अमेरिका से अवैध प्रवासी भारतीयों को डिप्रोर्ट किए जाने का मामला इन दिनों सुर्खियों में है। जंजीरों और हथकड़ी में जकड़े भारतीयों का वीडियो और फोटो भी सामने आया है। अब इसको लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार से सवाल पूछने शुरू कर दिए हैं।
मनमोहन सिंह के परिवार की ओर से ट्रस्ट बनाने का इंतजार सरकार की ओऱ से किया जा रहा है। इसके बाद आधिकारिक तौर पर जमीन का आवंटन होगा। सीएनएन न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार ट्रस्ट को सरकार की तरफ से 25 लाख रुपये की रकम भी दी जाएगी। इस राशि को स्मारक के निर्माण में खर्च किया जाएगा।
Budget 2025: मोरारजी देसाई ऐसे पहले प्रधानमंत्री थे, जो पहले वित्त मंत्री रह चुके थे। उनके नाम सर्वाधिक 10 बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड है।
अब मुख्य विपक्षी दल का नया मुख्यालय '9ए कोटला मार्ग' पर बनाया गया है। इस भवन में एक भव्य पुस्तकालय (लाइब्रेरी) बनाया गया है जिसका नामकरण 'डॉक्टर मनमोहन सिंह पुस्तकालय' किया गया है।
मनमोहन सिंह को लेकर भी सवाल पूछे जा रहे हैं कि उनका स्मारक कहां बनेगा। पिछले दिनों खबर थी कि राष्ट्रीय स्मृति स्थल और विजय घाट का सर्वे किया गया है। इन्हीं में से किसी एक स्थान पर मनमोहन सिंह का स्मारक बनाया जाएगा। फिलहाल उनके परिवार से भी इस संबंध में विकल्प मांगा गया है।
शर्मिष्ठा ने कांग्रेस नेतृत्व की अनुपस्थिति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह समय था जब पार्टी को पूर्व प्रधानमंत्री के परिवार के साथ मजबूती से खड़ा होना चाहिए था।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को दिवगंत पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की समाधि के लिए दिल्ली के राजघाट परिसर के अंदर एक विशेष स्थल को चिन्हित करने की मंजूरी दी है। इसके बाद इसे लेकर राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस सांसद दानिश अली ने इसे लेकर सरकार पर तंज कसा है।
डॉ. मनमोहन सिंह को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित करने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है। तेलंगाना विधानसभा ने इस संदर्भ में एक विशेष प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि डॉ. सिंह के अभूतपूर्व योगदान को मान्यता देते हुए उन्हें यह सम्मान दिया जाए।
कहा जा रहा है कि इन स्थानों की सूची मनमोहन सिंह के परिवार को भी दी गई है और उनकी राय को लेते हुए ही कोई अंतिम फैसला लिया जाएगा। फिलहाल कोई स्थान तय नहीं हुआ है और मनमोहन सिंह की फैमिली से विकल्प चुनने को कहा गया है। स्मारक बनाने से पहले सरकार की पहल पर एक ट्रस्ट का गठन किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) के अधिकारियों ने राष्ट्रीय स्मृति स्थल में संजय गांधी के स्मारक के आसपास के स्थलों का निरीक्षण किया है।