यूपी के 95 आईएएस और 70 से अधिक आईपीएस का प्रमोशन, अब बदले जाएंगे पांच जिलों के डीएम
यूपी में आईएएस और आईपीएस अफसरों की डीपीसी गुरुवार को पूरी हो गई। 95 आईएएस को पदोन्नति मिली है। 70 से ज्यादा आईपीएस भी प्रमोट हुए हैं।
यूपी में आईएएस और आईपीएस अफसरों की डीपीसी गुरुवार को पूरी हो गई। 95 आईएएस को पदोन्नति मिली है। इस प्रमोशन के साथ ही पांच जिलों के डीएम का बदलना तय हो गया है। इसमें लखनऊ और वाराणसी के डीएम भी शामिल हैं। सात आईएएस प्रमुख सचिव और 38 सचिव बने हैं। नए साल के पहले दिन से यह पदोन्नति प्रभावी हो जाएगी। इसी तरह 70 से अधिक आईपीएस का प्रमोशन हुआ है। इनका आदेश जल्द जारी होगा। आईजी लक्ष्मी सिंह, प्रशांत कुमार और नीलाब्जा चौधरी एडीजी बनेंगे। वर्ष 1992 बैच के आईपीएस डीपीएस जुनेजा एडीजी से डीजी बनेंगे और 10 डीआईजी अब आईजी बन जाएंगे।
पदोन्नति के बाद कानपुर और आजमगढ़ के मंडलायुक्त के साथ लखनऊ, वाराणसी, गाजियाबाद, मथुरा व कानपुर नगर के डीएम को हटाकर वहां नए को तैनाती दी जा सकती है। प्रमुख सचिव स्तर के सात अफसरों को पदोन्नति दी गई है, जिसमें पांच अफसरों को शासन में जिम्मेदारियां बदली जाएंगी। प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक एम. देवराज ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
राज्य सरकार ने वर्ष 2000 बैच के सात आईएएस अफसरों को प्रमुख सचिव बनाया है। इसमें सौरभ बाबू, मनीष चौहान, रंजन कुमार, अनुराग यादव, रणवीर प्रसाद के साथ अमित गुप्ता और दीपक अग्रवाल को पदोन्नति दी गई है। इसी बैच की के. धनलक्ष्मी को पदोन्नति नहीं दी गई है। अमित सिंह कानपुर और मनीष चौहान आजमगढ़ में मंडलायुक्त हैं। वर्ष 2009 बैच के 38 आईएएस अफसरों को विशेष सचिव से सचिव बनाया गया है।
विशेष सचिव से सचिव बनने वालों में सूर्य पाल गंगवार, डा. रूपेश कुमार, अनुज कुमार झा, माला श्रीवास्वत, डा. नितिन बंसल, मासूम अली सरवर, विजय किरण आनंद, भानु चंद्र गोस्वामी, प्रकाश बिंदु, एस राजलिंगम, विवेक, भूपेंद्र एस चौधरी, वैभव श्रीवास्तव, अजीत कुमार, प्रमोद कुमार उपाध्याय, जगदीश, संगीता सिंह, इंद्र विक्रम सिंह हैं।
इसी बैच के ब्रजेश नारायण सिंह, राकेश कुमार मिश्र, रमाकांत पांडेय, आनंद कुमार सिंह, राजेश कुमार, मार्कंडेय शाही, अविनाश कृष्ण सिंह, राजेश प्रकाश, डा. अखिलेश कुमार मिश्रा, डा. अनिल, डा. हीरालाल, शैलेंद्र कुमार सिंह, राकेश कुमार सिंह, डा. अनिल कुमार सिंह, साहब सिंह, मानवेंद्र सिंह, अटल कुमार राय, नरेंद्र प्रसाद पांडेय, शुभ्रा सक्सेना और आदिति सिंह को विशेष सचिव से सचिव बनाया गया है।
इनमें से वर्ष 2009 बैच के पांच अधिकारी सूर्य पाल गंगवार लखनऊ, एस. राजलिंगम वाराणसी, इंद्र विक्रम सिंह गाजियाबाद, शैलेंद्र कुमार सिंह मथुरा, राकेश कुमार सिंह द्वितीय कानपुर नगर में जिलाधिकारी हैं। इसके अलावा वर्ष 2010 के एक वर्ष 2011 के दो और वर्ष 2012 के 47 अधिकारियों को सलेक्शन ग्रेड वेतनमान दिया गया है।
इन आईपीएस का प्रमोशन
यूपी 70 से अधिक आईपीएस अफसरों की डीपीसी सम्पन्न हो गई है। गृह मंत्रालय से जल्दी ही इनके आदेश जारी होंगे। वर्ष 1992 बैच के आईपीएस डीपीएस जुनेजा को डीजी पद पर प्रोन्नति मिलेगी। इसी तरह वर्ष 2010 बैच के तीन आईजी लक्ष्मी सिंह, प्रशांत कुमार और नीलाब्जा चौधरी एडीजी बनेंगे।
लक्ष्मी सिंह इस समय नोएडा की पुलिस कमिश्नर है जबकि प्रशांत आईजी लखनऊ रेंज और नीलाब्जा चौधरी एटीएस के आईजी है। इसी तरह 10 डीआईजी को आईजी पद पर प्रोन्नति मिलेगी। कुछ आईपीएस अफसरों को पद रिक्त न होने की वजह से इस बार प्रोन्नति नहीं मिल पाएगी।
गृह विभाग सूत्रों के मुताबिक आईजी पद पर प्रोन्नति पाने वाले अफसरों में डीआईजी देवी पाटन अमित पाठक, रवि शंकर छवि, बाबू राम, राकेश प्रकाश, विनोद कुमा सिंह, जोगेन्द्र कुमार, योगेश सिंह, गीता सिंह व केन्द्रीय प्रतिनियुक्त पर गए नितिन तिवारी शामिल है।
इसके अलावा 25 एसएसपी स्तर के अधिकारी डीआईजी बनेंगे। इनमें मथुरा के एसएसपी शैलेश पाण्डेय,मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक सिंह, जौनपुर के एसपी अजय पाल शर्मा, शाहजहांपुर के एसपी राजेश एस,फतेहपुर के एसपी आलोक प्रियदर्शी,झांसी की एसएसपी सुधा सिंह शामिल है।
इसी तरह नोएडा के डीसीपी राम बदन सिंह, तेज स्वरूप सिंह और वाराणसी में तैनात ह़दयेश कुमार, सूर्यकांत त्रिपाठी है। इनके अलावा हेमंत कुटियाल, शालिनी, स्वप्नि ममगैन, प्रदीप कुमार, अरुण श्रीवास्तव, विकास कुमार वैद्य,राजेश सक्सेना,डॉ. अरविन्द चतुर्वेदी, सुनीता सिंह, दिनेश सिंह, कमला प्रसाद यादव,अरविंद कुमार मौर्य, सुभाष चन्द्र शाक्य भी डीआईजी बनेंगे।
इस डीपीसी में कुछ अफसरों को उनके खिलाफ चल रही जांच की वजह से शामिल नहीं किया गया। इन अफसरों का नाम पिछले साल हुई डीपीसी में भी नहीं शामिल किया गया था। सूत्रों का कहना है कि कुछ अफसर जिनके खिलाफ जांच चल रही है, उन पर विभागीय प्रोन्नति समिति तय करेगी कि इन्हें प्रमोशन दिया जाए अथवा नहीं।