शाह ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन पर हमला बोला और कहा कि लोगों को पता चल गया है कि आप (कांग्रेस नेता) एक नकली, खाली संविधान लेकर चलते हैं, जिसकी वजह से आप हालिया चुनाव हार गए।
महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण के बाद से सबकी निगाहें मंत्रिमंडल विस्तार पर टिकी हुई हैं। खबरों के मुताबिक पावर शेयरिंग के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बुधवार को पार्टी आलाकमान से मुलाकात करेंगे।
महाराष्ट्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू होने वाला है। इससे पहले महायुति 14 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती है।
भाजपा के राहुल नार्वेकर निर्विरोध महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए हैं। वह राज्य की कोलाबा सीट से विधायक हैं और पार्टी ने उन्हें दूसरी बार यह जिम्मेदारी सौंपी है।
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद के नाम पर सहमति बन गई है और आज भाजपा की विधायक दल की बैठक के बाद इसकी घोषणा हो सकती है। इसके बाद अब मंत्री पद को लेकर क्या समीकरण होंगे?
महाराष्ट्र में राज्य के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तैयारियां शुरू हो गई है। इस बीच रामदास आठवले ने कहा है कि देवेंद्र फडणवीस ही महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर कवायदें शुरू हो गई हैं। इस बीच देवेंद्र फडणवीस के एक करीबी नेता ने एकनाथ शिंदे से मुलाकात की है।
महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में एक गांव में ग्रामीणों ने बैलेट पेपर से अनाधिकारिक मतदान करवाने का फैसला किया है। प्रशासन ने कानून व्यवस्था को लेकर पहले ही चेतावनी जारी कर दी है।
महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने साफ कर दिया है कि उन्हें किसी भी पद की चाह नहीं है और वह उपमुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी पेश नहीं कर रहे हैं।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि पहले तो यह चेक किया गया कि हम किन सीटों पर आसानी से जीत सकते हैं। इस दौरान ऐसी 69 सीटें पाई गईं, जहां जीत आसान थी। फिर यह देखा गया कि कौन सी ऐसी सीटें रही हैं, जहां 3 या 4 फीसदी वोट के अंतर से ही हार या जीत मिली थी।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए सात दिन हो चुके हैं। महायुति गठबंधन ने चुनाव में जोरदार जीत हासिल की है। लेकिन नई सरकार के गठन की तारीख अभी तक तय नहीं हो पाई है।
Eknath Shinde News: एकनाथ शिंदे अचानक गांव क्यों चले गए इसको लेकर तरह-तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं। अब इसके पीछे की वजह सामने आ गई है।
महाराष्ट्र में नई सरकार में विभागों को लेकर पेच फंसता नजर आ रहा है। इसके चलते महायुति की अहम बैठक भी कैंसल हो गई है। इसके बाद एकनाथ शिंदे अपने गांव चले गए हैं।
शुरुआत में ऐसी खबरें आई थीं कि एकनाथ शिंदे इससे सहमत नहीं हैं, लेकिन बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने साफ कर दिया कि पीएम मोदी का जो भी फैसला होगा, उन्हें मंजूर है।
महाराष्ट्र में अगले मुख्यमंत्री को लेकर एकनाथ शिंदे ने साफ कर दिया है कि जो भी पीएम मोदी फैसला लेंगे, वह उन्हें मंजूर होगा। बीजेपी के सीएम को उनका समर्थन रहेगा।
Next Maharashtra CM: BJP के सहयोगी दल आरपीआई (ए) के नेता रामदास आठवले ने मंगलवार को सुझाव दिया कि शिंदे को केंद्रीय मंत्री के रूप में केंद्र में लाया जाना चाहिए।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा, 'पहली बात तो नीतीश कुमार को CM बनाने का ऐलान चुनाव से पहले ही कर दिया गया था। महाराष्ट्र में शिवसेना से ऐसा कोई वादा नहीं किया गया।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव जीतकर भाजपा के हौसले बुलंद हैं। ऐसी खबरें हैं कि आलाकमान ने देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर भी लगा दी है। लेकिन क्या उनकी राह इतनी आसान है…
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की करारी हार के बाद INDI गठबंधन में रार सामने आने लगी है। टीएमसी ने तो यह भी कह दिया है कि अब गठबंधन का नेतृत्व ममता बनर्जी को दे देना चाहिए।
Maharashtra CM: 23 नवंबर शनिवार को नतीजों के ऐलान के बाद महायुति ने 288 में से 230 सीटें जीतकर सरकार बनाने का रास्ता साफ कर लिया था। तब 132 सीटें जीतकर भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ा दल बनकर उभरी थी।
57 सीटें एकनाथ शिंदे की शिवसेना को मिली हैं, जबकि भाजपा के खाते में 132 सीटें आई हैं। इसके बाद भी एकनाथ शिंदे सेना चाहती है कि मुख्यमंत्री उनका हो। पार्टी के नेता एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए लॉबिंग में जुटे हैं और बिहार से लेकर हरियाणा तक के उदाहरण दिए जा रहे हैं।
एनसीपी-एसपी के नेता ने कहा कि बेरोजगारी और महंगाई में इजाफा हुआ है। लड़कि बहिन योजना का कोई इतना असर नहीं होता है। जैसे चंद्रपुर की सीट आप देखेंगे तो वह हमने 2 लाख 40 हजार के अंतर से जीती थी। अब आप देखिए कि वह 2 लाख 40 हजार तो गए ही उसके ऊपर 1 लाख वोट और कैसे चले गए। ऐसा नहीं हो सकता।
एनसीपी एसपी नेता रोहित पवार ने लिखा था, 'मेरा चुनाव आयोग से बहुत साधारण सवाल है कि उनका काम कन्फ्यूजन बढ़ाना है या दूर करना है।' उन्होंने कहा, 'मेरे खिलाफ चुनाव लड़ रहे एक डमी कैंडिडेट को तुरही चुनाव चिह्न कैसे मिल गया…?
महाराष्ट्र की कुल 38 सीटें ऐसी हैं, जहां पर 20 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम आबादी है, लेकिन यहां पर बीजेपी ने बाकी किसी भी दल की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया है। पार्टी ने सबसे ज्यादा 14 सीटें जीती हैं।
महाराष्ट्र चुनावों के नतीजों पर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि लोगों को पहले से आभास नहीं हो सका, क्योंकि वहां पर दैवीय शक्ति काम कर रही थी और इसका मनुष्य उसका आकलन नहीं कर पाता है।
बिहार मॉडल की तुलना महाराष्ट्र से करना बेईमानी है, क्योंकि दोनों राज्यों में बीजेपी की स्थिति में जमीन-आसमान का फर्क है। महाराष्ट्र में अपना सीएम बनाकर बीजेपी लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार को लेकर भी संदेश देना चाहेगी।
भाजपा के शीर्ष सूत्रों का कहना है कि इस पर एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी ने भी सहमति जता दी है। भाजपा के एक नेता ने कहा कि टॉप लीडरशिप ने फडणवीस के नाम पर मंजूरी दे दी है। यह प्रस्ताव एनसीपी और शिवसेना को भेजा गया है, जिस पर उन्होंने सहमति जता दी है।
हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ईवीएम को लेकर कहा कि संदेह दूर किया जाना चाहिए। किसी भी तकनीक को हैक किया जा सकता है। यहां तक कि एलन मस्क ने भी यह कहा है।
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के लिए चल रही रस्साकशी के बीच एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने बिहार मॉडल पर सीएम तय करने की मांग की है। एकनाथ शिंदे गुट ने कहा कि बिहार मेंनीतीश कुमार को कम सीटों के बाद भी मुख्यमंत्री बनाया गया। ऐसी नजीर महाराष्ट्र में भी पेश करनी चाहिए कि भाजपा गठबंधन धर्म का पालन करती है।
एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच सीएम पद को लेकर टाइट फाइट बताई जा रही है। इस बीच खबर है कि एकनाथ शिंदे और उनकी पार्टी ने ऐसी दलील दी है कि भाजपा पसोपेश में है और गहन मंथन चल रहा है। शिंदे और उनके समर्थकों का कहना है कि महाराष्ट्र में नगर निकाय के चुनाव होने वाले हैं, जिसमें बीएमसी भी शामिल है।