अब मुख्य विपक्षी दल का नया मुख्यालय '9ए कोटला मार्ग' पर बनाया गया है। इस भवन में एक भव्य पुस्तकालय (लाइब्रेरी) बनाया गया है जिसका नामकरण 'डॉक्टर मनमोहन सिंह पुस्तकालय' किया गया है।
मनमोहन सिंह को लेकर भी सवाल पूछे जा रहे हैं कि उनका स्मारक कहां बनेगा। पिछले दिनों खबर थी कि राष्ट्रीय स्मृति स्थल और विजय घाट का सर्वे किया गया है। इन्हीं में से किसी एक स्थान पर मनमोहन सिंह का स्मारक बनाया जाएगा। फिलहाल उनके परिवार से भी इस संबंध में विकल्प मांगा गया है।
शर्मिष्ठा ने कांग्रेस नेतृत्व की अनुपस्थिति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह समय था जब पार्टी को पूर्व प्रधानमंत्री के परिवार के साथ मजबूती से खड़ा होना चाहिए था।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को दिवगंत पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की समाधि के लिए दिल्ली के राजघाट परिसर के अंदर एक विशेष स्थल को चिन्हित करने की मंजूरी दी है। इसके बाद इसे लेकर राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस सांसद दानिश अली ने इसे लेकर सरकार पर तंज कसा है।
डॉ. मनमोहन सिंह को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित करने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है। तेलंगाना विधानसभा ने इस संदर्भ में एक विशेष प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि डॉ. सिंह के अभूतपूर्व योगदान को मान्यता देते हुए उन्हें यह सम्मान दिया जाए।
कहा जा रहा है कि इन स्थानों की सूची मनमोहन सिंह के परिवार को भी दी गई है और उनकी राय को लेते हुए ही कोई अंतिम फैसला लिया जाएगा। फिलहाल कोई स्थान तय नहीं हुआ है और मनमोहन सिंह की फैमिली से विकल्प चुनने को कहा गया है। स्मारक बनाने से पहले सरकार की पहल पर एक ट्रस्ट का गठन किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) के अधिकारियों ने राष्ट्रीय स्मृति स्थल में संजय गांधी के स्मारक के आसपास के स्थलों का निरीक्षण किया है।
पिछले शुक्रवार को अपने संदेश में, मुख्य सलाहकार ने डॉ. मनमोहन सिंह को एक महान नेता, दूरदर्शी और भारत की जनता के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध व्यक्तित्व बताया था।
देश के पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा ने एक बार फिर कांग्रेस और राहुल गांधी को निशाने पर लिया है। उन्होंने कांग्रेस का बचाव करने के लिए अपने भाई अभिजीत मुखर्जी की भी आलोचना की है।
पहले SPG एक्ट के तहत पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवार के सदस्यों को दफ्तर छोड़ने के 10 साल बाद तक SPG सिक्योरिटी मिलती है। SPG एक्ट में संशोदन के बाद पूर्व प्रधानमंत्रियों को दफ्तर छोड़ने के 5 साल बाद तक सिक्योरिटी कवर मिलेगा।
मनमोहन सिंह के निधन पर दुनिया भर से शोक संदेश आए, लेकिन न तो शहबाज शरीफ और न ही उनके बड़े भाई और तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ ने उनके निधन पर कोई शब्द कहे।
अभिजीत ने कांग्रेस पर कोई आरोप नहीं लगाया बल्कि पिता की सफलता का श्रेय पार्टी को ही दिया। अभिजीत मुखर्जी ने अपनी बहन शर्मिष्ठा मुखर्जी के दावों को खारिज करते हुए कहा है कि उनके पिता को सार्वजनिक जीवन में देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद समेत जो कुछ हासिल हुआ, वो कांग्रेस की बदौलत हुआ।
Former Prime Minister Manmohan Singh: तेलंगाना सरकार ने विधानसभा में प्रस्ताव पास करते हुए केंद्र से मनमोहन सिंह को भारत रत्न देने की मांग की। विपक्ष ने सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हुए। पूर्व पीएम नरसिम्हा राव के लिए दिल्ली में स्मारक बनाने की मांग को लेकर प्रस्ताव पास करने का आग्रह किया।
मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने पर भाजपा और कांग्रेस के बीच उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में भाजपा ने राहुल गांधी पर हमला बोला है।
भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि इस मौके पर गांधी परिवार का कोई सदस्य और कांग्रेस का कोई बड़ा नेता नहीं पहुंचा जो शर्मनाक है।
दिलजीत दोसांझ ने अपनी लाइव ऑडियंस के सामने पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह को याद कर दी श्रद्धांजलि। समर्पित किया अपना प्रोग्राम। दिलजीत ने लाइव परफॉरमेंस के दौरान युवाओं को पूर्व पीएम से सीख ली की सलाह दी।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रविवार को कांग्रेस पर गलत नैरेटिव सेट करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि किसी भी तरह से सिखों का अपमान नहीं हुआ है। उन्होंने यह भी कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी की अस्थि विसर्जन के दौरान कांग्रेस का कोई भी नेता मौजूद नहीं था।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को कहा था कि केंद्र ने मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित करने का फैसला किया है और उनके परिवार को इसके बारे में सूचित किया गया है।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सवाल किया, ‘कांग्रेस को जवाब देना होगा। मैं केवल तथ्य बता सकती हूं। लेकिन मैं बस इतना जोड़ना चाहती हूं कि मुझे नहीं पता कि यह जानबूझकर किया गया या सरासर लापरवाही थी। इतनी पुरानी पार्टी में क्या परंपराएं हैं?’
नवजोत सिद्धू ने लिखा कि स्मारकों की स्थापना कोई पक्षपातपूर्ण मुद्दा नहीं है, बल्कि भारत के गौरवशाली इतिहास को संरक्षित करने और इसके भाग्य को आकार देने वालों को सम्मानित करने का काम है।
टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा, ‘डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताने में अनिच्छा उनकी प्राथमिकताओं, जिम्मेदारी और ईमानदारी के बारे में असहज कर देने वाले सवाल खड़े करती है।’
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर राजनीति तेज बनी हुई है। डॉक्टर सिंह के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में गांधी परिवार के नदारद होने पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं। भाजपा की तरफ से कहा गया है कि क्योंकि वहां पर कैमरा नहीं था, इसलिए गांधी परिवार भी नदारद था।
पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के भाई मनोहर राव ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि पहले उसे 20 साल पहले की घटना याद करनी चाहिए जब अपने ही प्रधानमंत्री को उन्होंने इज्जत नहीं दी थी। वे अपना वादा पूरा करें तो बीजेपी भी वादा पूरा कर देगी।
Manmohan Singh: सुप्रीम कोर्ट ने मनमोहन सिंह के खिलाफ समन आदेश पर रोक लगा दी थी, लेकिन जस्टिस मदन लोकुर की अगुवाई वाली पीठ ने पूर्व कोयला राज्य मंत्री संतोष बागरोडिया को समन जारी करने पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।
Manmohan singh: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस की तरफ से पहले निगमघाट में अंतिम संस्कार कराने को पूर्व पीएम के अपमान से जोड़ दिया गया। अब पार्टी ने आरोप लगाया है कि अंतिम संस्कार के दौरान भारी कुप्रबंधन था।
पिछले दो दिन के अखबार देख लीजिए। उनकी प्रशंसा में पन्ने रंगे पडे़ हैं। सोशल मीडिया में सैकड़ों वीडियो और लेख उन पर साझा किए जा चुके हैं। एक व्यक्ति, जो पिछले 10 सालों से राजनीतिक वार्धक्य के अंधियारे में छिपा हो, उसके लिए सहज भूल जाने…
राष्ट्रीय स्मृति स्थल के लिए यूपीए ने 2013 में प्रस्ताव पारित किया था। इसके तहत पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की समाधि एकता स्थल के पास जगह प्रदान की गई है। 2013 में यूपीए सरकार ने इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया था। उस प्रस्ताव के अनुसार अब किसी भी VVIP की राजघाट के पास अलग से समाधि नहीं होगी।
पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार स्थल को लेकर राजनीति तेज हो गई है। राहुल गांधी के द्वारा लगाए गए अपमान के आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी मौत पर राजनीति कर रहे हैं। यही सरासर गलत है। स्मारक बनाने के लिए एक प्रक्रिया का पालन करना होता है इसमें समय लगता है।
सिंह के निधन के शोक के बीच उनकी अंत्येष्टि और स्मारक स्थल को लेकर उस वक्त एक विवाद भी खड़ा हुआ जब सरकार ने उनका अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर किए जाने का फैसला किया।
लालू यादव ने कहा कि पीएम मनमोहन सिंह देश के बड़े नेता थे। माननीय मनमोहन सिंह जैसा नेता अब देश को नहीं मिलेगा। उनका स्मारक बनना चाहिए। लालू यादव ने कहा कि उन्हीं के मंत्रिमंडल में मंत्री था और उनके बहुत करीब था।