Delhi Air Pollution: दिल्ली में इस साल साफ हवा वाले दिनों की संख्या में पहले की तुलना में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन प्रदूषक कणों की सघनता पहले से ज्यादा रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े बताते हैं कि इस साल पीएम 10 और पीएम 2.5 कणों का औसत पिछले पांच साल में सबसे ज्यादा रहा।
दिल्ली में बुधवार को भी प्रदूषण का स्तर खतरनाक पर रहा। दिल्ली में शाम छह बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 448 पर पहुंच गया। दिल्ली के 36 निगरानी स्टेशनों में से 32 केंद्रों पर एक्यूआई 'गंभीर प्लस' श्रेणी में दर्ज किया गया।
भारत में प्रदूषण को लेकर हालात काफी खराब हैं। यहां तक कि किसी भी भारतीय को डब्लूएचओ मानकों के मुताबिक शुद्ध हवा नसीब नहीं हो रही है।
पटना के गांधी मैदान का वायु गुणवत्ता सूचकांक मंगलवार को बेहद खराब श्रेणी यानी 440 पर पहुंच गया है। गांधी मैदान के अलावा समनपुरा में 303, डीआएम कार्यालय दानापुर के आसपास के इलाके में 306, तारामंडल के पास 264 वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया है।वहीं सासाराम की हवा सबसे खराब रही।
केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि उनके मंत्रालय को दिल्ली सरकार से चार पत्र प्राप्त हुए। इनमें सर्दियों में दिल्ली में एक्यूआई में सुधार के तौर पर क्लाउड सीडिंग पर विचार करने को कहा गया था।
Delhi Air: दिल्ली-एनसीआर की हवा में थोड़ा सुधार आया है। मंगलवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 274 दर्ज किया गया। यह वायु प्रदूषण के लिहाज से दिल्लीवासियों के लिए राहत भरा लगातार तीसरा दिन है। दिल्लीवासियों के लिए नवंबर की तुलना में दिसंबर की शुरुआत में सांस लेना आसान रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि ग्रैप-4 की पाबंदियों में राहत तभी दी जाएगी जब पलूशन में कमी का ट्रेंड नजर आएगा। इसके साथ ही ग्रैप-4 की पाबंदियों के कड़ाई से अनुपालन के मसले पर तीखे सवाल भी पूछे…
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बताया कि राज्य में वायु प्रदूषण में पीएम 2.5 एवं पीएम 10 जैसे सूक्ष्म धूल कण मानक से अधिक हैं, जो वायु गुणवत्ता सूचकांक को प्रभावित करते हैं।
दिल्ली को 32 दिनों बाद दमघोटू हवा से राहत मिली। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, 29 अक्टूबर के बाद पहली बार दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 अंक से नीचे आया। हालांकि, अभी भी हवा खराब श्रेणी में है।
बिहार में सर्दी के मौसम में वायु प्रदूषण चिंता का विषय बना हुआ है। औद्योगिक शहर हाजीपुर की हवा लगातार खराब श्रेणी में है, यहां शनिवार को एक्यूआई 300 से ऊपर दर्ज किया गया। राजधानी पटना के साथ अन्य कुछ शहरों की हवा भी बिगड़ी हुई है।
बिहार के कई जिलों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के पार पहुंच गया है। बिहारशरीफ का सूचकांक 317 और हाजीपुर का 300 रहा। वहीं पटना में उत्तर में बना सर्विस लेन पर धूलकण का अंबार लगा हुआ है। पीएम10 और पीएम2.5 की मात्रा बढ़ गई है।
बेंच ने पंजाब सरकार को भी फटकार लगाई और कहा कि एक मीडिया रिपोर्ट कहती है कि राज्य के अधिकारी किसानों को कह रहे हैं कि वे शाम को 4 बजे के बाद पराली जलाएं। ऐसा करने से वे सैटेलाइट की नजर में नहीं आएंगे। बेंच ने कहा कि ऐसा करना गलत है और अदालत के आदेश की अवमानना है।
पिछले कई दिनों से जहरीली हवा में सांस ले रहे दिल्लीवालों के लिए बुरी खबर है। गुरुवार सुबह प्रदूषण का स्तर थोड़ा बढ़ गया और वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गई। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, सुबह 9 बजे दिल्ली का एक्यूआई 313 दर्ज किया गया।
Air Pollution: राजधानी में प्रदूषण अब बड़ी समस्या बन गया है। एम्स के दो अध्ययन के मुताबिक जहरीली हवा के चलते लोगों में विटामिन डी की कमी हो रही है। राजधानी में बुधवार को प्रदूषण का स्तर बहुत खराब श्रेणी में बना रहा। सुबह आठ बजे यह सूचकांक 302 था।
Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा मंगलवार को लगातार तीसरे दिन भी 'बहुत खराब' श्रेणी में रही। दिन के समय चली तेज सतही हवाओं ने प्रदूषण के कणों को तितर-बितर करने का काम किया। जिसकी वजह से देर रात तक राजधानी की हवा 'खराब' श्रेणी के स्तर पर पहुंच गई।
दिल्ली की हवा फिर जहरीली होने लगी है। आज मंगलवार को एअर क्वालिटी इंडेक्स फिर से 'गंभीर' श्रेणी की कगार पर पहुंच गया है। जबकि एक दिन पहले इसमें कुछ सुधार हुआ था।
पटना समेत राज्य के कई शहरों में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर काफी खराब स्तर पर है। प्रदूषण-धूलकण और हल्के ठंड के कारण लोगों में एलर्जी की समस्या बढ़ी है। शुरुआत में नाकों से पानी, छींक और नाक बंद होने की समस्या होती है।
लोग खुले में निकलने के बाद खांसने लग रहे हैं। आंखों में जलन भी ऐसे ही नहीं हो रही, इसके पीछे बेहद खराब हो चुकी हवाएं हैं। सप्ताह के अंत में सूक्ष्म, धूल और गैसीय कणों की मौजूदगी अधिकतम स्तर तक पहुंच गई है। सर्वाधिक व्यस्त और व्यावसायिक क्षेत्र संजय प्लेस में खराब गुणवत्ता की हदें पार हो गई हैं।
Bihar AQI: मुजफ्फरपुर में बुद्धा कॉलोनी के पास AQI 332 दर्ज किया गया है। मुजफ्फरपुर कलेक्ट्रेट के पास हवा खराब श्रेणी में दर्ज की गई है। यहां AQI 262 दर्ज किया गया है। गया के करीमगंज के पास AQI 275 दर्ज किया गया है।
UP AQI Today: दिल्ली से सटे पश्चिम यूपी के शहरों की हवाएं तो जहरीली हो ही रही हैं। लेकिन अब राजधानी लखनऊ की भी हवाओं की सेहत खराब है। इन जहरीली हवाओं में सांस लेने से लोगों की सेहत खराब हो रही है। जानें अपने शहर का एक्यूआई।
इसके अलावा ऐसी कई सार्वजनिक दीवारें भी हैं तो सड़कों या गलियों में हैं। इनमें से ज्यादातर दीवारें जर्जर भी हो चुकी हैं। जिन्हें खूबसूरत बनाने के लिए पिछले साल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान इनमें पेंटिंग भी करवाई गई थी, लेकिन अब ये पेंटिंग भी खराब होने लगी हैं।
UP AQI Today: यूपी के शहरों की हवा में कार्बन की मौजूदगी से लोगों को सांस लेने में मुश्किल हो रही है। साथ ही आंखों में चुभन की भी शिकायत सामने आ रही है। इसने हवा जहरीली बना दी है। जानें अपने शहर का एक्यूआई।
बिहार में मुजफ्फरपुर शुक्रवार को सबसे प्रदूषित शहर रहा, यहां एक्यूआई 400 के पार चला गया है। दूसरे नंबर पर हाजीपुर है। गया और बेतिया की भी हवा बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है। पटना की वायु गुणवत्ता भी बिगड़ गई है।
दिल्ली के लोग गैस चैंबर में रहने को मजबूर हैं। जहरीली हवा में सांसलेने की वजह से उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी जूझना पड़ रहा है। हालांकि प्रदूषण से हल्की राहत मिली है। दिल्ली-एनसीआर की हवा गंभीर से बहुत खराब श्रेणी में आ गई है।
UP AQI Today: यूपी के शहरों में रात में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। हवा सांस लेने के लिए जहरीली होती जा रही है। पीएम 2.5 का स्तर बढ़ने से कई शहरों में एक्यूआई 400 के पार हो रहा है। जानें अपने शहर का एक्यूआई।
पटना में गुरुवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 238 दर्ज किया गया, जो कि खराब श्रेणी में है। हालांकि, वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ है। दूसरी ओर, हाजीपुर लगातार राज्य का सबसे प्रदूषित शहर बना हुआ है।
दिल्ली- एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बीच मानेसर नगर निगम (एमसीएम) ने एक बिल्डर पर 0 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। ग्रैप प्रतिबंध लागू होने की वजह से निर्माण कार्यों पर रोक लगी है। बिल्डर सेक्टर 79 में अपनी प्रोजेक्ट साइट पर निर्माण गतिविधियां करवा रहा था।
Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा में मामूली सुधार आया है। गुरुवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 379 ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ गया। आज भी दिल्ली में सुबह की शुरुआत धुंध और कम विजिबिलिटी के साथ हुई। बुधवार रात शहर में इस सीजन की सबसे ठंडी रात रही।
Bihar AQI: राजधानी पटना में डीआरएफ ऑफिस दानापुर के पास हवा में प्रदूषण बेहद ही खराब श्रेणी में है। यहां AQI 331 दर्ज किया गया है। मुजफ्फरपुर में बुद्धा कॉलोनी के पास भी हवा में प्रदूषण घातक श्रेणी में है। यहां AQI सुबह 9 बजे 440 दर्ज किया गया है।
UP AQI Today: यूपी के शहरों की हवा जहरीली हो गई है। पीएम 2.5 का स्तर हवा में बढ़ रहा है। ऐसे में कई शहरों की हवा खतरनाक श्रेणी में है। लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। जानें अपने शहर का एक्यूआई।