एक्सप्लेनर: HMPV Virus सर्दियों में ही क्यों फैलता है, ऐसे जवानों को भी संक्रमण का रिस्क
- यह वायरस किसी भी उम्र के लोगों को शिकार बना सकता है। खासतौर पर ऐसे युवा भी इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं, जो फेफड़े की बीमारी से पीड़ित हों। या फिर निमोनिया आदि से पीड़ित हों। इसके अलावा अस्थमा, सांस की अन्य बीमारियों, लंग से संबंधित समस्याओं से पीड़ित लोग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।
कोरोना सरीखे HMPV Virus की इन दिनों चर्चा है। भारत में अब तक इस वायरस के 7 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं चीन में बड़ी संख्या में इस वायरस के मरीज देखे जा रहे हैं और अस्पतालों में भारी भीड़ इलाज के लिए पहुंच रही है। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को इस संबंध में पूछे जाने पर कहा कि यह वायरस नया नहीं है और कोई चिंता की बात नहीं है। फिर भी महाराष्ट्र, कर्नाटक में इसे लेकर एडवायजरी जारी की जा चुकी है। इस वायरस के लक्षण भी कोरोना जैसे ही हैं। कहा जा रहा है कि यह वायरस उस हद तक जानलेवा नहीं है, जैसे कोरोना था। लेकिन चिंता की बात यह है कि 5 साल तक के मासूम बच्चों को यह टारगेट करता है। इसके अलावा अधिक आयु के बुजुर्ग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। वहीं कम इम्युनिटी वाले युवाओं को भी खतरा है।
सर्दियों के मौसम में ज्यादा फैलता है HMPV वायरस
एक्सपर्ट्स का कहना है कि HMPV Virus सर्दियों के मौसम में अधिक फैलता है। इसका कारण यह भी है कि मौसम थोड़ा प्रदूषित हो जाता है और लोग सर्दी, जुकाम जैसी समस्याओं से इस मौसम में ज्यादा पीड़ित होते हैं। ऐसे में HMPV Virus के फैलने की संभावना भी सर्दी में बढ़ जाती है। चीन के विदेश मंत्रालय का भी कहना है कि यह वायरस सर्दियों से बसंत ऋतु के दौरान ज्यादा फैलता है। हालांकि चीन का कहना है कि यह सामान्य वायरल इन्फेक्शन है और इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। यह अन्य कई तरह के बुखारों की तरह ही है। इसके लक्षणों में खांसी, छींक, नाक बहना, हल्का बुखार आदि हैं। लगभग ऐसे ही लक्षण कोरोना वायरस के भी होते हैं।
कौन से युवा भी आ सकते हैं HMPV वायरस की जद में
अब तक मिला जानकारी के अनुसार यह वायरस किसी भी उम्र के लोगों को शिकार बना सकता है। खासतौर पर ऐसे युवा भी इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं, जो फेफड़े की बीमारी से पीड़ित हों। या फिर निमोनिया आदि से पीड़ित हों। इसके अलावा अस्थमा, सांस की अन्य बीमारियों, लंग से संबंधित समस्याओं से पीड़ित लोग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। यदि किसी की कैंसर के चलते कीमोथेरेपी हो रही हो या फिर अंग प्रत्यारोपण कराया हो तो वह भी रिस्क पर होते हैं। कुल मिलाकर सर्दी, खांसी, जुकाम और सांस से संबंधित किसी बीमारी की आशंका हो तो HMPV वायरस को लेकर भी एक बार अलर्ट हो जाना चाहिए।