गुरुवार को नवरात्र के पहले दिन घटस्थापना के साथ घरों और मंदिरों में मां शैलपुत्री की पूजा की गई। श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। परमार्थ निकेतन में श्रीरामचरित्र मानस का पाठ...
कलश स्थापना के साथ गुरुवार से शारदीय नवरात्रि का अनुष्ठान शुरू हो जाएगा। देवी मंत्रों के आह्वान के बीच श्रद्धालु गुरुवार सुबह से आदिशक्ति मां दुर्गा की आराधना में लीन हो जाएंगे।
shardiya navratri 2024 kalash sthapana timing आश्विन शुक्ल पक्ष की पहली तिथि प्रतिपदा के साथ गुरुवार से शारदीय नवरात्र शुरू होगा। इस बार नवरात्र में कई राजयोग बन रहे हैं।
Shardiya Navratri 2024 : शारदीय नवरात्रि के दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। मां दुर्गा की पूजा, कलश और घटस्थापना हमेशा घर की सही दिशा में करना चाहिए।
Navratri Kalash Sthapna Muhurta : कलश व घट स्थापना सदैव शुभ मुहूर्त व सही विधि के अनुसार करना चाहिए। पंडित जी से जानें घटस्थापना व कलश स्थापना करने के शुभ मुहूर्त व कलश को स्थापित करने की आसान विधि-
3 अक्टूबर से मां दुर्गा का नौ दिनों का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन प्रतिपदा के दिन घट स्थापना की जाती है। यहां पढ़ें स्थापना का मुहूर्त
Navratri 2024 Ghata sthapana: इस बार पूरे 9 दिन की चैत्र नवरात्रि मनाई जाएगी। मान्यता है नवरात्रि के 9 दिन व्रत रखने और विधिवत पूजा-पाठ करने से माँ दुर्गा की कृपा सदैव बनी रहती है।
Aaj Ka Panchang 9 April : हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण।
Ghatasthapana Muhurat Kalash Sthapana Time : इस बार चैत्र नवरात्र 9 अप्रैल मंगलवार से शुरू होंगे और 17 अप्रैल (राम-नवमी) तक नवरात्र उपस्थित रहेंगे और 18 अप्रैल दशमी को नवरात्र का विसर्जन होगा।
Chaitra Navratri : इस साल चैत्र नवरात्रि पर 30 साल के बाद सर्वार्थअमृत सिद्धि योग बनने जा रहा है, जो अत्यंत शुभकारी है। इस दौरान मां दुर्गा की आराधना करने से सभी कष्ट और दुखों से मुक्ति मिलती है।
Navratri 2024 Kalash Sthapana : चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नौ अप्रैल से वासंतिक नवरात्र और नवसंवत्सर का शुभारंभ होगा। नवरात्र में घट स्थापना के साथ नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा होगी।
Chaitra Navratri 2024 : इस साल चैत्र नवरात्रि पर 30 साल के बाद अमृत सिद्धि योग बनने जा रहा है, जो अत्यंत शुभकारी है। इस दौरान मां दुर्गा की आराधना करने से सभी कष्ट और दुखों से मुक्ति मिलती है।
kharmas Surya rashi parivartan: इस बार नवरात्रि पर खरमास का साया रहेगा। दरअसल इस बार नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं। दरअसल 9 अप्रैल को भी खरमास रहेंगे और सूर्य के राशि परिवर्तन के बाद 13 अप्रैल
नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की विधिवत पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार, नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की उपासना व पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि का पहला दिन आज है। आज मां दुर्गा के स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा का विधान है। मां शैलपुत्री की पूजा करते समय बीजमंत्र ह्रीं शिवायै नम: मंत्र का जाप करना अति शुभ माना गया है।
kalash sthapana 2023 : नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना या घटस्थापना के साथ ही मां आदिशक्ति को समर्पित यह पावन त्योहार शुरू हो जाता है। नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का विशेष महत्व होता है।
शारदीय नवरात्र की शुरूआत रविवार से हो रही है। शारदीय नवरात्र 15 अक्टूबर से शुरु होकर 24 अक्टूबर तक रहेगा। भगवती का आगमन हाथी पर होगा, जो अच्छा संकेत है। हालांकि, भगवती का गमन मुर्गे से हो रहा है।
Navratri 2023 Kalash Sthapana Shubh Muhurat:नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि में कलश स्थापित किया जाता है, लेकिन मान्यता है कि चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग में कलश स्थापित नहीं करना चाहिए।
Navratri : पितरों की विदाई के साथ मातृ पक्ष शुरू होता है। इस दिन मां दुर्गा का आह्वान कर अगले दिन कलश स्थापना कर पूजा शुरू की जाती है। ज्योतिष राकेश मिश्र बताते हैं कि महालया बंगाल में बहुत खास है।
Navratri 2023 Kalash Sthapana Shubh Muhrat Time : इस बार माता का आगमन हाथी पर और प्रस्थान मुर्गे पर होगा। आगमन विशेष शुभ प्रभाव वाला होगा जबकि माता का प्रस्थान शुभ नहीं कहा जा सकता है।
Navratri नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा जिनती महत्ता रखती है। मां का आगमन और गमन की सवारी का भी उतना ही महत्व है। इस वर्ष मां का आगमन शुभ संकेत दे रहा है। इस बार देवी का आगमन 15 अक्टूबर को हो रहा है।
Kalash sthapana time navratri 2022: शारदीय नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना या कलश स्थापना का विधान है। मान्यता है कि घटस्थापना करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं। आप भी जान लें शुभ समय-
Kalash Sthapana Niyam: नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना का विधान है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। जानिए कलश स्थापना नियम-
Navratri Kalash Sthapana: नवरात्रि के पहले दिन प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना का विधान है। मान्यता है कि घटस्थापना करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं।
shardiya navratri 2022 kalash sthapana : शारदीय नवरात्रि इस वर्ष 26 सितंबर से शुरू हो रही है। इस बार पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा होगी। कोई तिथिक्षय जैसी स्थिति नहीं है।
आश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से नवमी पर्यन्त दशमी तक मां भगवती को पूजने ,मनाने, एवं शुभ कृपा प्राप्त करने का सबसे उत्तम समय है। आश्विन मास में पड़ने वाले इस नवरात्र को शारदीय नवरात्र कहा जाता है। इस नवरा
Navratri : नवरात्रि के पावन पर्व की शुरुआत आज से हो गई है। नवरात्रि के पहले दिन मां के प्रथम रूप मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना भी की जाती है। ज्योतिष...
Navratri : नवरात्रि के प्रथम दिन घटस्थापना की जाती है और अखंड ज्योत भी जलाई जाती है। नवरात्रि का पावन पर्व 9 दिनों तक बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है। नवरात्रि के दौरान मां के 9 रूपों की पूजा-...
Navratri 2021 : नवरात्र पर हर कोई अपनी श्रद्धानुसार माता रानी की आराधना कर व्रत रखता है। इससे भक्तों की समस्याओं का समाधान होता है। इसके साथ ही अन्य उपाय भी करते हैं। ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल...
Navratri : गुरुवार से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्र में देवी दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा-अर्चना प्रतिदिन विधि-विधान से होगी। माता रानी को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धालु कलश स्थापना, अखंड...