सीएम उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर से एक तरह से अरविंद केजरीवाल को ही संदेश दिया है कि कैसे केंद्र से अच्छे रिश्ते रखते हुए भी प्रोजेक्ट पूरे कराए जा सकते हैं। उमर अब्दुल्ला ने अपने कार्य़काल में अब तक सब्र भी दिखाया है, जो कई मौकों पर साफ तौर पर नजर आया है।
उमर अब्दुल्ला ने चुनाव शांतिपूर्वक और बिना धांधली के कराने पर भाजपा सरकार की जमकर तारीफ की। उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'चुनाव में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और शांति से चुनाव हुए। कहीं कोई धांधली और उपद्रव की शिकायत नहीं आई। इसका श्रेय आपको, आपके साथियों और चुनाव आयोग को जाता है।'
उमर अब्दुल्ला ने टनल के उद्घाटन पर नरेंद्र मोदी को जमकर सराहा और कहा कि आप अपने सारे वादे पूरे करते जा रहे हैं। आपने कश्मीर और दिल्ली के बीच दिल की दूरी घटा दी है। दिल और दिल्ली की दूरी अब कम हुई है, जिसका आपने वादा किया था।
गौरतलब है कि INDIA गठबंधन का गठन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के लिए किया गया था।
CM अब्दुल्ला ने कहा कि मैं इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के लोगों को हृदय से बधाई देता हूं। मैं PM नरेन्द्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को भी लंबित मांग को पूरा करने के लिए बधाई देना चाहता हूं।
अब्दुल्ला ने इन अटकलों को खारिज कर दिया कि केंद्र उनकी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहा है और नेशनल कांफ्रेंस भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल हो सकती है।
जम्मू-कश्मीर में सीएम बनने के ढाई महीने बाद सीएम उमर अब्दुल्ला ने पहली बार प्रेस से बातचीत की। उन्होंने कहा कि हाइब्रिड मॉडल यानी सत्ता के दो केंद्र किसी को फायदा नहीं दे सकते।
वर्ष 1931 में डोगरा महाराजा के सैनिकों की गोलियों से शहीद हुए 23 सैनिकों की याद में 13 जुलाई को बतौर शहीद दिवस जम्मू कश्मीर में सार्वजनिक छुट्टी रहती थी।
जम्मू-कश्मीर के सीएम के लिए आवंटित गाड़ियों के लागत को लेकर बलाव मच गया है। विपक्ष ने इसे लेकर उमर अब्दुल्ला सरकार पर सीधे-सीधे जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।
जम्मू-कश्मीर में सामान्य वर्ग के छात्र आरक्षित सीटों की संख्या में बढ़ोतरी के खिलाफ हैं। फिलहाल, करीब 60 प्रतिशत सीटें आरक्षित हैं और छात्र इसे घटाकर 25 प्रतिशत करने की मांग कर रहे हैं।
भाजपा सांसदों के आरोपों पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैं राहुल गांधी को जानता हूं, सांसद तो क्या आम आदमी को भी धक्का नहीं मार सकते। भाजपा के दावे बेबुनियाद हैं।
नई दिल्ली पहुंचने के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि ऐसे कई मुद्दे हैं जिन पर उन्हें मंत्री (अमित शाह) से बात करनी होगी क्योंकि वर्तमान में, जम्मू-कश्मीर एक केंद्र शासित प्रदेश है।
छात्रों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व वाली सरकार पर जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग द्वारा हाल ही में 10+2 लेक्चरर पदों के लिए जारी की गई भर्ती अधिसूचना में हिंदी और संस्कृत को दरकिनार करने का आरोप लगाया है।
ईवीएम से वोटिंग न कराने का अभियान छेड़ चुके कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भाजपा नेता संबित पात्रा ने तीखा हमला बोला। कहा कि नेता बनने का गुण होता, कोई जबरदस्ती कहे मैं नेता हूं… कहने भर से कोई नेता नहीं बन जाता।
अभिषेक बनर्जी ने कहा, 'मेरी राय है कि जो लोग ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं। उन्हें चुनाव आयोग के पास जाना चाहिए और उन्हें बताएं कि आखिर ईवीएम में उन्हें क्या खामी मिली है। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि इलेक्शन कमिशन को डेमो दिखानी चाहिए कि हमारे पास यह वीडियो है।
ईवीएम को लेकर उमर अब्दुल्ला की टिप्पणी पर कांग्रेस भड़क गई है और उन पर सत्ता बदलने के बाद रुख परिवर्तन का आरोप लगाया है। लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक टैगोर ने यह सवाल भी किया कि मुख्यमंत्री बनने के बाद उमर का अपने सहयोगी दलों के प्रति ऐसा रवैया क्यों है?
हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस ने ईवीएम की विश्वसनीयता और चुनाव नतीजों पर संदेह जताया है। इसने चुनावों में मतपत्र व्यवस्था पर लौटने की मांग की है।
श्रीनगर में संविधान दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा होंगे। इस समारोह में एलजी मनोज सिन्हां एवं उमर अब्दुल्ला सरकार के कुछ मंत्री संविधान की प्रस्तावना पढ़ेंगे। इस दौरान सीएम अब्दुल्ला नहीं रहेंगे। वह सोमवार को ही सऊदी अरब निकले हैं, जहां पर वे उमराह करेंगे।
सेना ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान नागरिकों के साथ किये गए कथित दुर्व्यवहार की जांच शुरू की है।
न लोगों की दुकानें जमींदोज किए जाने से लोग भड़क गए हैं और अब प्रशासन को भी झुकना पड़ा है। लोगों ने अधिकारियों के खिलाफ ऐक्शन की मांग की है और ऐतराज के बाद वहां रिलीफ कमिश्नर अरविंद करवानी पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमने हालात का जायजा लिया है और पीड़ितों की मदद की जाएगी।
केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव जीतने वाली नेशनल कांफ्रेंस (NC) इस मुद्दे पर असमंजस में है। NC ने अपने चुनावी घोषणापत्र में आरक्षण नीति की समीक्षा का वादा किया था।
पीडीए अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने उमर अब्दुल्ला सरकार को पत्र लिखा है। इसमें सरकार से एक कमेटी बनाने के लिए कहा गया है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आर्टिकल 370 की वापसी के प्रस्ताव को लेकर हंगामे का दौर लगातार जारी है। शुक्रवार को कार्यवाही शुरू हुई तो इस मसले पर फिर से हंगामा बरपने लगा। गुरुवार को इसी मसले पर झड़प की नौबत आ गई थी। शुक्रवार को फिर ऐसा ही हुआ तो स्पीकर ने मार्शलों की मदद ली।
अब्दुल्ला सरकार ने राज्य में अनुच्छेद 370 की बहाली की दिशा में विधानसभा में केंद्र सरकार से इसे फिर लागू करने के लिए चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने का प्रस्ताव पारित किया।
उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘उन्होंने नियंत्रण रेखा के आर - पार के रास्तों को खोलने के लिए काम किया जो बाद में फिर से बंद हो गए। वह लोगों को करीब लाना चाहते थे। उन्होंने नागरिक समाज को करीब लाने की कोशिश की।
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर केंद्र में भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नजरिया अपनाया होता तो जम्मू-कश्मीर की यह हालत नहीं होती।
श्रीनगर आतंकी हमले में कम से कम 11 लोग घायल हो गए। हमले के बाद सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि निर्दोषों पर हमलों से परेशान हूं। उन्होंने सेना से अपील करते हुए कहा कि इसे रोकने का हर संभव प्रयास कीजिए।
बीजेपी विधायक देवेंद्र राणा के निधन पर उमर अब्दुल्ला ने बेहद भावुक पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से हमारे बीच मतभेद था लेकिन साथ बिताए अच्छे पलों को भुलाया नहीं जा सकता है।
एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि पिछड़े वर्गों के आरक्षण में देरी के कारण पंचायत चुनाव नहीं हो सके और प्रशासन जल्द ही चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
जम्मू-कश्मीर को 10 साल बाद चुनी हुई सरकार मिली है और उमर अब्दुल्ला अब मुख्यमंत्री बन गए हैं। इसके बाद भी केंद्र शासित प्रदेश में आतंकी हमले थमने की बजाय और बढ़ गए हैं। बीते 15 दिनों में ही अलग-अलग आतंकी हमलों में अब तक 19 लोग मारे जा चुके हैं। 24 अक्टूबर को फिर से हुए हमले ने सवाल पैदा कर दिए हैं।