एक दिन पहले मंगलवार को भारत में कोविड-19 के 573 नए मामले दर्ज किए गए थे। नए साल यानी 1 जनवरी को देश में 636 नए मामले सामने आए थे और तीन लोगों की कोरोना से जान गई थी।
COVID-19: कोरोना के नए वैरिएंट का धीरे-धीरे प्रसार शुरू हो गया है। अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि तिरुवनंतपुरम से आगरा पहुंचे एक पर्यटक का आगरा छावनी रेलवे स्टेशन पर कोविड-19 टेस्ट किया गया था।
चीन अब भी कोरोना वायरस की मार से उबर नहीं पाया है। इस बीच देश में एक और रहस्यमयी बीमारी ने कहर मचा दिया है। इसे निमोनिया माना जा रहा है, लेकिन इसके बारे में कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आ सकी है।
Coronavirus New Variant: पिरौला कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन स्ट्रेन का म्यूटेटेड वेरिएंट था। साल 2021 में इसके बारे में पता चला था। अमेरिका, ब्रिटेन, चीन और यूरोप के कई हिस्सों में इसके मरीज मिले थे।
इंग्लैंड, आइसलैंड, फ्रांस और अमेरिका में भी यह पाया गया। आज के अन्य प्रमुख कोविड स्ट्रेन जैसे XBB.1.5 और HV.1 की तुलना में इस वेरिएंट में भारी अंतर से वैज्ञानिक विशेष रूप से आश्चर्यचकित हैं।
Nipah Virus: आईसीएमआर डीजी ने कहा, ''हमारे पास केवल 10 रोगियों के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडी खुराक हैं; अब तक किसी को भी नहीं दी गई है। भारत ने मोनोक्लोनल एंटीबॉडी की 20 और खुराक मांगी है।''
यह अध्ययन इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च के ताजा अंक में प्रकाशित हुआ है। यह देखा गया कि पुरुषों की मृत्यु दर महिलाओं की तुलना में 65% ज्यादा रही।जिन लोगों की मौतें हुई, वह डिस्चार्ज होने के 10 दिन के
आईसीएमआर ने उन मरीजों पर एक साल तक नजर रखी जो वायरस से संक्रमित थे और अस्पतालों में भर्ती थे।इस अध्ययन का विवरण 40 अस्पतालों की क्लिनिकल रजिस्ट्री से लिया गया था।
तीन साल से अधिक समय के बाद, वायरस के कारण विश्व स्तर पर संक्रमण के अनुमानत: 76.4 करोड़ मामले सामने आए और लगभग पांच अरब लोगों को टीके की कम से कम एक खुराक मिली है।
Covid-19 News: एक ओर जहां अधिकांश बड़े राज्यों में कोविड का ग्राफ नीचे आया, तो कुछ राज्यों में मामलों ने चिंता बढ़ाई। ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड में संक्रमण में तेजी से इजाफा देखा गया।