प्रणब मुखर्जी के स्मारक की जगह फाइनल, मनमोहन सिंह पर क्या हो रहा; मोदी सरकार के मंत्री ने बताया
- मनमोहन सिंह को लेकर भी सवाल पूछे जा रहे हैं कि उनका स्मारक कहां बनेगा। पिछले दिनों खबर थी कि राष्ट्रीय स्मृति स्थल और विजय घाट का सर्वे किया गया है। इन्हीं में से किसी एक स्थान पर मनमोहन सिंह का स्मारक बनाया जाएगा। फिलहाल उनके परिवार से भी इस संबंध में विकल्प मांगा गया है।
देश के पूर्व राष्ट्रपति और दशकों तक कांग्रेस के सीनियर नेता रहे प्रणब मुखर्जी की याद में राजघाट के पास ही राष्ट्रीय स्मृति स्थल में स्मारक बनेगा। इसकी जानकारी प्रणब दा की बेटी ने ही पिछले दिनों दी थी और मोदी सरकार को इसके लिए धन्यवाद कहा था। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा था कि आपने मेरे पिता का सम्मान किया है और उनकी याद में स्मारक बनाने का फैसला हुआ है, जो सराहनीय है। इस बीच दिसंबर के आखिरी सप्ताह में ही गुजरे मनमोहन सिंह को लेकर भी सवाल पूछे जा रहे हैं कि उनका स्मारक कहां बनेगा। पिछले दिनों खबर थी कि राष्ट्रीय स्मृति स्थल और विजय घाट का सर्वे किया गया है। इन्हीं में से किसी एक स्थान पर मनमोहन सिंह का स्मारक बनाया जाएगा। फिलहाल उनके परिवार से भी इस संबंध में विकल्प मांगा गया है।
इस बीच जब मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जल्दी ही आपको गुड न्यूज मिलेगी। खट्टर ने कहा कि मनमोहन सिंह का स्मारक कहां बनेगा। इस बारे में एक से दो दिन में ही खबर मिल जाएगी। जानकारी मिली है कि मनमोहन सिंह की फैमिली ने राजघाट परिसर में उन स्थानों को विजिट किया है, जहां पर मनमोहन सिंह का स्मारक बनाने का विकल्प दिया गया है। लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि परिवार ने किस जगह को मुफीद बताया है और सरकार ने क्या राय जाहिर की है। लेकिन खट्टर के बयान से साफ है कि जल्दी ही इस बारे में सरकार कुछ फैसला ले सकती है और जगह चुनने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।
हालांकि जब प्रणब मुखर्जी का स्मारक राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर बनाने का फैसला हो गया है तो फिर मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर भी ऐसा ही निर्णय हो सकता है। यूपीए सरकार ने ही 2013 में एक निर्णय लिया था, जिसके तहत प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की मृत्यु के उपरांत स्मारक बनाने के लिए राष्ट्रीय स्मृति स्थल को तय किया गया था। ज्ञानी जैल सिंह की समाधि एकता स्थल के पास ही इस परिसर के लिए जगह तय की गई है। बता दें कि मनमोहन सिंह के निधन के बाद इस बात पर भी राजनीति तेज रही कि उनका अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर क्यों कराया गया। कांग्रेस की मांग थी कि पूर्व पीएम का अंतिम संस्कार वहीं होना चाहिए, जहां उनका स्मारक बनाया जा सके।