लड़कों को भागते देख अस्पताल गेट के बाहर मौजूद गार्ड और लोगों ने उसे पकड़ने की कोशिश की लेकिन तब तक दोनों के वहां से फरार हो गये। इसके बाद लड़की को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
बख्तियारपुर के पास सड़क पर एक महिला और उनका बेटा जख्मी होकर पड़े थे। यह देखकर तेजस्वी यादव ने काफिला रोक दिया और दोनों को अस्पताल भेज कर इलाज करवाया
Pink Bus Service: निगम को महिला कंडक्टर तो मिली पर चालक के लिए कोई महिला सामने नहीं आई। निगम अब भी तलाश में है। अगर महिला ड्राइवर नहीं मिली तो फिर पुरुष चालक को ही पिंक बस चलाने की जिम्मेदारी दी जाएगी।
10 लाख का इनामी आतंकी कश्मीर नेपाल में छिपकर रह रहा था। वह किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। इसको लेकर वह मोतिहारी शहर आया था, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया। कश्मीर पर 20 अगस्त 2022 को एनआईए ने नयी दिल्ली में कांड दर्ज किया था।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद मई के आखिरी हफ्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान रोहतास जिले के बिक्रमगंज में जनसभा को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी किस दिन आएंगे, इसकी तिथि अभी फाइनल नहीं हुई है। हालांकि जल्द तिथि घोषित होने की उम्मीद है।
बेगूसराय के बरौनी में दोस्तों ने ही युवक की गला रेतकर हत्या कर दी। हत्या की वजह का खुलासा नहीं हो सका है। लाइब्रेरी की छत पर युवक का शव मिला। हत्या के विरोध में लोगों ने सड़क जाम कर दी।
रविवार को पुलिस को किसी ने सूचना दी, कि मक्के के खेत में एक बालक का शव है। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर शव को बरामद कर लिया। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है।
सुपौल जिले के करजाइन थाना इलाके में बंद डॉक्टर के घर पर चोरों ने धावा बोल दिया। एक लाख कैश और 7 लाख का सामान लेकर फरार हो गए। घटना का पता तब चला, जब डॉक्टर सुबह घर पहुंचे, 19 मई को भरत चौधरी की शादी है, इसी सिलसिले में परिजन नेपाल खरीददारी करने गए थे।
भालू की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम थाना के पास आ पहुंची और जानवर को सुरक्षित पकड़ने के लिए रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि भालू वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से भटककर आबादी वाले इलाके में पहुंच गया।
दोनों गांव जिले में फौजियों के गांव के नाम से जाने जाते हैं। अब भी जब सीमा पर कुछ हरकत होती है तो इन गांवों के लोग टीवी और रेडियो से चिपक जाते हैं। जब ये सैनिक छुट्टी में अपने गांव आते हैं तो बाकायदा युवाओं के साथ फिल्ड में जाकर बहाली के लिए टिप्स और ट्रेनिंग भी देते हैं।