दिल्ली के यात्रियों को अब घर के पास तक छोड़ेंगी ‘देवी’ बसें; किन रूटों पर मिलेगी सेवा, कितना है किराया
दिल्ली में बेहतर सार्वजनिक परिवहन सेवा के लिए ‘देवी’ योजना के तहत शुक्रवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्लीवालों को 400 नई इलेक्ट्रिक बसों की सौगात दी है। 400 में से 250 बस 9 मीटर लंबाई हैं।

राजधानी दिल्ली में बेहतर सार्वजनिक परिवहन सेवा के लिए ‘देवी’ योजना के तहत शुक्रवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्लीवालों को 400 नई इलेक्ट्रिक बसों की सौगात दी है। एक समारोह के दौरान सेवा नगर स्थित कुशक नाला डिपो से इलेक्ट्रिक वाहन इंटरकनेक्टर (देवी) योजना की बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। 400 में से 250 बस 9 मीटर लंबाई हैं, जो दिल्ली की अंदरूनी और छोटे मार्गों पर लोगों को अंतिम गंतव्य तक पहुंचने की सुविधा देंगी। फिलहाल जो डीटीसी बसें चल रही हैं, उनकी लंबाई करीब 13 मीटर है।
केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा, दिल्ली के परिवहन मंत्री डॉ. पंकज सिंह, पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश साहिब सिंह और मनजिंदर सिंह सिरसा की मौजूदगी में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘देवी’ योजना के तहत शुरू हुई बसें दिल्ली को तरक्की की राह पर ले जाएंगी। एक तरफ यात्रियों को सुगम यात्रा का लाभ मिलेगा, दूसरी ओर प्रदूषण से भी राहत मिलेगी।
उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार तकनीकी और दस्तावेज प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पाई थी। दिल्ली में प्रदूषण का 45 प्रतिशत हिस्सा वाहनों की वजह से है। इसको कम करने के लिए 2026 के अंत तक दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन सेवा को 100 फीसदी इलेक्ट्रिक मोड पर लेकर आएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही हम नई ईवी पॉलिसी लाएंगे। इसके तहत निजी वाहनों को छूट देते हुए दिल्ली में अधिक से अधिक प्राइवेट इलेक्ट्रिक वाहनों को लाने में सपोर्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन समेत अन्य संसाधन विकसित किए जाएंगे। सरकार इसकी व्यवस्था कर रही है। कार्यक्रम में पहुंचे केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि दिल्ली में कचरे व यमुना सफाई के लिए एआई तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
मोहल्ला बसों का नाम इसलिए रखा ‘देवी’ : मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि दिल्ली पर कालका माई, छतरपुर वाली माता और झंडेवालान वाली माता की विशेष कृपा रही है। इसीलिए बसों का नाम ‘देवी’ रखा गया।
आप बोली, नाम बदल कर श्रेय ले रही भाजपा : ‘आप’ के प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा केजरीवाल सरकार में किए गए कामों का नाम बदलकर श्रेय ले रही है। बसों का नाम बदलना इसी का हिस्सा है।

करीब 38 यात्री सफर कर सकेंगे
‘देवी’ बसों में महिला यात्री मुफ्त सफर कर सकेंगी। संकरी गलियों और छोटे रूटों पर बस चलने से कनेक्टिविटी बेहतर होगी। बस में 23 बैठने और 13 यात्रियों के खड़े होने का स्थान है। एक व्हीलचेयर के लिए भी स्थान बनाया गया है।
छोटे रूटों पर संचालन होगा
इन बसों को 12 किलोमीटर तक के छोटे रूट पर चलाया जाएगा। इनका मुख्य उद्देश्य संकरी गलियों को मुख्य रास्तों से जोड़ना है। फिलहाल गाजीपुर, नागलोई, ईस्ट विनोद नगर डिपो से बसों का संचालन किया जाएगा।
10 से 30 रुपये किराया देना होगा
ऐसी संचालित इन बसों में महिलाओं को पिंक टिकट की सुविधा मिलेगी, वहीं सामान्य किराया 10 रुपये से 30 रुपये देना होगा। बस में 7 सीसीटीवी कैमरे और पैनिक बटन भी मौजूद हैं। बस 45 मिनट में फुल चार्ज हो जाएगी।
अंदरूनी सड़कों पर सफर आसान
बसों के संचालन से पहले रूटों का सर्वे करने के बाद ही रूट तय किया गया है। बड़ी बसें सकरी गलियों में नहीं जा पाती थीं, जिसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। यात्रियों को काफी राहत मिलने वाली है।
● 225 किलोमीटर का सफर सिंगल चार्ज में तय करेगी बस
● 2025 के अंत तक 2080 ईवी बस बेड़े में शामिल होंगी
● 06 पिंक सीट महिला यात्रियों के लिए आरक्षित