महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को अपने भतीजे युगेंद्र पवार को बारामती में 1,00,899 वोटों के अंतर से हराया। यह अजित का 8वां चुनाव था, जिसमें उन्होंने 1,81,132 वोट प्राप्त किए, जबकि...
कानूनी लड़ाई और चुनाव आयोग के फैसलों के बावजूद, जनता ने अपने वोट से असली-नकली की तस्वीर साफ कर दी। विधानसभा चुनाव के नतीजों ने दिखा दिया कि सिर्फ 'ब्रांड नेम' काफी नहीं है, असली लड़ाई चुनावी सिंबल और जमीनी पकड़ की है।
बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति ने महाराष्ट्र में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। विशेषज्ञों के अनुसार, कांग्रेस और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के अन्य सहयोगियों के वोट महायुति की ओर शिफ्ट हो गए।
Maharashtra Chunav Result: बीजेपी, शिंदे गुट और अजित पवार की एनसीपी की इस तिकड़ी ने ध्रुवीकरण, मराठा आंदोलन और विपक्ष के तमाम आरोपों को किनारे करते हुए अपनी पकड़ मजबूत रखी।
महा विकास आघाड़ी के घटक दल कांग्रेस ने राज्य में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में 103 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। वरिष्ठ नेता नसीम खान ने बताया कि बाद में पार्टी के ‘कोर ग्रुप’ ने सरकार गठन तथा विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी चर्चा करने के वास्ते एक बैठक की।
महाराष्ट्र की बारामती विधानसभा इस बार हॉट सीट बन गई है। यहां अजित पवार जैसे दिग्गज चेहरे मैदान में उतरे हैं तो वहीं उन्हें घर से ही चुनौती मिल रही है। उनके मुकाबले में भतीजे युगेंद्र पवार उतरे हैं, जिन्हें शरद पवार की एनसीपी ने टिकट दिया है।
मतगणना से ठीक पहले पुणे में एक पोस्टर को लेकर विवाद हुआ। इस पोस्टर में एनसीपी प्रमुख और उपमुख्यमंत्री अजित पवार को मुख्यमंत्री के रूप में दिखाया गया था। यह पोस्टर एनसीपी नेता संतोष नंगारे ने लगवाया था।
सर्वे के अनुसार जनता ने सीएम के तौर पर मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ही अपनी पहली पसंद बताया है। सर्वे में कहा गया है कि 31 फीसदी लोग एकनाथ शिंदे को सीएम देखना चाहते हैं। दूसरे नंबर पर लोगों ने उद्धव ठाकरे को रखा है। उन्हें 18 फीसदी लोगों ने सीएम के तौर पर अपना पसंदीदा चेहरा बताया।
शिवसेना (उद्धव ठाकरे) सांसद संजय राउत महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद आक्रामक मोड में हैं। संजय राउत ने गुरुवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और अजीत पवार पर निशाना साधा है।
शरद पवार गुट के नेता उत्तम जानकर ने दावा किया है कि बारामती विधानसभा सीट से अजित पवार हार सकते हैं। उन्होंने गुरुवार को कहा कि अजित पवार के लिए अपनी सीट बचाना भी मुश्किल होगा। जानकर ने कहा कि अजित पवार 40 हजार वोटों से हार सकते हैं।
Exit Polls Maharashtra: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो चुकी है। शाम पांच बजे तक यहां पर 58.22 फीसदी मतदान हुआ था। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुकाबला महायुति गठबंधन और महाविकास अघाड़ी गठबंधन के बीच है।
आज के मतदान के दौरान शरद पवार ने अपनी पत्नी प्रतिभा पवार, रेवती सुले, सदानंद सुले और विजय सुले के साथ शंभू सिंह हाई स्कूल और कॉलेज में मतदान किया।
सुप्रिया सुले के चचेरे भाई अजित पवार का बयान आया है। उनका कहना है कि ऑडियो क्लिप में जो आवाज है, वह सुप्रिया सुले की ही है। उन्होंने कहा कि मैं सुप्रिया बहन की आवाज को अच्छे से पहचानता हूं। इसके अलावा नाना पटोले की आवाज से भी मैं परिचित हूं। इन लोगों के साथ मैंने लंबे समय तक काम किया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अपनी परंपरागत बारामती सीट से उतरे अजित पवार सुबह ही मतदान करने पहुंचे। उन्होंने मतदान के बाद कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि महायुति की राज्य में फिर से सरकार बनेगी, जिसका वह हिस्सा हैं। वहीं उन्होंने अपनी सीट पर चुनावी मुकाबले को मुश्किल भी बताया।
राकांपा (एसपी) की नेता सुप्रिया सुले ने अजित पवार पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी बीमार मां को बारामती में चुनावी रैली में शामिल कराया। अजित पवार के भाई ने कहा कि उनकी मां का इलाज रोककर उन्हें रैली में...
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा। 288 सीटों वाले इस प्रदेश में महायुति और महाविकास अघाड़ी गठबंधन आमने-सामने हैं। इसमें कई हाई-प्रोफाइल मुकाबले भी हैं।
Ajit Pawar: अजित ने कहा कि उन्हें एनसीपी के संस्थापक और अपने चाचा शरद पवार से इसलिए अलग होना पड़ा क्योंकि पार्टी के सभी विधायक अपने क्षेत्रों में रुके हुए विकास कार्यों को पूरा करने के लिए एकनाथ शिंदे नीत महायुति सरकार में शामिल होना चाहते थे।
अजीत पवार ने विधानसभा चुनावों को लेकर सकारात्मक नजरिया रखा है और महायुति की जीत का पूरा विश्वास जताया है। अब यह देखना होगा कि चुनाव परिणाम उनके दावों को सही साबित करते हैं या नहीं।
बड़ा सवाल यह है कि महायुति और महाअघाड़ी में सीएम फेस कौन है? ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि सीएम फेस की रेस में कौन मारता है बाजी और कौन फंसाता है पेच।
इंटरव्यू में अजित पवार ने 2019 के मुद्दे पर बात की थी। उन्होंने कहा था, 'सभी जानते हैं कि बैठक कहां हुई थी...। सभी वहां थे। मैं फिर से बताता हूं कि अमित शाह वहां थे, गौतम अडानी वहां थे, प्रफुल्ल पटेल वहां थे, देवेंद्र फडणवीस वहां थे, अजित पवार वहां थे, पवार साहेब वहां थे।'
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अब लगभग आखिरी दौर में है। प्रचार में 5 दिन का ही वक्त बचा है और उससे पहले शरद पवार ने बड़ा मास्टरस्ट्रोक खेल दिया है। उन्होंने पुणे की दो सीटों पर अजित पवार के सहयोगियों को शामिल कर लिया है तो वहीं एक सीट पर भाजपा के बड़े नेता को अपने पाले में ले आए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने एनसीपी अजित पवार गुट को अपने पैरों पर खड़ा होने की सलाह दी है। चुनाव प्रचार में शरद पवार की तस्वीरों, ऑडियो और वीडियो का उपयोग न करने का सुझाव दिया गया। कोर्ट ने दोनों गुटों को चुनाव...
सुप्रीम कोर्ट ने एनसीपी के अजित पवार गुट को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में शरद पवार की तस्वीरें और वीडियो का उपयोग न करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा कि पार्टी को अपने पैरों पर खड़े होने की...
अजित पवार के इस दावे से सबसे ज्यादा परेशानी शरद पवार खेमे को होती दिख रही है, जो भाजपा के मुकाबले चुनाव में उतरा है। अजित पवार के इस दावे से यह संदेश जाएगा कि शरद पवार भी भाजपा से अंदरखाने डील कर रहे थे। यही कारण है कि शरद पवार के पोते रोहित पवार ने अजित पर हमला बोला है।
सुप्रीम कोर्ट ने अजित पवार की एनसीपी से कहा कि आपको अपनी अलग पहचान के आधार पर ही चुनाव लड़ना होगा। पार्टी के नेताओं को निर्देश दें कि वे शरद पवार की तस्वीरें व वीडियोज का इस्तेमाल न करें।
डोनाल्ड ट्रंप का जिक्र बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में छिड़ गया। ऐसा हुआ चुनाव चिह्न को लेकर शरद पवार बनाम अजित पवार केस में सुनवाई के दौरान।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पीएम मोदी के 'एक हैं तो सेफ हैं' संदेश का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि भारत की एकता से ही सुरक्षा संभव है। हालांकि, उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के...
अजित पवार ने बताया कि कैसे पांच साल पहले ईडी से शरद पवार को नोटिस मिलने पर पार्टी के नेताओं में चिंता का माहौल था। इस दौरान मुंबई में चव्हाण प्रतिष्ठान में पार्टी की बैठक हुई थी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सबसे दिलचस्प लड़ाई बारामती सीट पर है, जहां डिप्टी सीएम अजित पवार का मुकाबला अपने भतीजे युगेंद्र पवार के साथ है।
अजित पवार की एनसीपी के नेता नवाब मलिक के बयान ने हलचल बढ़ा दी है। उनका कहना है कि राजनीति में कोई भी बेस्ट फ्रेंड या दुश्मन नहीं होता है। चुनाव के बाद दोस्तों और दुश्मनों के बीच हालात बदल भी जाते हैं। नवाब मलिक के इस बयान से अजित पवार की एनसीपी के रुख को लेकर कयास लगने लगे हैं।