NDA के टॉप नेता बोले फडणवीस होंगे CM, बताया कौन से 2 पद नहीं लेना चाहते एकनाथ शिंदे
- महाराष्ट्र में राज्य के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तैयारियां शुरू हो गई है। इस बीच रामदास आठवले ने कहा है कि देवेंद्र फडणवीस ही महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
महाराष्ट्र में नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू हो गई है। शपथ ग्रहण के लिए मुंबई के आजाद मैदान में तैयारियां जोरों पर हैं। भारतीय जनता पार्टी ने पुष्टि की है कि यह समारोह 5 दिसंबर को होगा और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कई बड़े नेता शामिल होंगे। हालांकि भाजपा ने आधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री के नाम का खुलासा नहीं किया है लेकिन पार्टी के सूत्रों का कहना है कि शीर्ष पद के लिए देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लगा दी गई है। वहीं NDA के वरिष्ठ नेता रामदास आठवले ने मंगलवार को कहा है कि सीएम पद के लिए फडणवीस के नाम का ही ऐलान होने जा रहा है।
महाराष्ट्र के सीएम के सवाल पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "मुझे लगता है कि कल जो बैठक होने वाली है उसमें बीजेपी हाईकमान सभी विधायकों की बात सुनेंगे। मुझे लगता है कि कल देवेंद्र फडणवीस के नाम का ऐलान हो सकता है। उनका उप मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल अच्छा रहा है।” आठवले ने आगे कहा, “एकनाथ शिंदे को कोई दिक्कत नहीं है। वो पहले ही कह चुके हैं कि वो मुख्यमंत्री की रेस में नहीं हैं। बीजेपी हाईकमान ने पहले ही उन्हें बता दिया है कि उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा। उनके पास महायुति का अध्यक्ष पद लेने या केंद्रीय मंत्री बनने के विकल्प हैं लेकिन वो इसके लिए तैयार नहीं हैं। वो नर्वस हैं।"
वहीं मुंबई के आजाद मैदान में सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। शपथ ग्रहण समारोह को भव्य आयोजन बनाने की तैयारी चल रही है। उम्मीद है कि महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस 4 दिसंबर को खत्म हो जाएगा और भाजपा विधायक दल की बैठक अपना नया नेता चुनेगी। इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी को बैठक के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया गया है।
गौरतलब है कि दो बार राज्य में मुख्यमंत्री रह चुके देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनने की रेस में सबसे आगे माना जा रहा है। विधायक दल की बैठक बुधवार सुबह विधान भवन में होगी जहां उनके नाम पर मुहर लग सकती है। 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में महायुति ने 288 सीटों में से 230 सीटें जीती थीं। इनमें से 132 सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी।