निर्वाचन अधिकारियों के अनुसार, नामांकन वापसी की अंतिम तिथि बुधवार को समाप्त होने के बाद दोनों उम्मीदवारों को आधिकारिक रूप से विजेता घोषित कर दिया।
यूपी, बिहार जैसे राज्यों से आए प्रवासियों की बड़ी आबादी है। ऐसे में हिंदू प्रदेश अध्यक्ष देने से इस वर्ग को लुभाया जा सकता है। अब तक सीएम भगवंत मान ही प्रदेश अध्यक्ष थे, जिनकी जगह अमन अरोड़ा को मिल गई है।
समिति की रिपोर्ट में बताया गया कि ग्रामीण भारत में औसत दैनिक कृषि आय मात्र 27 रुपये है। बढ़ते कर्ज और घटती कृषि लाभप्रदता ने किसानों और कृषि मजदूरों को गहरे संकट में डाल दिया है।
मुंबई की वर्ली विधानसभा सीट पर इस बार दिलचस्प मुकाबला है। उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य यहां से उतरे हैं तो वहीं एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने मिलिंद देवड़ा जैसे हैवीवेट कैंडिडेट को यहां से उतारा था। मिलिंद देवड़ा कभी कांग्रेस में हुआ करते थे, लेकिन इस बार वह शिंदे की शिवसेना में हैं।
चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा, '42वें संशोधन की पहले भी न्यायिक समीक्षा हो चुकी है। हम यह नहीं कह सकते कि संसद ने जो पहले किया था, वह सब कुछ गलत है।' यही नहीं बेंच का कहना था कि सेकुलरिज्म और सोशलिस्ट की परिभाषा को हमें पश्चिम के चश्मे से नहीं देखना चाहिए।
न लोगों की दुकानें जमींदोज किए जाने से लोग भड़क गए हैं और अब प्रशासन को भी झुकना पड़ा है। लोगों ने अधिकारियों के खिलाफ ऐक्शन की मांग की है और ऐतराज के बाद वहां रिलीफ कमिश्नर अरविंद करवानी पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमने हालात का जायजा लिया है और पीड़ितों की मदद की जाएगी।
सर्वे के अनुसार जनता ने सीएम के तौर पर मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ही अपनी पहली पसंद बताया है। सर्वे में कहा गया है कि 31 फीसदी लोग एकनाथ शिंदे को सीएम देखना चाहते हैं। दूसरे नंबर पर लोगों ने उद्धव ठाकरे को रखा है। उन्हें 18 फीसदी लोगों ने सीएम के तौर पर अपना पसंदीदा चेहरा बताया।
शरद पवार गुट के नेता उत्तम जानकर ने दावा किया है कि बारामती विधानसभा सीट से अजित पवार हार सकते हैं। उन्होंने गुरुवार को कहा कि अजित पवार के लिए अपनी सीट बचाना भी मुश्किल होगा। जानकर ने कहा कि अजित पवार 40 हजार वोटों से हार सकते हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार को आने वाले हैं। इससे पहले पूरे प्रदेश में प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हैं। एग्जिट पोल्स में टाइट फाइट दिखाए जाने के बाद टेंशन और बढ़ गई है। इस बीच शरद पवार की एनसीपी के प्रत्याशी ने नतीजों से पहले ही विजय जुलूस निकाल लिया है। उनकी जीत के पोस्टर भी लगे हैं।
बढ़े हुए वोटिंग प्रतिशत को लेकर राजनीतिक पंडितों के अपने कयास हैं, लेकिन डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस उत्साहित हैं। उनका कहना है कि भाजपा और महायुति को इस बार फिर से जनता का आशीर्वाद मिलेगा। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मतदान ग्रामीण जिलों में हुआ है, जबकि मुंबई क्षेत्र में तो 52 फीसदी वोटिंग ही हुई।
सोमवार को खराब मौसम और कम दृश्यता के चलते दिल्ली हवाई अड्डे पर 14 उड़ानों को डायवर्ट किया गया और कई उड़ानें देरी से चलीं। इसे देखते हुए मंत्रालय ने यह फैसला लिया।
सर्वे में कहा गया है कि राज्य में महायुति को 125 से 140 सीटें ही मिलने का अनुमान है। वहीं महाविकास अघाड़ी को राज्य में 135 से 150 सीटें मिलने का अनुमान है। इस तरह दैनिक भास्कर का अनुमान है कि राज्य में MVA बहुमत के आंकड़े तक पहुंच सकता है। इसमें अन्य को 20 से 25 सीटें मिलने का अनुमान है।
सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि सभी दलों को इस मामले में एकजुट होकर साथ आना चाहिए। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में नई विधानसभा बनने का विरोध करना गंभीर मामला है। इसमें आप सभी लोग दल से परे होकर साथ दें। इस पर बात करते हुए भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार को चंडीगढ़ पर दावा नहीं छोड़ना चाहिए।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की वोटिंग के बीच बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। कांग्रेस के सीनियर नेता सुशील कुमार शिंदे और उनकी बेटी प्रणीति शिंदे ने सोलापुर दक्षिण सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार धर्मराज कडाड़ी को समर्थन कर दिया है।
सुप्रिया सुले के चचेरे भाई अजित पवार का बयान आया है। उनका कहना है कि ऑडियो क्लिप में जो आवाज है, वह सुप्रिया सुले की ही है। उन्होंने कहा कि मैं सुप्रिया बहन की आवाज को अच्छे से पहचानता हूं। इसके अलावा नाना पटोले की आवाज से भी मैं परिचित हूं। इन लोगों के साथ मैंने लंबे समय तक काम किया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अपनी परंपरागत बारामती सीट से उतरे अजित पवार सुबह ही मतदान करने पहुंचे। उन्होंने मतदान के बाद कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि महायुति की राज्य में फिर से सरकार बनेगी, जिसका वह हिस्सा हैं। वहीं उन्होंने अपनी सीट पर चुनावी मुकाबले को मुश्किल भी बताया।
IAS K Sanjay Murthy: केंद्र सरकार ने आईएएस ऑफिसर के. संजय मूर्ति को भारत का नया नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक(CAG) नियुक्त किया है। भारत के वर्तमान कैग जीसी मुर्मू का कार्यकाल 20 नवंबर को खत्म हो रहा है।
रोहन खौंटे ने कहा कि झूठे प्रचार से स्थानीय समुदायों के बीच डर पैदा हुआ और सरकार को इस पर कार्रवाई करनी पड़ी। उन्होंने स्वीकार किया कि गोवा में कुछ समस्याएं हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार में जुटे जेपी नड्डा शुक्रवार को ठाणे स्थित एक गुरुद्वारे में पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में नेता पहुंचे तो कीर्तन में खलल पड़ गया और इससे वहां मौजूद सेवादार भड़क गए। सेवादारों की नाराजगी के बीच ही जेपी नड्डा वहां से भाजपा नेताओं के साथ निकल गए।
INSIGHT UK ने गुरुवार को ऑक्सफोर्ड यूनियन को एक पत्र भेजा जिसमें दो आमंत्रित वक्ताओं, मुझम्मिल अय्यूब ठाकुर और जफर खान, को लेकर गहरी चिंता जताई गई।
होम मिनिस्टर अमित शाह ने प्रचार के दौरान कहा कि उद्धव ठाकरे को राहुल गांधी से कहना चाहिए कि वह वीर सावरकर और बाल ठाकरे के बारे में ‘दो अच्छे शब्द’ बोलकर दिखाएं। अमित शाह ने कहा कि उद्धव ठाकरे उन लोगों के साथ हैं, जो औरंगजेब की विचारधारा रखते हैं।
इन्फोसिस के फाउंडर एनआर नारायणमूर्ति ने कहा, 'माफ करना मेरा विचार बदला नहीं है। यह विचार अब मरने तक मेरे साथ रहेगा।' इन्फोसिस के फाउंडर ने कहा कि 1986 में जब भारत 6 डे वर्क वीक से 5 डे वीक पर शिफ्ट हुआ तो मुझे बहुत दुख हुआ था।
फडणवीस ने कहा कि भारत का इतिहास ही रहा है कि जब हम बंटे हैं तो नुकसान हुआ है और दूसरे लोगों ने हमें गुलाम बना लिया। यही नहीं अजित पवार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने साफ कह दिया कि वह दूसरी विचारधारा से आए हैं और शायद अब भी उन पर पुराने साथियों का असर बना हुआ है।
देवेंद्र फडणवीस ने भी स्वीकार किया है कि चुनाव के बाद कुछ भी हो सकता है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि विधानसभा चुनाव ‘अजब’ है और 23 नवंबर को परिणाम घोषित होने के बाद ही स्पष्ट होगा कि कौन गुट किसका समर्थन कर रहा है। उन्होंने अपने सीएम बनने की संभावनाओं पर बात की और कहा कि जो पार्टी कहेगी, वहीं करूंगा।
फडणवीस ने कहा, 'मैं योगी जी के इस नारे में कुछ भी गलत नहीं देखता। भारत के इतिहास को ही देखिए। जब-जब बंटे हैं, तब गुलाम बने हैं। यह देश जब भी जातियों, राज्यों, समुदायों में बंटा है तो उसे गुलाम बनना पड़ा है। इस देश का भी विभाजन हुआ है। इसलिए यदि हम बंटे तो कट जाएंगे। यह भारत का इतिहास है।'
इन्फोसिस के संस्थापक ने कहा कि1000 ईसवी से 1947 तक का काल ऐसा था, जिसमें साइंस को लेकर सोच विकसित नहीं हो सकी। इस दौरान साइंस को लेकर विचार नहीं पनपा और विश्लेषणात्मक सोच का अभाव रहा। यही कारण रहा कि इस अवधि में भारत में नवाचार, आविष्कार या शोध नहीं दिखते।
प्रतिभागियों से उम्मीद की जाती है कि वे ‘नमो भारत’ ट्रेन और आरआरटीएस (रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) स्टेशनों को मुख्य थीम बनाकर एक शॉर्ट फिल्म या रील तैयार करें।
बता दें कि अर्श डल्ला के खिलाफ भारत में हत्या, हत्या का प्रयास, फिरौती और आतंकी गतिविधियों सहित 50 से अधिक मामलों में केस दर्ज हैं।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तो नेहरू सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि सरकार के पास मुस्लिम समाज में सामाजिक सुधार का साहस ही नहीं है। इसके उलट उस समय के कांग्रेसी अशराफ मुस्लिम नेताओं तथा जमीअत उलेमा-ए-हिन्द से जुड़े मौलानाओं ने मुस्लिम समाज में सुधार और सामाजिक न्याय का पुरजोर विरोध किया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि हमने तो औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर किया और बालासाहेब ठाकरे की इच्छा पूरी की। पीएम मोदी ने कहा कि हमने हिंदुत्व की राजनीति से समझौता नहीं किया, जबकि कुछ लोगों ने अपना रास्ता ही बदल लिया है।