सोशल मीडिया पर टैग करते ही दर्ज होगी प्रदूषण की शिकायत, CAQM ने बनाई SOP; यूं मिलेगा समाधान
प्रदूषण की समस्या को लेकर सोशल मीडिया पर की गई आपकी टिप्पणी पर अब तत्काल कार्रवाई होगी। आपको केवल प्रदूषण के स्रोत के साथ की गई टिप्पणी में संबंधित विभाग को टैग करना होगा। सीएक्यूएम ने शिकायतों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया जारी की है।
प्रदूषण की समस्या को लेकर सोशल मीडिया पर की गई आपकी टिप्पणी पर अब तत्काल कार्रवाई होगी। आपको केवल प्रदूषण के स्रोत के साथ की गई टिप्पणी में संबंधित विभाग को टैग करना होगा। इसके साथ ही उसे प्रदूषण की शिकायत माना जाएगा और उसके निस्तारण की रिपोर्ट तैयार होगी। केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने सोशल माध्यमों पर मिलने वाली इस तरह की शिकायतों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया जारी की है।
सालभर में सामान्य से ज्यादा रहता है प्रदूषण
दिल्ली-एनसीआर में सालभर प्रदूषण की स्थिति सामान्य से ज्यादा रहती है। वहीं, लोग प्रदूषण के स्रोतों को लेकर सोशल माध्यमों पर संबंधित फोटो के साथ शिकायत करते रहते हैं, उससे संबंधित विभाग को टैग करना भूल जाते हैं। अगर विभाग को टैग करते भी हैं तो उसके निस्तारण की एक सुनिश्चित प्रक्रिया नहीं है। इस कमी को दूर करते हुए आयोग की ओर से मानक संचालन प्रक्रिया जारी की गई है।
समाधान से संतुष्ट नहीं तो दोबारा कार्रवाई करेंगे
आयोग के मुताबिक, अगर विभाग द्वारा किए गए समाधान से शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है और वह फिर से उसी समस्या को रखता है तो पुरानी शिकायत आईडी के साथ जोड़कर उसे नई आईडी मुहैया कराई जाएगी। इसके बाद समस्या का निस्तारण किया जाएगा।
विभागों के बीच बेहतर तालमेल की जरूरत
केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से संबंधित शिकायतों के निस्तारण के लिए विभागों के बीच तालमेल की जरूरत है। अलग-अलग विभागों के बीच बेहतर समन्वय के लिए एक व्हाट्सऐप ग्रुप भी बनाया गया है, जिसके जरिए भी सोशल माध्यमों पर मिलने वाली शिकायतों और उनके निस्तारण पर निगाह रखी जाएगी।
विशेष आईडी दी जाएगी
आयोग के अनुसार, नागरिकों द्वारा केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) को टैग करके की गई शिकायतों पर बोर्ड की ओर से एक विशेष आईडी दी जाएगी, जिसकी जानकारी आयोग को भी देनी होगी। साथ ही संबंधित विभाग के पास उक्त शिकायत को भेजा जाएगा, ताकि उसके निस्तारण पर कार्रवाई शुरू हो सके। इस तरह की शिकायतों पर हुई कार्रवाई पर आयोग की ओर से निशानी रखी जाएगी और संबंधित विभाग भी समस्या के समाधान के बाद उसकी स्थिति की जानकारी आयोग को देंगे।
ग्रैप दो की पाबंदी हटीं, पार्किंग दरों में राहत मिलेगी
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में लगातार हो रहे सुधार के बाद केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रैप के दूसरे चरण को वापस ले लिया है। लगभग चार महीने पहले प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दूसरे चरण की पाबंदियां लागू की गई थी। अब निजी वाहन चालकों को पार्किंग दरों में राहत मिलेगी। मौसम के अलग-अलग कारकों की वजह से दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार है। वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार 200 से नीचे बना हुआ है। तेज धूप और हवा की गति बढ़ने से प्रदूषक कण छट रहे हैं। वायु गुणवत्ता में हुए इस सुधार को देखते हुए बैठक में इसको लेकर चर्चा की गई।