कटिहार जिले के आजमनगर प्रखंड में बुनियादी सुविधाओं की कमी है, लेकिन बाबा गोरखनाथ धाम के विकास से उम्मीदें बढ़ी हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की है।...
कटिहार की महेशपुर गांव में मधुमक्खी पालन ने 20 परिवारों की तकदीर बदल दी है। सूरज कुमार ठाकुर ने 15 साल पहले इस व्यवसाय की शुरुआत की थी। अब उनके पास 500 से अधिक बी-बॉक्स हैं। महिलाएं भी आत्मनिर्भर हो...
कटिहार जिले में किसान सलाहकार 2010 से काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें 15 वर्षों में न तो संविदाकर्मी का दर्जा मिला है और न ही स्थायीकरण हुआ है। वे चुनाव, जनगणना जैसे गैर-कृषि कार्यों में भी लगे हैं।...
कटिहार, बिहार में मोबाइल रिटेल व्यापारियों का व्यवसाय संकट में है। ई-कॉमर्स कंपनियों की नीतियों और भारी छूट के कारण स्थानीय दुकानदारों का व्यापार ठप हो रहा है। इससे व्यापारियों की आजीविका पर असर पड़...
कटिहार जिले के फलका प्रखंड की मलिन बस्तियों में सैकड़ों परिवार बुनियादी सुविधाओं के अभाव में जी रहे हैं। न पीने का साफ पानी, न शौचालय और न ही बिजली की व्यवस्था है। महिलाएं खुले में स्नान करने को मजबूर...
परंपरागत बांस के कारीगरों की स्थिति खराब हो रही है। सिंगल टोला और कुरसेला के सौ से अधिक परिवार पीढ़ियों से सूप-दउरा, झाड़ू और चंगेरा बनाकर जीवन यापन कर रहे हैं। बढ़ती लागत और घटती मांग के कारण ये अपने...
कटिहार जिले के फलका एवं कोढ़ा प्रखंड के किसान सिंचाई की समस्या से जूझ रहे हैं। स्टेट बोरिंग वर्षों से खराब पड़े हैं, जिससे किसान महंगे डीजल पंप से पानी लाने को मजबूर हैं। किसान चाहते हैं कि सरकार...
कटिहार जिला मुख्यालय से सालमारी के लोगों का जुड़ाव आज भी एक चुनौती है। 40 किलोमीटर सड़क और 30 किलोमीटर रेल यात्रा के कारण उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जाम, खराब सड़कें और समय की बर्बादी...
कटिहार जिले के 5000 से अधिक विशिष्ट शिक्षक तकनीकी गड़बड़ियों और प्रशासनिक लापरवाही के कारण समस्याओं का सामना कर रहे हैं। 1500 शिक्षकों का प्रान नंबर अब तक जनरेट नहीं हो पाया है, जिससे वेतन लंबित है।...
कटिहार जिले का आबादपुर इलाका आज भी विकास से दूर है। 10 पंचायतों के लोग बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं। बाढ़ और रोजगार की कमी के कारण लोग परेशान हैं और बारसोई तक 20 किलोमीटर की यात्रा करनी...