DeepMind की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि AGI मानव जाति के अस्तित्व को भी खत्म कर सकता है यानी मानवता को स्थायी रूप से नष्ट कर सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट आज दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक बन चुका है लेकिन इसकी शुरुआत एक छोटे से कमरे में हुई थी। बिल गेट्स का सपना था कि हर घर में एक कंप्यूटर हो और इसके लिए उन्होंने पढ़ाई तक छोड़ दी थी।
Aadhaar card भारतीय नागरिकों के लिए सरकार द्वारा जारी किया गया एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। परेशान करने वाली बात यह है कि अब AI भी आधार कार्ड बनाने लगा है। इंटरनेट पर Ghibli इमेज के बाद अब AI द्वारा बनाए गए आधार कार्ड वायरल हो रहे हैं। यहां देखें अकली और नकली में पहचान कैसे करें
OpenAI के लोकप्रिय AI टूल ChatGPT के गलत इस्तेमाल का मामला सामने आया है। पता चला है कि यूजर्स इसके जरिए फर्जी आधार कार्ड जेनरेट कर सकते हैं। ऐसे में ID कार्ड और पहचान का दुरुपयोग आसानी से किया जा सकता है।
आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित टूल्स की मदद से यूजर्स अलग-अलग स्टाइल में फोटोज जेनरेट कर रहे हैं। इसका एक पहलू यह है कि वे खुद अपनी पर्सनल फोटोज इन AI टूल्स को सौंप रहे हैं।
ChatGPT के CEO सैम आल्टमैन ने भारत में AI के इस्तेमाल और इससे जुड़ी क्रिएटिविटी को लेकर तारीफ की है। उन्होंने कहा है कि भारत सारी दुनिया को पीछे छोड़ रहा है। जबकि, पहले वे खुद भारत की बुराई भी कर चुके हैं।
सारी दुनिया में AI का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है और यूजर्स यह बात नहीं जानते कि AI यूजेस का पानी के इस्तेमाल से सीधा कनेक्शन है। आइए आपको इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं।
AI का खतरा: पहले जहां वेबसाइट, ऐप और सॉफ्टवेयर बनाने के लिए डेवलपर की जरूरत होती थी, अब वही काम एआई के जरिये चंद मिनट में हो रहा है। एआई आधारित गिटहब, कॉपायलट, चैटजीपीटी, कर्जर, टैबनाइन और डेविन जैसे टूल कोडिंग को आसान बना रहे हैं।
नए ट्रेंड के चक्कर में अगर आप भी AI की मदद से अपनी फोटोज एडिट कर रहे हैं तो प्राइवेसी से जुड़ा खतरा आप पर बना हुआ है। कई टूल्स आपकी पर्सनल फोटोज सेव और थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म्स के साथ शेयर कर सकते हैं।
लोकप्रिय AI टूल ChatGPT से जुड़ा ट्रेंड इन दिनों इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहा है। इसके अलावा यूजर्स RunwayML जैसे कई टूल्स यूज करके अपने फोटो को वीडियो में बदल सकते हैं।