दो दिन मामूली राहत के बाद दिल्ली की हवा एक बार फिर से दमघोंटू हो गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 पार पहुंच गया। हवा की गति शांत होने से प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। अगले तीन-चार दिन भी राहत की उम्मीद नहीं है।
दिल्ली के लोग गैस चैंबर में रहने को मजबूर हैं। जहरीली हवा में सांसलेने की वजह से उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी जूझना पड़ रहा है। हालांकि प्रदूषण से हल्की राहत मिली है। दिल्ली-एनसीआर की हवा गंभीर से बहुत खराब श्रेणी में आ गई है।
Delhi Pollution: दिल्ली में एक हफ्ते तक प्रदूषण के गंभीर स्तर से बेहाल रहने के बाद, राजधानी की वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार हुआ, लेकिन यह अभी भी 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है। इसी बीच एनडीएमसी ने नाइट क्लीनिंग अभियान शुरू किया।
एनसीआर में 75 फीसदी परिवारों में कम से कम एक सदस्य गले में खराश या खांसी से पीड़ित है। ऑनलाइन सामुदायिक मंच लोकल सर्किल्स द्वारा किए गए सर्वेक्षण में पाया गया है।
चीन ने प्रदूषण के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक दिन में महत्वपूर्ण जीत हासिल नहीं की। इस संकट से निपटने के लिए उसे कई व्यापक रणनीतिक योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू करना पड़ा।
दिल्ली में सर्दी की शुरुआत के साथ ही प्रदूषण की मार भी शुरू हो जाती है। दमघोंटू हवा में लोग सांस लेना लोगों की मजबूरी बन जाती है। इसके कई कारण हैं- वाहनों से निकलता धुआं, पड़ोसी राज्यों में जलती पराली, भवन निर्माण और टूटी सड़कों से उड़ती धूल आदि।
दिल्ली में दमघोंटू हवा का प्रकोप कम होता नहीं दिख रहा है। जहरीले प्रदूषक तत्वों ने दिल्ली-एनसीआर के आसमान पर धुंध की एक मोटी चादर छाई हुई है। हवा की गुणवत्ता अब भी ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है
Air Pollution: दिल्ली गैस चैंबर बन चुकी है। लोग बेहद जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। मंगलवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रही। इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 494 दर्ज किया गया।
Delhi Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर गंभीरतम प्रदूषण की चपेट में है। हालात ऐसे हैं कि प्रदूषण रोकने में ग्रैप-4 की पाबंदियां भी बेअसर हो रही हैं। मंगलवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 460 रहा।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते पलूशन के बीच बेंगलुरु के शख्स ने दिल्लीवासियों को ऐसी सलाह दे डाली, जो सोशल मीडिया पर वायरल है। उसने कहा है- अब वक्त आ गया है कि कन्नड़ सीखो और बेंगलुरु शिफ्ट हो जाओ।
क्या आपको पता है इंग्लैंड की राजधानी लंदन का एक समय इससे भी बुरा हाल था। 12 हजार से ज्यादा लोगों की मौतें हुईं और एक लाख से ज्यादा लोग बीमार पड़े थे। आज वहां की AQI महज 19 है।
अंतरराष्ट्रीय मॉनिटरिंग ऐप IQAir ने दिल्ली का AQI 1,600 बताया, जो CPCB के आंकड़ों से काफी अधिक है। विशेषज्ञों के अनुसार, AQI मापने के लिए हर देश के अलग मानक (standards) होते हैं।
मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने मंगलवार को दिल्ली में बढ़ते पलूशन को लेकर सभी न्यायाधीशों से कहा कि जहां तक संभव हो वर्चुअल सुनवाई करें।
Delhi School and Colleges Closed: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) और दिल्ली यूनिवर्सिटी ने घोषणा की है कि ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जाएंगी।
प्रदूषित हवा से बचाव के लिए कम कीमत पर एयर प्यूरिफायर्स ऑर्डर किए जा सकते हैं। ऑनलाइन शॉपिंग साइट Amazon पर खास छूट के चलते 2500 रुपये से भी कम कीमत पर एयर प्यूरिफायर्स खरीदे जा सकते हैं।
दिल्ली-एनसीआर में बेकाबू ढंग से बढ़ते वायु प्रदूषण से सांसों पर आए संकट को देखते हुए अब केंद्र ने मोर्चा संभाल लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने वायु प्रदूषण के संबंध में सोमवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक एडवाइजरी जारी की है।
Delhi Pollution: दिल्ली के लोग पांच साल में सबसे खराब हवा में सांस ले रही है। सोमवार को राजधानी की हवा में प्रदूषण का स्तर आपात स्थिति तक पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 494 के अंक पर रहा।
दिल्ली के आसमान पर छाई प्रदूषण की परत कम होने की बजाय और मोटी होती जा रही है। रविवार को दिल्ली के लोगों ने इस मौसम की सबसे ज्यादा प्रदूषित हवा में सांस ली। राजधानी की हवा गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। वहीं, 13 इलाकों का एक्यूआई 450 अंक को पार करके ‘गंभीरतम’ स्तर श्रेणी में पहुंच गया है।
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। इस वजह से हवा सांस लेने लायक नहीं है। अभी इससे राहत के भी आसार नहीं हैं। शनिवार सुबह लगातार चौथे दिन वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रही।
मौसम के कारकों के चलते दिल्ली की हवा में प्रदूषण के स्तर में हल्की गिरावट आई है। हालांकि, पांच इलाके ऐसे रहे, जहां शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गंभीरतम श्रेणी में रहा। वहीं, दिल्ली में अगले चार दिन में तापमान में चार डिग्री तक की गिरावट आने की संभावना है।
गैस चेंबर बनती जा रही दिल्ली की वायु गुणवत्ता खराब होने से राजधानी में सांस लेना भी अब मुश्किल हो गया है। सांसों पर आए संकट को कम करने के लिए अब ग्रैप-3 के प्रतिबंध भी लागू कर दिए गए हैं। अगर फिर भी हालात नहीं सुधरे तो आगे 'पलूशन वाले लॉकडाउन' की भी नौबत आ सकती है।
Grap-3 Restrictions: दिल्ली में घने कोहरे और प्रदूषण के चलते दिक्कतें बढ़ती ही जा रही हैं। लगातार दूसरे दिन भी प्रदूषण गंभीर श्रेणी में बना रहा। सुबह दृश्यता के स्तर में 300 मीटर की गिरावट दर्ज की गई। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में ग्रैप तीन की सख्तियां लागू की गई हैं।
Delhi Air Pollution: दिल्ली की जहरीली हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 पार पहुंच गया। दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार सुबह की शुरुआत घने कोहरे के साथ हुई। इस दौरान विजिबिलिटी भी काफी कम रही।
दिल्ली-एनसीआर में बुधवार सुबह से ही घनी धुंध छाई हुई है, जिसके चलते विजिबिलिटी में काफी गिरावट आई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बना हुआ है।
राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ है। मंगलवार शाम 30 से अधिक स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। इससे लोग सांस से जुड़ी परेशानियों के चलते बेहाल नजर आए।
मंगलवार सुबह 6 बजे लाहौर का AQI लेवल 1045 दर्ज किया गया। इसके कारण लाहौर सहित दूसरे शहरों में शैक्षणिक संस्थानों, पार्कों और चिड़ियाघर जैसे सार्वजनिक स्थानों को 17 नवंबर तक बंद कर दिया है।
अब्दुल्ला फादिल ने कहा, ‘इस साल के असाधारण धूम-कोहरा के प्रभाव का आकलन करने में समय लगेगा। हम जानते हैं कि हवा में प्रदूषण की मात्रा दोगुनी और तिगुनी होने से विनाशकारी प्रभाव पड़ेंगे, खासकर बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर।’
कोई भी धर्म ऐसी किसी भी गतिविधि को प्रोत्साहित नहीं करता है जो प्रदूषण पैदा करती है। अगर इस तरह से पटाखे फोड़ें जाते हैं तो यह नागरिकों के स्वास्थ्य के मौलिक अधिकार को भी प्रभावित करता है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण संकट अभी कम होता नहीं दिख रहा है। दिवाली के बाद लगातार 10वें दिन भी दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या बनी रही, रविवार सुबह राजधानी के कई हिस्सों में धुंध की घनी परत छाई रही। हालात को देखते हुए डॉक्टरों ने सरकार को बच्चों के लिए स्कूल बंद करने का सुझाव दिया है।
Delhi Air Pollution: दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति बिगड़ती जा रही है। गुरुवार को 12 स्थानों की हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई, जहां एक्यूआई 400 से अधिक रहा। इनमें आनंद विहार और जहांगीरपुरी में 434 दर्ज किया गया।