Hindi Newsमहाराष्ट्र न्यूज़On whose behest did Anna Hazare open front against Ajit Pawar Both factions of NCP face to face

अन्ना हजारे ने किसके इशारे पर अजीत पवार के खिलाफ खोला मोर्चा? NCP के दोनों गुट आमने-सामने

एक साल पहले अन्ना हजारे ने रामलीला मैदान में भूख हड़ताल की थी। वह अब तक आराम कर रहे थे। वह अचानक उठे और विपक्षी दल की चेतावनी पर सीधे उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को निशाना बनाना शुरू कर दिया।

Himanshu Jha लाइव हिन्दुस्तान, मुंबई।Sun, 16 June 2024 09:42 AM
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शिखर बैंक घोटाले में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को जांच एजेंसियों की तरफ से क्लीन चिट मिलने के बाद विवाद गहरा गया है। वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने इसे गलत ठहराया और इसके खिलाफ कोर्ट जाने की बात कही है। अन्ना हजारे की इस घोषणा को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरग गुट) ने भाजपा की साजिश करार दिया है। पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने आरोप लगाया कि अजित पवार को लोकसभा चुनाव में कोई फायदा नहीं मिला, इसलिए बीजेपी ने साजिश रचकर अन्ना हजारे को भड़काया है।

पत्रकारों से बात करते हुए अनिल देशमुख ने कहा, 'अन्ना हजारे पांच साल तक कहीं नजर नहीं आए। उनका आंदोलन भूख हड़ताल में लिपटा हुआ था। महागठबंधन के कई मंत्रियों पर आरोप लगे, लेकिन उस समय हजारे नहीं जागे। लोकसभा चुनाव की सारी प्रक्रिया पूरी होते ही उनकी अचानक नींद खुल गई है। अजित पवार के गुट से महागठबंधन पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा। बीजेपी का एजेंडा अन्ना हजारे के जरिए उन्हें बदनाम करना है क्योंकि उनकी उपयोगिता खत्म हो गई है। इसके लिए अन्ना हजारे को उनके पीछे रखा गया होगा।''

अनिल देशमुख ने कहा कि जब तक फायदा होता है बीजेपी को सब ठीक लगता है। काम पूरा होने के बाद उसे राजनीति से हटाने की कोशिश की जाती है।

घगन भुजबल को लेकर क्या बोले देशमुख
देशमुख ने आगे कहा, ''ओबीसी नेता छगन भुजबल लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे। उन्हें केंद्रीय स्तर पर लामबंद किया गया। उन्हें मौका नहीं दिया गया। जब राज्यसभा की संभावनाओं की भविष्यवाणी की गई तो उन्हें पार्टी ने हटा दिया। इसलिए वे परेशान हैं। उनका सवाल है कि उन्हें किस पार्टी में रहना चाहिए। लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव भी महाविकास अघाड़ी मिलकर लड़ेगी। अनिल देशमुख ने यह भी दावा किया कि हम इसमें सफल भी होंगे।''

अजित गुट ने विपक्ष पर लगाए आरोप
एक साल पहले अन्ना हजारे ने रामलीला मैदान में भूख हड़ताल की थी। वह अब तक आराम कर रहे थे। वह अचानक उठे और विपक्षी दल की चेतावनी पर सीधे उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को निशाना बनाना शुरू कर दिया।  राकांपा अजीत पवार गुट के प्रदेश प्रवक्ता और नगर अध्यक्ष प्रशांत पवार ने ये आरोप लगाए हैं।

उन्होंने कहा कि अन्ना हजारे अब अजित पवार के बारे में बात करने लगे। कुछ नेता उपमुख्यमंत्री का नाम खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। भविष्य में पवार मुख्यमंत्री बनेंगे, इसलिए विपक्षी दल नाराज चल रहा है। पवार ने यह भी कहा कि इसके लिए अन्ना को किसी ने सुपारी नहीं दी थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार और घोटालों के आरोप में जेल में हैं। प्रशांत पवार ने यह भी कहा कि केजरीवाल को पद छोड़ने के लिए कहने और उनका समर्थन करने वाली कांग्रेस के खिलाफ फिर से अन्ना हजारे को विरोध करना चाहिए।

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