इमरान मसूद ने कहा कि वक्फ बिल को जिन लोगों ने ड्राफ्ट किया था, उनमें से ज्यादातर वही थे, जिन्हें कोई जानकारी नहीं थी। 90 फीसदी लोग नहीं बता पाएंगे कि पाकी और नापाकी क्या है। यह बात सिर्फ मुसलमान ही बता पाएंगे। मुसलमान ही बता पाएंगे कि उनकी क्या जरूरत है। वक्फ का मैनेजमेंट तो सरकार के ही हाथ में है।
उन्होंने कहा, ‘अखिलेश यादव ने मुस्कुराते हुए बात कही है। मैं भी इस पर हंसते-हंसते जवाब देता हूं। यहां जितनी भी पार्टियां हैं। वहां 5 लोगों को ही राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनना है। इसलिए जरा भी देर नहीं लगती। यहां 12 करोड़ लोग मिलकर चुनाव करते हैं। इसलिए देर हो जाती है। आपके यहां जरा भी देर नहीं लगेगी।’
रिजिजू ने कहा कि यदि यह संशोधन विधेयक न लाया गया होता तो आज जिस संसद भवन में डिबेट हो रही है, वह भी वक्फ संपत्ति होती। किरेन रिजिजू ने कहा कि 1970 से संसद भवन समेत कई स्थानों पर वक्फ बोर्ड दावा कर रहा था। 2013 में इन स्थानों को डिनोटिफाई कर दिया गया और इससे वक्फ बोर्ड की दावेदारी हो गई।
अनन्या ने कहा, 'मैं स्कूल से लौटी। बैग को छप्पर के नीचे रख दिया। यहीं पर मां पशुओं को बांधती थीं। बुलडोजर चलने के दौरान हमारे बगल के एक छप्पर में आग लग गई थी। इस दौरान मुझे अपने स्कूलबैग और किताबों की याद आई। मेरी मां ने मुझे रोकने की कोशिश भी की, लेकिन मैं दोड़ गई और किताबों एवं बैग को निकाल लाई।'
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश की जनता के लिए पार्टी ने मुझे यहां लगाया है। राजनीति मेरे लिए एक फुलटाइम जॉब नहीं है। लेकिन मैं वास्तव में तो एक योगी ही हूं। हम लोग जिस समय तक हैं, तब तक हैं। काम कर रहे हैं और उसकी भी एक समयसीमा होगी।’ इसी पर अखिलेश यादव ने जवाब दिया है।
दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि इतिहास को बदलने के लिए हम 30 हजार मस्जिदों की खुदाई तो नहीं कर सकते। क्या इससे समाज में वैमनस्य नहीं बढ़ेगा। क्या हमें एक समाज के तौर पर आगे नहीं बढ़ना चाहिए या फिर इतिहास में ही उलझे रहना चाहिए। आखिर हम इतिहास कितना दूर तक जा सकते हैं।
लोकसभा में बुधवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर वोटिंग होनी है। इसके लिए भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने कमर कस ली है। यहां तक कि भाजपा ने मंगलवार को ही व्हिप जारी कर दी है और अपने सभी सांसदों से लोकसभा में मौजूद रहने को कहा है। व्हिप में कहा गया कि बुधवार को सदन में अति महत्वपूर्ण विधायी कार्य है।
अकेले भारत में ही शेयर बाजार में मंगलवार को 1352 अंकों की गिरावट आई है। ट्रंप के फैसलों से दुनिया ही नहीं बल्कि अमेरिका में भी हलचल है। प्यू रिसर्च की ओर से किए गए सर्वे में पता चला है कि 10 में से 7 अमेरिकी यानी दो तिहाई से ज्यादा लोग हमेशा खबरों पर नजर रखते हैं।
दोनों दलों ने बिल को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं, लेकिन इशारों में ही विपक्ष की टेंशन बढ़ा दी है। चिराग और नीतीश की पार्टी ने कहा कि विपक्ष मुसलमानों को भ्रमित कर रहा है। हालांकि जेडीयू के एमएलसी गुलाम गौस ने खुलकर बिल का विरोध किया है और मोदी सरकार से इसे वापस लेने की अपील की है।
अमित शाह ने एक बार फिर से संकल्प दोहराया है कि 31 मार्च 2026 तक देश पूरी तरह से नक्सल मुक्त हो जाएगा। उन्होंने एक्स पर लिखा कि मोदी सरकार सशक्त, सुरक्षित और समृद्ध भारत बना रही है। हम विकास के रास्ते पर बढ़ रहे हैं और देश नक्सलमुक्त हो रहा है। 31 मार्च, 2026 तक भारत पूरी तरह से नक्सल मुक्त हो जाएगा।