पंजाब में सरकार गिरी तो…कांग्रेस के मनीष तिवारी को किस बात का सता रहा डर
- दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। इसके बाद विपक्ष आशंका जता रहा है कि पंजाब की भगवंत मान सरकार कभी भी गिर सकती है। इसको लेकर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी का भी बयान सामने आया है।
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दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। इसके बाद विपक्ष आशंका जता रहा है कि पंजाब की भगवंत मान सरकार कभी भी गिर सकती है। इसको लेकर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी का भी बयान सामने आया है। मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहाकि अगर पंजाब में कोई राजनैतिक अस्थिरता आती है तो राष्ट्रीय स्तर पर इसके परिणाम बहुत गंभीर होंगे। तिवारी ने कहाकि यह दुर्भाग्य है कि केंद्र सरकार ने कभी पंजाब को नहीं समझा और कभी समझेगी भी नहीं। असल में पंजाब एक अलग भावना, अलग अलग संस्कृति और अलग तालमेल वाला राज्य है। इसके अलावा यह एक अलग लय पर चलता है।
सीमावर्ती प्रदेश पर ध्यान दे केंद्र
मनीष तिवारी ने आगे कहाकि सीमावर्ती प्रदेश होने के नाते इसे बहुत सावधानी से हैंडल करने की जरूरत है। केंद्र को चाहिए कि सीमावर्ती राज्यों के लिए इसी तरह की नीति भी बनाई जाए। उन्होंने कहाकि हमारा पश्चिमी पड़ोसी हमेशा बहुत ज्यादा सक्रिय रहता है और पंजाब की शांति भंग करना चाहता है। इसी तरह उत्तर-पूर्व में मणिपुर में भी अस्थिरता है। ऐसे हालात में केंद्र सरकार को सीमावर्ती राज्यों के लिए एक अलग पॉलिसी अमल में लाने की जरूरत है।
दिल्ली में आप की बैठक
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई में असंतोष की अफवाहों के बीच पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की दिल्ली के कपूरथला हाउस में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठक जारी है। पार्टी नेताओं के अनुसार, चर्चा हाल में हुए दिल्ली चुनाव में आप के प्रदर्शन की समीक्षा और 2027 के पंजाब विधानसभा चुनाव की योजना बनाने पर केंद्रित है।
बैठक में पंजाब से राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा और संदीप पाठक समेत वरिष्ठ नेता भी शामिल हो रहे हैं। पंजाब के संगरूर से विधायक नरिंदर कौर ने अंदरूनी असंतोष की खबरों को खारिज करते हुए इसे एक नियमित बैठक बताया। उन्होंने कहाकि हम दिल्ली में लोगों के जनादेश को स्वीकार करते हैं और एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। पंजाब और दिल्ली दोनों जगहों पर ऐसी बैठकें पहले भी हो चुकी हैं।