Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़ऋषिकेशNavratri Celebrations Begin with Ghatasthapana and Worship of Maa Shailputri

भक्तों ने की मां शैलपुत्री की आराधना

गुरुवार को नवरात्र के पहले दिन घटस्थापना के साथ घरों और मंदिरों में मां शैलपुत्री की पूजा की गई। श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। परमार्थ निकेतन में श्रीरामचरित्र मानस का पाठ...

Newswrap हिन्दुस्तान, रिषिकेषThu, 3 Oct 2024 05:31 PM
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नवरात्र के पहले दिन गुरुवार को घटस्थापना के साथ घरों और मंदिरों में मां शैलपुत्री की उपासना की गई। शुभ मुहूर्त में घटस्थापना कर जौ बोने के साथ अखंड ज्योति जलाई गई। मंदिरों में भी तड़के से श्रद्धालुओं की भीड़ रही। ऋषिनगरी के बाजार भी दिनभर लोगों से अटे रहे। ऋषिनगरी के दुर्गा मंदिर, भद्रकाली मंदिर समेत मंदिरों में भक्तों ने पूजा-अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। माता शैलपुत्री का पूजन कर फल,नारियल,चुनरी और मिठाई का भोग लगाया। ज्योतिष डा. कैलाश घिल्डियाल बताते है कि नवरात्र पर जौ उगाने की परम्परा है। नवरात्र में व्रत का रखना काफी महत्व रखता है। मां शैलपुत्री का संस्कृत में पर्वती की बेटी अर्थ होता है। मां के स्वरूप की बात करे तो मां के माथे पर अर्ध चंद्र स्थापित है। मां के दाहिने हाथ में त्रिशूल और बांए हाथ में कमल का फूल है।

परमार्थ निकेतन में रामचरित मानस का पाठ

परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती के सान्निध्य में नवरात्रि पर श्रीरामचरित्र मानस का नवाह्नपारायण पाठ विशेष अनुष्ठान का शुरू हुआ। सम्पूर्ण श्रीरामचरित्र मानस का पाठ नवरात्रि के नौ दिनों तक किया जायेगा। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि नवरात्रि, शक्ति, भक्ति और ऊर्जा के जागरण का पर्व है। नवरात्रि हमें अध्यात्म, आत्मज्ञान और आत्मसाक्षातकार का अवसर प्रदान कराती है। हम बाहरी प्रकाश के लिये विज्ञान के अनेक प्रयोग करते हैं लेकिन आत्मप्रकाश के लिये यह नवरात्रि का पावन पर्व हैं। ये नौ दिन किसी और के लिये नहीं बल्कि अपने भीतर दर्शन और आत्मावलोकन के दिन हैं। ये साधना, स्वाध्याय और सेवा के नौ दिन है। ये अर्पण, तर्पण और समर्पण के नौ दिन हैं चित्त शुद्धि, हित शुद्धि और वित्त शुद्धि के नौ दिन है। इस अवसर परशिव मूंधड़ा,नंदकिशोर लोहिया, घनश्याम लोहिया, जयराम लोहिया, सुरेन्द्र चांडक, नवीन लोहिया, सुरेन्द्र शर्मा आदि मौजूद रहे।

मां के जयकारों से गूंजे मंदिर

डोईवाला। शारदीय नवरात्रि के पहले दिन सुबह से ही सोमेश्वर सिद्ध पीठ मंदिर अग्रवाल धर्मशाला नगर ऋषिकेश रोड, शक्तिपीठ मंदिर देहरादून रोड, के अलावा नगर और ग्रामीण क्षेत्र के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। सोमेश्वर सिद्ध पीठ मंदिर अग्रवाल धर्मशाला के पंडित रमेश डंडरियाल ने श्रद्धालुओं के साथ शुभ मुहूर्त मे विधि विधान से माता रानी की घट स्थापना कर पूजा अर्चना की। महिलाओं ने मंदिर में भजन कीर्तन किये। महिलाओं ने चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है। दुर्गा है मेरी मां, अंबे है मेरी मां भजनों की प्रस्तुति दी। इस दौरान माता के जयकारे गुंजते रहे। पंडित रमेश डंडरियाल ने बताया कि महिला भजन मंडली द्वारा हर वर्ष नवरात्रि के मौके पर 9 दिनों तक शाम को भजन कीर्तन का आयोजन किया जाता है। जिसमें आसपास क्षेत्र की सैकड़ों महिलाएं भजन कीर्तन कार्यक्रम में भाग लेकर 9 दिनों तक माता को प्रसन्न कर परिवार की खुशहाली की कामना करती है। मौके पर संस्कार भारती नगर अध्यक्ष ईश्वरचंद अग्रवाल, बेलीराम गोयल, अनीता गुप्ता, हेमा देवी, सुमन जोशी, संगीता अग्रवाल, उमा शर्मा, रामरती देवी, अरुणा बिष्ट आदि महिलाएं मौजूद रही।

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