दिल्ली सरकार बस सेवा को भी डिजिटल प्रगति से जोड़ेगी। इसके साथ ही दिल्ली में ईवी चार्जिंग नेटवर्क का भी विस्तार किया जाएगा। दिल्ली परिवहन निगम की बोर्ड बैठक में इनके साथ-साथ कई अन्य फैसले भी लिए गए हैं।
दिल्ली में बेहतर सार्वजनिक परिवहन सेवा के लिए ‘देवी’ योजना के तहत शुक्रवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्लीवालों को 400 नई इलेक्ट्रिक बसों की सौगात दी है। 400 में से 250 बस 9 मीटर लंबाई हैं।
दिल्ली की डीटीसी बसों में कैश लेस सफर को बढ़ावा देने के लिए डीटीसी टिकट के साथ-साथ जल्द ही बस पास भी ऑनलाइन जारी करेगा। इस दिशा में डीटीसी की टेक्निकल टीम ने काम शुरू कर दिया है और जल्द ही यह सेवा शुरू की जा सकती है।
डीटीसी की पुरानी बसें जल्द ही फूड स्टॉल में बदली हुई नजर आएंगी। इन बसों को फूड किओस्क में बदलकर आनंद विहार, सराय काले खां और कश्मीरी गेट आईएसबीटी पर तैनात किया जाएगा। इसके अलावा दिल्ली के दो आईएसबीटी को भी मॉडल ट्रांजिट हब में बदले जाने का भी प्लान है।
दिल्ली के लोगों की सहूलियत के लिए सरकार जल्द ही एक सेवा शुरू करने वाली है। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि सरकार 22 अप्रैल को दिल्ली इलेक्ट्रिक व्हीकल इंटरचेंज (देवी) के बैनर तले अपनी मोहल्ला इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू करने जा रही है।
डीटीसी में कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे करीब 25 हजार कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स की सैलरी जल्द बढ़ सकती है। डीटीसी अधिकारियों ने एक आरटीआई के जवाब में बताया है कि कर्मचारियों का बेसिक, ग्रेड पे और डीए बढ़ाने का मामला विचाराधीन है।
Multibagger Stock: 2025 का साल शेयर बाजार के निवेशकों के लिए काफी मुश्किलों भर रहा है। इस दौरान बड़ी संख्या में कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है। लेकिन 3 कंपनियां ऐसी भी हैं जिनकी लिस्टिंग इस साल हुई है। और उन्होंने शेयर बाजार में शानदार रिटर्न दिया है।
राजधानी की सड़कों पर इस सप्ताह 670 नई बसें उतारने की तैयारी शुरू हो गई है। स्वदेशी अनुपालन प्रमाण पत्र पेश करने की शर्त से फौरी राहत देते हुए सरकार ने डिपो में खड़ी इन बसों को सड़कों पर उतारने की मंजूरी दे दी है।
दिल्ली में चंद दिन बाद 1 अप्रैल से अपनी मियाद पूरी कर चुकी बसें सड़कों से हट जाएंगी। इसके साथ ही क्लस्टर बसों के सात डिपो का अनुबंध भी खत्म हो जाएगा। ऐसे में दिल्ली की सड़कों से तकरीबन दो हजार बसों का संचालन बंद हो जाएगा। इसकी वजह से 60 से ज्यादा रूटों पर बसों की कमी हो सकती है।
कैग रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में ‘आप’ सरकार के दौरान बेहतर योजना नहीं होने की वजह से नुकसान उठाना पड़ा। डीटीसी का सालाना घाटा 2015-16 में 3411 करोड़ से बढ़कर 2022 में 8498 करोड़ तक पहुंच गया। पुरानी बसें ज्यादा होने से ब्रेकडाउन के मामले भी बढ़े।