कोरोना महामारी का खतरा टलने के बाद अधिकांश जगहों पर कोविड गाइडलाइन की पाबंदियां भी हट गई हैं। कोविड की निगेटिव रिपोर्ट की बाध्यता अब नहीं रही। बीते दो साल से जिले में एक भी कोरोना पाजिटिव मरीज भी नहीं है।
डॉ. भुइयां ने कहा, ‘यह एक नियमित जांच थी, जिसके दौरान एचएमपीवी संक्रमण का पता चला। बच्चे की हालत अब स्थिर है। यह एक सामान्य वायरस है और चिंता की कोई बात नहीं है।’
एचएमपीवी से बचाव के लिए कोविड-19 जैसे प्रोटोकॉल का पालन करना आवश्यक है, जिसमें नियमित रूप से हाथ धोना, खांसते-छींकते समय मुंह ढकना, संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखना और उनकी उपयोग की वस्तुओं को साफ रखना शामिल है।
यह वायरस किसी भी उम्र के लोगों को शिकार बना सकता है। खासतौर पर ऐसे युवा भी इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं, जो फेफड़े की बीमारी से पीड़ित हों। या फिर निमोनिया आदि से पीड़ित हों। इसके अलावा अस्थमा, सांस की अन्य बीमारियों, लंग से संबंधित समस्याओं से पीड़ित लोग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।
HMPV वायरस के लक्षणों में कफ, बुखार, नाक में संक्रमण, श्वास में परेशानी, गंभीर स्थिति में ब्रोकांइटिस एवं न्यूमोनिया शामिल है। एचएमपीवी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने अथवा छींकने से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति को छूने, एवं संक्रमित वस्तुओं के मुंह, आंख अथवा नाक के संपर्क होने से फैल सकता है।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हमें घबराना चाहिए क्योंकि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है। वायरस देश में पहले से ही मौजूद है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि यह भारत में HMPV का पहला मामला है, जो सच नहीं है क्योंकि वायरस देश में पहले से मौजूद है।'
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, एचएमपीवी का संक्रमण पहले से ही भारत सहित कई देशों में फैल रहा है और विभिन्न देशों में इससे संबंधित श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले सामने आए हैं।
पोस्ट में कहा गया, ‘राष्ट्रगान का सम्मान करना हमारे संविधान में निहित पहले मौलिक कर्तव्यों में से एक है। राज्यपाल के अभिभाषण के आरंभ और अंत में सभी राज्य विधानसभाओं में इसे गाया जाता है। आज राज्यपाल के सदन में आने पर केवल तमिल थाई वाझथु गाया गया।'
सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें चीनी बच्चे काफी कमजोर दिख रहे हैं। मरीज अस्पताल के बिस्तर पर लेटे हुए हैं और एकदम घबराए माता-पिता उन्हें एकटक देख रहे हैं।
China new virus: चीन में फैल रहे नए श्वास संबंधी वायरस को लेकर भारत सरकार सतर्क हो गई है। केंद्र ने इस मुद्दे पर बैठक बुलाई है। केंद्र ने इस मुद्दे पर विश्व स्वास्थ्य संगठन से भी प्रमाणित सूत्रों के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।
चीन में फैल रहे एचएमपीवी वायरस को लेकर चीन ने ही सफाई दी है कि यह वायरस ज्यादा खतरनाक नहीं है। चीन का कहना है कि हर साल सर्दियों के मौसम में वायरस ऐक्टिव हो जाता है।
china virus: चीन में फैल रहे नए वायरस से दुनियाभर की चिंताएं बढ़ीं हुई हैं। हालांकि भारतीय मेडीकल अधिकारी डॉक्टर अतुल गोयल ने कहा कि इससे डरने की जरूरत नहीं है। यह किसी सामान्य वायरस की ही तरह है।
New Virus in China: HMPV के लक्षण फ्लू और अन्य सांस संबंधी बीमारियों के समान ही हैं। इसके सामान्य लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं।
वीडियो में दिख रहे न्यूज एंकर सैयद सुहैल से संपर्क किया गया। उन्होंने पुष्टि की कि यह क्लिप 2022 की है। उन्होंने कहा कि यह जानकारी 2022 की रिपोर्ट्स पर आधारित थी।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण पूर्व में अस्पताल में भर्ती होना, आकस्मिक मृत्यु का पारिवारिक इतिहास और कुछ जीवनशैली संबंधी व्यवहारों के कारण अचानक मृत्यु की आशंका बढ़ जाती है।
रवांडा में इन दिनों जानलेवा मारबर्ग वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को इस वायरस से 11 लोगों की मौत हो गई। इस वायरस से मृत्युदर काफी ज्यादा है। यह तरल पदार्थ से फैलने वाला इबोला फैमिली का ही वायरस है।
कानपुर में मौसमी वायरल बुखार के मरीज काफी बढ़ गए हैं। डॉक्टरों के मुताबिक ऐसे मरीज जिन्हें पहले कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ था, वो ठीक होने में बाकी मरीजों से ज्यादा समय ले रहे हैं।
Corona new variant XEC: कोरोना का नया वैरिएंट दुनिया में तेजी से फैल रहा है। इस नए वैरिएंट का नाम- XEC है। जून महीने में दस्तक के साथ महज तीन महीने में यह 27 देशों तक फैल चुका है।
वुहान इंस्टीट्यूट की टीम को कभी कोविड-19 महामारी पैदा करने के लिए दोषी ठहराया गया था। कहा जाता है कि कोरोना वायरस चीन के वुहान स्थित इसी लैब से निकला था।
रिपोर्ट के मुताबिक, पुष्टि किए गए मामले में ओरकजई का 51 वर्षीय व्यक्ति शामिल है। इसकी हालत स्थिर बताई गई है और उसे इलाज के लिए पेशावर स्थित एक अस्पताल भेजा गया है।
आईजीआईएमएस के अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि अगले सप्ताह से यह यूनिट शुरू हो जाएगी। बताया कि कोरोना के बाद से हार्ट अटैक से अचानक होनेवाली मौतों में युवाओं की संख्या लगभग 15 से 20 प्रतिशत तक पहुंच गई है। इसका बड़ा कारण कोरोना माना जा रहा है।
कांगो के बाद यह अफ्रीका के 12 देशों में फैला और अब एशिया में भी इस संक्रमित रोग की एंट्री हो चुकी है। थाईलैंड सरकार ने कंफर्म किया है कि उसके देश में मंकीपॉक्स का पहला केस आया है।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने बताया कि 15 अगस्त को मंकीपॉक्स पर आपातकालीन समिति ने बैठक की। इस दौरान बताया गया कि 12 से अधिक देशों में बच्चों और वयस्कों में मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि हुई है
पाकिस्तान में भी मंकी पॉक्स के तीन मामले पाए गए हैं। अफ्रीकी देशों से शुरू हुआ संक्रमण पूरी दुनिया में फैल रहा है। डब्लूएचओ ने इसको लेकर इमर्जेंसी जारी कर दी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दो साल में लगातार दूसरे साल मंकीपॉक्स को लेकर हेल्थ इमरजेंसी घोषित की है। यह कांगो से शुरू होकर 13 अन्य देशों में भी दस्तक दे चुका है। इस साल अभी तक मंकी पॉक्स से 517 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
बिहार पेंशनर समाज जिला शाखा की कार्य समिति बैठक में मांग की गई कि कोरोना काल में पेंशनरभोगियों को महंगाई भत्ते का एक मुश्त भुगतान किया जाए, ट्रेनों और बसों में 50% राहत दी जाए, आयुष्मान कार्ड से...
Sri Lanka News: एक कैबिनेट नोट के अनुसार, श्रीलंकाई मंत्रिमंडल ने सोमवार को एक बैठक में मार्च 2020 में थोपे गए आदेश के लिए मुस्लिम समुदाय से माफी मांगने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय (एमओएच) ने कहा है कि 5 से 11 मई के सप्ताह में कोविड मामलों की अनुमानित संख्या पिछले सप्ताह के 13,700 मामलों की तुलना में बढ़कर 25,900 हो गई है।
Covaxine Side Effect: स्टडी रिपोर्ट में कहा गया है कि अध्ययन के लिए चुने गए 926 प्रतिभागियों में से लगभग एक-तिहाई लोगों में ऊपरी सांस की नली में वायरल संक्रमण सबसे आम और बड़ी शिकायत है।
Covid Vaccination: पुलिस का कहना है कि धोखेबाज वैक्सीन के बारे में कॉल कर आधार नंबर, बैंक डिटेल जैसी निजी जानकारियों में सेंध लगा रहे हैं। खास बात है कि धोखेबाज IVRS का भी सहारा ले रहे हैं।