कोरोना से बदहाल, फिर भी झूठ बोल रहा ड्रैगन; ऐसे खुल रही है चीन की पोल
चीन में कोरोना से हालात संभल नहीं रहे हैं। वहीं, समस्या पर ध्यान देने के बजाए चीन आंकड़ों को छुपाने में लगा है। दूसरी तरफ डब्लूएचओ से समेत अन्य देशों ने उसके ऊपर कोरोना केसेज छुपाने का आरोप लगाया है।
चीन में कोरोना से हालात संभल नहीं रहे हैं। वहीं, समस्या पर ध्यान देने के बजाए चीन आंकड़ों को छुपाने में लगा है। दूसरी तरफ डब्लूएचओ से लेकर तमाम दूसरे देशों ने उसके ऊपर कोरोना केसेज छुपाने का आरोप लगाया है। चीन की तरफ से जो सरकारी आंकड़े जारी किए जा रहे हैं, उनके मुताबिक 5200 से कुछ ज्यादा कोरोना मौतों की बात कही गई है। जबकि हकीकत इससे बिल्कुल इतर है। विभिन्न क्षेत्रों से मिली जानकारी के आधार पर ब्रिटेन आधारित संस्थान एयरफिनिटी ने बताया कि यहां हर रोज लाखों लोग कोरोना से संक्रमित हो रहा है। वहीं, हर दिन हजारों लोग इस बीमारी से जान गंवा रहे हैं।
मौतों पर लगाम नहीं
बीते कुछ हफ्तों में चीन में लगातार कोरोना से लोगों की मौत हो रही है। चीन के शोध संस्थान और वैज्ञानिक संगठनों के कई लोग भी जान गंवा चुके हैं। यहां से शोक संदेश जारी हो रहे हैं और इसके चलते चीन कोरोना से होने वाली मौतों को छुपा नहीं पा रहा है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक चीन की इंजीनियरिंग एकेडमी में एक महीने से कम समय में 20 सदस्य जान गंवा चुके हैं। वहीं, कई सेलेब्रिटीज भी कोरोना संक्रमण के शिकार हो चुके हैं। एक शोक संदेश ऑनलाइन सर्कुलेट हो रहा है, जिसके मुताबिक 39 साल की ओपेरा सिंगर चू लेनलन नहीं रहीं। इस ओपरा सिंगर ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक्स में परफॉर्म किया था। जानकारी के मुताबिक चीनी सेलेब्स बीएफ.7 और बीए.5.2 से अपनी जान गंवा रहे हैं।
हेनान प्रांत बना नया वुहान
हेनान प्रांत चीन का तीसरा सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला प्रांत है। यहां पर 90 फीसदी आबादी संक्रमण की चपेट में है। सीएनएन ने यह जानकारी एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से दी। सेंट्रल हेनान प्रांत के डायरेक्टर ऑफ हेल्थ कमिश्नर कान क्वॉनचेंग के मुताबिक 6 जनवरी तक यहां पर कोविड इंफेक्शन रेट 89 फीसदी था। हालांकि चीन की तरफ से जारी आधिकारिक आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां करते हैं। इसके मुताबिक दिसंबर में जीरो कोविड पॉलिसी से छूट मिलने के बाद से सिर्फ 120,000 लोग संक्रमित हुए हैं और मात्र 30 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
भारत की दवा डिमांड में
इस बीच चीन के डॉक्टर्स को हिदायत दी गई है कि वह लोगों की मौतों की वजह कोविड 19 न बताएं। वहीं, चीन की सोशल मीडिया के लिए भी यही चेतावनी जारी की गई है। वहीं, भारतीय जेनरिक दवाओं की मांग यहां पर काफी ज्यादा बढ़ गई है। यहां की ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर फाइजर की कोविड-19 की दवा की डिमांड काफी ज्यादा है। हालांकि चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस दवा को जरूरी दवाओं की लिस्ट में शामिल करने से इंकार कर दिया है। उधर अस्पताल कोरोना मरीजों से पटे हुए हैं और शवदाहगृहों में लोगों की कतार लगी हुई है।
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