Pink Bus :महिला स्पेशल पिंक बस में पुरुष होंगे ड्राइवर, क्यों मजबूर है बिहार राज्य पथ परिवहन निगम
Pink Bus Service: निगम को महिला कंडक्टर तो मिली पर चालक के लिए कोई महिला सामने नहीं आई। निगम अब भी तलाश में है। अगर महिला ड्राइवर नहीं मिली तो फिर पुरुष चालक को ही पिंक बस चलाने की जिम्मेदारी दी जाएगी।

Pink Bus Service: पिंक बसों में महिला कंडक्टर तो होंगी पर चालक महिला होने की संभावना कम है। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने अप्रैल के पहले सप्ताह में ही विज्ञापन निकाला था। अंतिम तिथि 30 अप्रैल थी। निगम को महिला कंडक्टर तो मिली पर चालक के लिए कोई महिला सामने नहीं आई। निगम अब भी तलाश में है। अगर महिला ड्राइवर नहीं मिली तो फिर पुरुष चालक को ही पिंक बस चलाने की जिम्मेदारी दी जाएगी।
बता दें कि जून के पहले सप्ताह से पिंक बसों का परिचालन पटना सहित भागलपुर, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर में शुरू होगा। यह बस पूरी तरह से महिलाओं के लिए है। कंडक्टर के लिए सौ सीट निकाली गयी थीं। इसमें 88 महिलाओं का चयन कंडक्टर के लिए हुआ है। पिंक बसों में ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था रहेगी। इसके लिए हर बस में एक-एक महिला कंडक्टर रखी गई है।
इन महिला कंडक्टर को बसों में टिकट कलेक्शन की जानकारी भी दी जा रही है। इसके साथ ही सभी को बसों के मार्ग भी बताये जा रहे हैं। ऑनलाइन टिकट के साथ मासिक पास के लिए बिहार राज्य पथ परिवहन निगम का एप बनाया जायेगा।
चार महीने में राज्यभर में चलेंगी सौ पिंक बसें
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की ओर से जून से सितंबर तक कुल सौ पिंक बसें चलायी जाएंगी। जून में चार शहरों में 20 बसें चलेंगी। इसके बाद सितंबर में 80 और बसें चलेंगी। इसमें राज्य के सभी जिला मुख्यालय को पिंक बसों के परिचालन से जोड़ा जाएगा। पटना जिला की बात करें तो कुल 35 पिंक बसों का परिचालन होगा। इसमें दस जून में और शेष 25 बसों का परिचालन सितंबर में किया जाएगा।
महिलाओं को ट्रासंपोर्ट की विशेष सेवा देने के मकसद से पिंक बस सर्विस की शुरुआत की जा रही है। बिहार सरकार ने बजट में इसका प्रावधान किया। वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने बजट भाषण में इसका ऐलान किया था।