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कांग्रेस क्यों सरकार को याद दिला रही देवयानी केस, ताजा डिपोर्ट मामले से क्या है कनेक्शन

  • अमेरिका से अवैध प्रवासी भारतीयों को डिप्रोर्ट किए जाने का मामला इन दिनों सुर्खियों में है। जंजीरों और हथकड़ी में जकड़े भारतीयों का वीडियो और फोटो भी सामने आया है। अब इसको लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार से सवाल पूछने शुरू कर दिए हैं।

Deepak लाइव हिन्दुस्तान, वॉशिंगटनFri, 7 Feb 2025 10:27 AM
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कांग्रेस क्यों सरकार को याद दिला रही देवयानी केस, ताजा डिपोर्ट मामले से क्या है कनेक्शन

अमेरिका से अवैध प्रवासी भारतीयों को डिप्रोर्ट किए जाने का मामला इन दिनों सुर्खियों में है। जंजीरों और हथकड़ी में जकड़े भारतीयों का वीडियो और फोटो भी सामने आया है। अब इसको लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार से सवाल पूछने शुरू कर दिए हैं। इतना ही नहीं, कांग्रेस मनमोहन सिंह के कार्यकाल में हुए देवयानी खोब्रागड़े केस की भी याद दिलाई है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इसको लेकर एक्स पर पोस्ट किया है। आइए जानते हैं क्या था देवयानी केस और कांग्रेस सरकार को क्यों याद दिला रही है इसे...

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक्स पर लिखा है कि अमेरिका से भारतीयों को हथकड़ी लगाकर और अपमानित करके निर्वासित किए जाने की तस्वीरें देखकर, एक भारतीय होने के नाते मुझे दुख होता है। मुझे दिसंबर 2013 की वह घटना याद है जब भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े को अमेरिका में हथकड़ी लगाई गई थी और स्ट्रिप सर्च किया गया था। उन्होंने आगे लिखा है कि विदेश सचिव सुजाता सिंह ने अमेरिका की राजदूत नैन्सी पॉवेल के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया था।

यूपीए सरकार ने जताया था विरोध
पवन खेड़ा के मुताबिक तब मामले को लेकर यूपीए सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी । मीरा कुमार, सुशील कुमार शिंदे और राहुल गांधी जैसे नेताओं ने भारत दौरे पर आए अमेरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल (जॉर्ज होल्डिंग, पीट ओल्सन, डेविड श्वाइकर्ट, रॉब वुडऑल और मैडेलिन बोर्डालो) से मिलने से इनकार कर दिया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अमेरिका की इस कार्रवाई को ‘निंदनीय’ बताया।

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तब झुका था अमेरिका
इतना ही नहीं, भारत सरकार ने अमेरिकी दूतावास को दी जाने वाली कई सुविधाएं वापस ले लीं थी, जिनमें दूतावास कर्मियों के लिए खाद्य पदार्थों और शराब के रियायती आयात की अनुमति भी शामिल थी। आयकर विभाग ने अमेरिकन एंबेसी के स्कूल की जांच शुरू कर दी थी जॉन केरी ने देवयानी खोबरागड़े के साथ किए गए व्यवहार पर खेद व्यक्त किया था। अमेरिकी प्रशासन ने विदेश सचिव सुजाता सिंह को कॉल कर अमेरिका की ओर से खेद प्रकट किया था।

क्या था देवयानी प्रकरण
देवयानी खोब्रागड़े भारतीय विदेश सेवा में अधिकारी हैं। साल 2013 में वह न्यूयॉर्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में तैनात थीं। वहां पर उनकी तैनाती डिप्टी काउंसल जनरल के पद पर थी। अपनी घरेलू सहायिका संगीता रिचर्स को कम वेतन भुगतान और उसके वीजा डॉक्यूमेंट्स में हेर-फेर के आरोप में देवयानी को गिरफ्तार किया गया था। अमेरिका की इमिग्रेशन एंड कस्टम एन्फोर्समेंट एजेंसी ने यह ऐक्शन लिया था। गिरफ्तारी के बाद देवयानी से जो व्यवहार किया गया वह राजनयिक शिष्टाचार के खिलाफ था। न सिर्फ उन्हें सार्वजनिक तौर पर हथकड़ी पहनाई गई, बल्कि उनके पूरे कपड़े उतारकर तलाशी भी ली गई थी।

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