अकेले भारत में ही शेयर बाजार में मंगलवार को 1352 अंकों की गिरावट आई है। ट्रंप के फैसलों से दुनिया ही नहीं बल्कि अमेरिका में भी हलचल है। प्यू रिसर्च की ओर से किए गए सर्वे में पता चला है कि 10 में से 7 अमेरिकी यानी दो तिहाई से ज्यादा लोग हमेशा खबरों पर नजर रखते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत अब अमेरिकी सामानों पर टैक्स कम करने जा रहा है। उन्होंने कहा, 'मैंने कुछ समय पहले ही सुना था कि भारत अपने टैरिफ में बहुत बड़ी कटौती करने जा रहा है और मैंने पूछा था कि ऐसा बहुत पहले क्यों नहीं किया गया?' उन्होंने कहा कि टैरिफ बढ़ाने के फैसले से कई देशों की नीतियों में सुधार आएगा।
भारत में भी उद्योगों में ट्रंप के फैसलों को लेकर चिंता है, लेकिन अमेरिका में भी कारोबारी कम चिंतित नहीं हैं। उन्हें लगता है कि कच्चे माल का आयात महंगा पड़ा तो फिर उनकी उत्पादन लागत में इजाफा होगा और कीमतें बढ़ानी होंगी। इससे पूरा बाजार ही प्रभावित होगा।
साफ है कि इजरायल गाजा पट्टी के इस शहर पर हवाई और जमीनी हमलों में फिर से तेजी ला सकता है। हमास के साथ पिछले महीने ही सीजफायर खत्म हुआ और उसे आगे बढ़ाने पर अब तक कोई सहमति नहीं बनी है। मार्च की शुरुआत में ही इजरायल ने 20 लाख लोगों तक पहुंचने वाली मदद, खाना, दवा और ईंधन आदि की सप्लाई रोक बाधित की थी।
म्यामांर में भारतीय समयानुसार 11:52 पर पहला जलजला आया और फिर 12 बजे के बाद दूसरा झटका लगा। दोनों बार तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7 से अधिक थी, जो विनाशकारी माना जाता है। पहली बार में 7.2 की तीव्रता का भूकंप था, जबकि दूसरी बार में यह और तेज होते हुए 7.7 हो गया। इन झटकों ने पूरे म्यामांर को हिला डाला।
साल 2019 में ब्रिटेन की तत्कालीन प्रधानमंत्री थेरेसा मे हत्याकांड पर दुख जता चुकी हैं। उन्होंने इसे 'ब्रिटेन के इतिहास पर शर्मनाक जख्म' करार दिया था। हालांकि, उन्होंने तब भी औपचारिक माफी नहीं मांगी थी।
अमेरिका में मिडल ईस्ट से भी बड़ी संख्या में लोग हर साल पढ़ाई के लिए पहुंचते हैं। इनमें बड़ा आंकड़ा ऐसे लोगों का भी होता है, जो फिलिस्तीन और हमास के समर्थक होते हैं। ऐसे में इन लोगों को एकजुट होने से रोकने और विरोध को मजबूत होने से रोकने के लिए ट्रंप प्रशासन एंट्री पर ही बैन की तैयारी कर रहा है।
ग्वादर पोर्ट का विकास पाकिस्तान में चीन की मदद से ही हुआ है। इसके अलावा चीन-पाकिस्तान कॉरिडोर का भी यह हिस्सा है। इस हमले ने एक बार फिर से बलूचिस्तान के हालात दुनिया के सामने उजागर किए हैं, जहां बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी समेत कई संगठन पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
यूक्रेन के मामले पर गुरुवार को यूरोपियन यूनियन के देशों ने एक मीटिंग बुलाई है। इस बैठक में तय किया जाएगा कि कैसे सीजफायर डील की जाएगी। एक विकल्प यह भी है कि ऐसे यूरोप के देशों की सेनाओं को भी यूक्रेन में तैनात किया जाए, जो इच्छुक हों।
जेसिका हॉफ को बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया जाएगा। अदालती रिकार्ड के अनुसार, अभियोजन पक्ष ने अभी तक उनके खिलाफ औपचारिक रुप से आरोप दाखिल नहीं किए हैं।