Delhi Air Pollution: दिल्ली में इस साल साफ हवा वाले दिनों की संख्या में पहले की तुलना में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन प्रदूषक कणों की सघनता पहले से ज्यादा रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े बताते हैं कि इस साल पीएम 10 और पीएम 2.5 कणों का औसत पिछले पांच साल में सबसे ज्यादा रहा।
राजधानी दिल्ली में एक बार फिर प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है। रविवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 409 अंक दर्ज किया गया। इस दौरान लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी और कई अन्य दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
Delhi Pollution: राजधानी में एक बार फिर प्रदूषण का स्तर अति गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। गुरुवार शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 451 अंक पर रहा। इससे पहले नवंबर में एक्यूआई सीवियर प्लस श्रेणी में पहुंच गया जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से करीब तीन डिग्री कम पांच डिग्री सेल्सियस रहा।
दिल्ली में बुधवार को भी प्रदूषण का स्तर खतरनाक पर रहा। दिल्ली में शाम छह बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 448 पर पहुंच गया। दिल्ली के 36 निगरानी स्टेशनों में से 32 केंद्रों पर एक्यूआई 'गंभीर प्लस' श्रेणी में दर्ज किया गया।
Delhi Pollution: दिल्ली की हवा में एक बार फिर सुधार आया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के शाम 4 बजे डेली बुलेटिन में शेयर किए गए 24 घंटे के औसत आंकड़ों के अनुसार, पिछले दो दिनों में तेज हवाओं ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार किया है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में लगातार चलने वाली हवाओं के कारण तापमान में गिरावट आएगी और वायु गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जिससे यह ‘खराब’ श्रेणी में रहेगी। मंगलवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से दो डिग्री कम था।
दिल्ली में गाड़ी वालों पर पलूशन के नियमों के उल्लंघन करने पर जुर्माना लगाया गया। इसके तहत बीते 50 दिनों में 2.6 लाख गाड़ियों पर 260 करोड़ रुपए जुर्माना लगाया गया।
दिल्ली में दिसंबर की शुरुआत से लगातार वायु प्रदूषण में कमी देखने को मिल रही थी, लेकिन शुक्रवार को यह सिलसिला टूट गया। आज सुबह हवा खराब श्रेणी में पहुंच गई। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार सुबह आठ बजे दिल्ली का एक्यूआई 219 दर्ज होने के साथ ही 'खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया।
दिसंबर की शुरुआत से ही दिल्ली की हवा में सुधार दिख रहा है। राजधानी की वायु गुणवत्ता 'मध्यम' श्रेणी में है। जबकि प्रदूषण के स्तर में मामूली वृद्धि हुई और पारा सामान्य से एक डिग्री नीचे चला गया। शुक्रवार सुबह 9 बजे औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 187 (मध्यम) दर्ज किया गया।
केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि उनके मंत्रालय को दिल्ली सरकार से चार पत्र प्राप्त हुए। इनमें सर्दियों में दिल्ली में एक्यूआई में सुधार के तौर पर क्लाउड सीडिंग पर विचार करने को कहा गया था।
वायु प्रदूषण की वजह से दिल्ली-एनसीआर में लागू ग्रैप-4 की पाबंदियों में सुप्रीम कोर्ट ने ढील दे दी है। अदालत ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए कहा है कि सभी पंजीकृत श्रमिकों को 8-8 हजार रुपए दिए जाएं, जिन्हें अभी केवल 2-2 हजार रुपए दिए गए हैं।
Delhi Weather: दिल्लीवालों को अभी कड़ाके की ठंड का थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। राजधानी में फिलहाल तापमान का बढ़ना जारी है। वहीं, लगातार तीसरे दिन प्रदूषण के स्तर में सुधार देखने को मिला। हवा की गति तेज होने और तापमान में बढ़ोतरी के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक में थोड़ा सुधार हुआ।
Delhi Air: दिल्ली-एनसीआर की हवा में थोड़ा सुधार आया है। मंगलवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 274 दर्ज किया गया। यह वायु प्रदूषण के लिहाज से दिल्लीवासियों के लिए राहत भरा लगातार तीसरा दिन है। दिल्लीवासियों के लिए नवंबर की तुलना में दिसंबर की शुरुआत में सांस लेना आसान रहा है।
दिल्ली को 32 दिनों बाद दमघोटू हवा से राहत मिली। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, 29 अक्टूबर के बाद पहली बार दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 अंक से नीचे आया। हालांकि, अभी भी हवा खराब श्रेणी में है।
Delhi Weather: दिल्ली में कड़ाके की ठंड की शुरुआत हो गई है। जहां तापमान में गिरावट आ रही है। वहीं वायु प्रदूषण से फिलहाल राहत मिलने की संभावना नहीं है। शनिवार सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में पहुंच गई।
Delhi Weather: राजधानी दिल्ली में अब ठंड का असर दिखना शुरू हो गया है। दिल्ली में शुक्रवार को इस सीजन में पहली बार न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया। सफदरजंग केंद्र में पारा 9.5, आया नगर में 8.1 और लोधी रोड में 8.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।
Delhi Weather: दिल्ली में अब ठंड का असर दिखना शुरू हो गया है। राजधानी में शुक्रवार को इस मौसम में पहली बार तापमान10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया और न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में ही है।
पिछले कई दिनों से जहरीली हवा में सांस ले रहे दिल्लीवालों के लिए बुरी खबर है। गुरुवार सुबह प्रदूषण का स्तर थोड़ा बढ़ गया और वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गई। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, सुबह 9 बजे दिल्ली का एक्यूआई 313 दर्ज किया गया।
Air Pollution: राजधानी में प्रदूषण अब बड़ी समस्या बन गया है। एम्स के दो अध्ययन के मुताबिक जहरीली हवा के चलते लोगों में विटामिन डी की कमी हो रही है। राजधानी में बुधवार को प्रदूषण का स्तर बहुत खराब श्रेणी में बना रहा। सुबह आठ बजे यह सूचकांक 302 था।
Delhi Pollution: दिल्ली की वायु गुणवत्ता में बुधवार को हल्का सुधार आया है। तेज हवाओं ने प्रदूषकों के बिखराव में मदद की जिसके कारण एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) ‘बहुत खराब’ के निचले स्तर पर रहा। मंगलवार को दिल्ली का 24 घंटे का AQI सुबह 7 बजे 395 (बहुत खराब) दर्ज किया गया था।
Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा मंगलवार को लगातार तीसरे दिन भी 'बहुत खराब' श्रेणी में रही। दिन के समय चली तेज सतही हवाओं ने प्रदूषण के कणों को तितर-बितर करने का काम किया। जिसकी वजह से देर रात तक राजधानी की हवा 'खराब' श्रेणी के स्तर पर पहुंच गई।
दो दिन मामूली राहत के बाद दिल्ली की हवा एक बार फिर से दमघोंटू हो गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 पार पहुंच गया। हवा की गति शांत होने से प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। अगले तीन-चार दिन भी राहत की उम्मीद नहीं है।
दिल्ली के लोग गैस चैंबर में रहने को मजबूर हैं। जहरीली हवा में सांसलेने की वजह से उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी जूझना पड़ रहा है। हालांकि प्रदूषण से हल्की राहत मिली है। दिल्ली-एनसीआर की हवा गंभीर से बहुत खराब श्रेणी में आ गई है।
Delhi Pollution: दिल्ली में एक हफ्ते तक प्रदूषण के गंभीर स्तर से बेहाल रहने के बाद, राजधानी की वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार हुआ, लेकिन यह अभी भी 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है। इसी बीच एनडीएमसी ने नाइट क्लीनिंग अभियान शुरू किया।
एनसीआर में 75 फीसदी परिवारों में कम से कम एक सदस्य गले में खराश या खांसी से पीड़ित है। ऑनलाइन सामुदायिक मंच लोकल सर्किल्स द्वारा किए गए सर्वेक्षण में पाया गया है।
चीन ने प्रदूषण के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक दिन में महत्वपूर्ण जीत हासिल नहीं की। इस संकट से निपटने के लिए उसे कई व्यापक रणनीतिक योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू करना पड़ा।
दिल्ली में सर्दी की शुरुआत के साथ ही प्रदूषण की मार भी शुरू हो जाती है। दमघोंटू हवा में लोग सांस लेना लोगों की मजबूरी बन जाती है। इसके कई कारण हैं- वाहनों से निकलता धुआं, पड़ोसी राज्यों में जलती पराली, भवन निर्माण और टूटी सड़कों से उड़ती धूल आदि।
दिल्ली में दमघोंटू हवा का प्रकोप कम होता नहीं दिख रहा है। जहरीले प्रदूषक तत्वों ने दिल्ली-एनसीआर के आसमान पर धुंध की एक मोटी चादर छाई हुई है। हवा की गुणवत्ता अब भी ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है
Air Pollution: दिल्ली गैस चैंबर बन चुकी है। लोग बेहद जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। मंगलवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रही। इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 494 दर्ज किया गया।
Delhi Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर गंभीरतम प्रदूषण की चपेट में है। हालात ऐसे हैं कि प्रदूषण रोकने में ग्रैप-4 की पाबंदियां भी बेअसर हो रही हैं। मंगलवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 460 रहा।