महाराष्ट्र में मंत्री पद को लेकर इस फार्मूले पर बन गई सहमति! शिंदे, अजित पवार के हाथ क्या?
- महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद के नाम पर सहमति बन गई है और आज भाजपा की विधायक दल की बैठक के बाद इसकी घोषणा हो सकती है। इसके बाद अब मंत्री पद को लेकर क्या समीकरण होंगे?
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही उठा-पटक के बीच भाजपा आज मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लगा सकती है। वहीं नए सीएम के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू हो गई है। मुंबई के आजाद मैदान में गुरुवार को भव्य आयोजन किया जाएगा। इस बीच सूत्रों के मुताबिक मंत्री पद के बंटवारे के लिए फॉर्मूला तैयार हो गया है। सूत्रों ने बताया है कि राज्य में सीटों का बंटवारा 6-1 के फॉर्मूले पर आधारित किया जाएगा। इसका मतलब यह होगा कि पार्टी के हर छह विधायकों पर एक मंत्री पद दिया जाएगा।
6-1 फॉर्मूले के तहत 132 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा के पास सबसे ज्यादा मंत्री पद होंगे। महायुति के दूसरे प्रमुख दल एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की NCP के हाथ भी निराशा नहीं लगेगी। आंकड़ों के हिसाब से भाजपा को 20 से 22 मंत्री पद मिलेंगे। वहीं एकनाथ शिंदे की पार्टी को 12 पद मिल सकते हैं। इसके अलावा अजित पवार गुट को 9 से 10 मंत्री पद दिए जा सकते हैं।
हालांकि असल पेंच गृह मंत्रालय को लेकर फंसा हुआ है जिसे देवेंद्र फडणवीस कई सालों से संभाल रहे हैं। शिंदे गुट उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार कर यह विभाग मुआवजे के तौर पर चाहती है। इस बीच सूत्रों ने बताया कि अजित पवार की एनसीपी ने नई सरकार में शिंदे गुट के बराबर हिस्सेदारी की मांग की है। एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा है कि उनका स्ट्राइक रेट बेहतर है और इसलिए उन्हें उसी हिसाब से मंत्री पद दिए जाने चाहिए।
इन सब के बीच देवेंद्र फडणवीस ने आज सुबह एकनाथ शिंदे से मुलाकात की है जिसके बाद यह लगभग तय है कि शिंदे उपमुख्यमंत्री पद को स्वीकार कर लेंगे। एकनाथ शिंदे ने इससे पहले यह कहा था कि वे भाजपा के फैसले में बाधा नहीं बनेंगे। गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 132 सीटें, शिंदेसेना ने 57 सीटें और अजित पवार के गुट ने 41 सीटें जीती थीं। महायुति ने राज्य की 288 सीटों में से 230 पर जीत दर्ज की थी।