों के बाद पीसीएस के प्रमोशन की बारी है। यूपी के 30 पीसीएस को आईएएस बनने का मौका मिल सकता है। उच्च स्तर पर यह तैयारी चल रही है कि संघ लोक सेवा आयोग से उत्तर प्रदेश के लिए इस वर्ष की रिक्तियां भी घोषित कर दी जाएं, जिससे एक साथ ही दोनों चयन वर्ष के लिए विभागीय पदोन्नति कमेटी (डीपीसी) बैठक में प्रस्ताव रखा जा सके। संघ लोक सेवा आयोग ने पिछले वित्तीय वर्ष के लिए 17 जनवरी को डीपीसी कराने की तारीख दी है।
संघ लोक सेवा आयोग हर साल राज्यों के लिए पीसीएस से आईएएस बनाने की रिक्तियां घोषित करता है। पिछले वर्ष के लिए 15 रिक्तियां उत्तर प्रदेश को मिली हैं। इन रिक्तियों के आधार पर वैसे तो डीपीसी हो जानी चाहिए थी, लेकिन पीसीएस अधिकारियों ने 8700 ग्रेड पे पाने के लिए इसमें हीला-हवाली करवा दी। इसके चलते तय समय से डीपीसी नहीं हो पाई, जबकि पीपीएस अधिकारियों की तय समय से डीपीसी होने से वे आईपीएस बनने के बाद नई तैनाती भी पा चुके हैं।
संघ लोक सेवा आयोग ने पीसीएस अधिकारियों को आईएएस के पद पर पदोन्नति देने के लिए डीपीसी कराने की 17 जनवरी की तारीख दी है। उच्च स्तर पर अब यह विचार-विमर्श किया जा रहा है कि क्यूं न इस चयन वर्ष के लिए रिक्तियां घोषित करने का अनुरोध केंद्र सरकार से कर लिया जाए। केंद्र अगर इस चयन वर्ष की रिक्तियां घोषित कर देता है, तो पिछले वर्ष और इस वर्ष दोनों की डीपीसी एक साथ करा ली जाए। ऐसा न होने पर पिछले साल के चयन वर्ष की डीपीसी 17 जनवरी को ही करा ली जाए।
बताया जा रहा है कि जल्द ही इस संबंध में संघ लोक सेवा आयोग को प्रस्ताव भेजा जाएगा। अगर अनुमति मिल गई तो एक-दो महीनों में ही नए चयन वर्ष का प्रस्ताव तैयार कराते हुए संघ लोक सेवा आयोग को भेज जाएगा, वहां से इसका मिलान कराने के बाद दोनों चयन वर्ष की डीपीसी करा ली जाएगी। इससे प्रदेश के करीब 30 पीसीएस के आईएएस बनने का रास्ता साफ हो जाएगा।