प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जम्मू कश्मीर के गांदरबल जिले में जेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन करेंगे। यह महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना सोनमर्ग को हर मौसम में जोड़ेगी और कश्मीर तथा लद्दाख के बीच सालभर संपर्क स्थापित करेगी। पीएम मोदी ने इस अवसर पर अपनी उत्सुकता जताते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का एक ट्वीट रीपोस्ट किया है। पीएम ने लिखा, "मैं सोनमर्ग, जम्मू-कश्मीर की अपनी यात्रा के लिए उत्सुक हूं। आपने पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था के लाभ सही ढंग से बताए। इसके साथ ही मुझे हवाई तस्वीरें और वीडियो भी बहुत पसंद आए।"
दरअसल इससे पहले जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोनमर्ग का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा, "जेड-मोड़ सुरंग के उद्घाटन के साथ सोनमर्ग अब पूरे साल पर्यटन के लिए खुला रहेगा। इसे एक शानदार स्की रिसॉर्ट के रूप में विकसित किया जाएगा। स्थानीय लोगों को अब सर्दियों में पलायन नहीं करना पड़ेगा और श्रीनगर से कारगिल/लेह तक की यात्रा का समय भी कम होगा।"
जेड-मोड़ सुरंग की लंबाई 6.4 किमी है, जिसमें 5.6 किमी की संपर्क सड़क शामिल है। यह गांदरबल जिले के गगनगीर को सोनमर्ग हेल्थ रिसॉर्ट से जोड़ती है। सुरंग सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण बंद रहने वाले क्षेत्र में हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। परियोजना को नेशनल हाइवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHIDCL) द्वारा विकसित किया गया है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, विशेषकर सुरंग परियोजना और गांदरबल जिले के आसपास के क्षेत्रों में। यह दौरा पीएम मोदी का पिछले अक्टूबर के बाद पहला दौरा होगा, जब केंद्र शासित प्रदेश में निर्वाचित सरकार सत्ता में आई। उसी महीने सुरंग परियोजना स्थल पर आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें एक डॉक्टर समेत सात मजदूरों की मौत हो गई थी।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि प्रधानमंत्री मध्य कश्मीर जिले के सोनमर्ग इलाके के गगनगीर में सुरंग के उद्घाटन के बाद एक रैली को संबोधित कर सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर समेत घाटी के कई इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। उन्होंने बताया, ‘‘जेड-मोड़ सुरंग के पास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है और एसपीजी कर्मियों वाली प्रधानमंत्री की सुरक्षा टीम ने कार्यक्रम स्थल को अपनी निगरानी में ले लिया है।’’
अधिकारियों ने बताया कि अब यह स्थल आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस, अर्धसैनिक बल और सेना सोमवार के उद्घाटन समारोह के मद्देनजर मुस्तैदी से तैनात हैं। अधिकारियों ने कहा कि कार्यक्रम के सुचारू संचालन के लिए व्यापक तलाशी और गश्त की जा रही है। पिछले वर्ष 20 अक्टूबर को गगनगीर क्षेत्र में सुरंग स्थल के पास हुए आतंकवादी हमले में एक डॉक्टर और छह गैर-स्थानीय मजदूर मारे गए थे।
जेड मोड़ सुरंग का नाम उस 'जेड' आकार की सड़क के नाम पर पड़ा है, जो पहले इस स्थान पर थी। यह सड़क 8,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित थी और सर्दियों में बर्फीले तूफानों के कारण बंद हो जाती थी। इस सुरंग के निर्माण से सोनमर्ग और लद्दाख का हर मौसम में संपर्क संभव हो सकेगा, जो रणनीतिक और सैन्य दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
सोनमर्ग और लद्दाख के द्रास को जोड़ने वाली जोजिला सुरंग का निर्माण कार्य अभी जारी है और इसके दिसंबर 2026 तक पूरा होने की संभावना है। जेड मोड़ सुरंग परियोजना को 2012 में बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन द्वारा शुरू किया गया था।
2019 में NHIDCL ने इसे फिर से टेंडर किया और APCO इंफ्राटेक को ठेका दिया गया। फरवरी 2023 में इस सुरंग का सॉफ्ट-ओपनिंग किया गया था, लेकिन विधानसभा चुनावों के कारण इसका आधिकारिक उद्घाटन देर से हुआ।