सेना ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान नागरिकों के साथ किये गए कथित दुर्व्यवहार की जांच शुरू की है।
न लोगों की दुकानें जमींदोज किए जाने से लोग भड़क गए हैं और अब प्रशासन को भी झुकना पड़ा है। लोगों ने अधिकारियों के खिलाफ ऐक्शन की मांग की है और ऐतराज के बाद वहां रिलीफ कमिश्नर अरविंद करवानी पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमने हालात का जायजा लिया है और पीड़ितों की मदद की जाएगी।
केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव जीतने वाली नेशनल कांफ्रेंस (NC) इस मुद्दे पर असमंजस में है। NC ने अपने चुनावी घोषणापत्र में आरक्षण नीति की समीक्षा का वादा किया था।
पीडीए अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने उमर अब्दुल्ला सरकार को पत्र लिखा है। इसमें सरकार से एक कमेटी बनाने के लिए कहा गया है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आर्टिकल 370 की वापसी के प्रस्ताव को लेकर हंगामे का दौर लगातार जारी है। शुक्रवार को कार्यवाही शुरू हुई तो इस मसले पर फिर से हंगामा बरपने लगा। गुरुवार को इसी मसले पर झड़प की नौबत आ गई थी। शुक्रवार को फिर ऐसा ही हुआ तो स्पीकर ने मार्शलों की मदद ली।
अब्दुल्ला सरकार ने राज्य में अनुच्छेद 370 की बहाली की दिशा में विधानसभा में केंद्र सरकार से इसे फिर लागू करने के लिए चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने का प्रस्ताव पारित किया।
उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘उन्होंने नियंत्रण रेखा के आर - पार के रास्तों को खोलने के लिए काम किया जो बाद में फिर से बंद हो गए। वह लोगों को करीब लाना चाहते थे। उन्होंने नागरिक समाज को करीब लाने की कोशिश की।
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर केंद्र में भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नजरिया अपनाया होता तो जम्मू-कश्मीर की यह हालत नहीं होती।
श्रीनगर आतंकी हमले में कम से कम 11 लोग घायल हो गए। हमले के बाद सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि निर्दोषों पर हमलों से परेशान हूं। उन्होंने सेना से अपील करते हुए कहा कि इसे रोकने का हर संभव प्रयास कीजिए।
बीजेपी विधायक देवेंद्र राणा के निधन पर उमर अब्दुल्ला ने बेहद भावुक पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से हमारे बीच मतभेद था लेकिन साथ बिताए अच्छे पलों को भुलाया नहीं जा सकता है।
एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि पिछड़े वर्गों के आरक्षण में देरी के कारण पंचायत चुनाव नहीं हो सके और प्रशासन जल्द ही चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
जम्मू-कश्मीर को 10 साल बाद चुनी हुई सरकार मिली है और उमर अब्दुल्ला अब मुख्यमंत्री बन गए हैं। इसके बाद भी केंद्र शासित प्रदेश में आतंकी हमले थमने की बजाय और बढ़ गए हैं। बीते 15 दिनों में ही अलग-अलग आतंकी हमलों में अब तक 19 लोग मारे जा चुके हैं। 24 अक्टूबर को फिर से हुए हमले ने सवाल पैदा कर दिए हैं।
दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री अब्दुल्ला कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करेंगे और संभावना है कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मिल सकते हैं। 90 सीटों वाली जम्मू और कश्मीर विधानसभा में एनसी ने 42 सीटों पर जीत हासिल की थी।
मीरवाइज ने कहा कि बैठक में किसी महत्वपूर्ण बात पर चर्चा नहीं हुई। मीरवाइज ने इसे महज एक अनौपचारिक बैठक बताया। जम्मू-कश्मीर में हुर्रियत की बैठक को लेकर राजनीतिक हलकों में भी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट करके कहा, ‘सोनमर्ग क्षेत्र के गगनगीर में गैर-स्थानीय मजदूरों पर नृशंस और कायरतापूर्ण हमले की बहुत दुखद खबर है। ये लोग क्षेत्र में एक प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना पर काम कर रहे थे।’
जम्मू कश्मीर के बारामुला में सेना की एक संयुक्त टीम ने हथियारों से लैस आतंकी को मार गिराया। इस दौरान यहां पर गोला-बारूद और हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया है।
उमर अब्दुल्ला की कैबिनेट ने एक प्रस्ताव पारित किया है जिसमें राज्य को फिर से पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग की गई है। इस प्रस्ताव को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा मंजूरी मिल गई है। अब इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।