न्यूजीलैंड में भी आया इंग्लैंड की बैजबॉल का बवंडर, तूफानी अंदाज में टेस्ट जीतकर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
- न्यूजीलैंड में भी इंग्लैंड की बैजबॉल का बवंडर देखने को मिला। तूफानी अंदाज में स्टोक्स एंड कंपनी ने पहला टेस्ट मैच जीता है। तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड ने फिर से बढ़त बना ली है। विश्व रिकॉर्ड भी इंग्लैंड ने कायम कर दिया।

न्यूजीलैंड के खिलाफ इंग्लैंड की टीम ने पहले टेस्ट मैच में दमदार प्रदर्शन किया और 8 विकेट से तूफानी जीत दर्ज की। बैजबॉल क्रिकेट यहां भी देखने को मिली और इंग्लैंड ने एक विश्व रिकॉर्ड कायम कर दिया। इंग्लैंड ने सबसे कम ओवरों में टेस्ट क्रिकेट में 100 से ज्यादा रनों का टारगेट चेज किया है। इस मैच में इंग्लैंड के लिए ब्रायडन कार्स ने 10 विकेट निकाले और हैरी ब्रूक ने तूफानी शतकीय पारी खेली। तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड की टीम 1-0 से आगे निकल गई है। ये वही न्यूजीलैंड की टीम है, जिसने घर में घुसकर भारत को 3-0 से हराया था।
इंग्लैंड की टीम को 104 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे 2 विकेट खोकर इंग्लिश टीम ने 12.4 ओवर में हासिल कर लिया। 100 रनों से ज्यादा का लक्ष्य का पीछा करते हुए टेस्ट क्रिकेट में ये सबसे तेज जीत है। इससे पहले इसी मैदान पर न्यूजीलैंड ने 109 रनों का टारगेट 18.4 ओवर में हासिल किया था। वहीं, वेस्टइंडीज ने 19 ओवर में इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में 1995 में 126 रनों का टारगेट चेज किया था। वेस्टइंडीज ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 102 रनों का लक्ष्य 19.3 ओवर में हासिल किया था। साउथ अफ्रीका ने हैमिल्टन में 101 रनों के लक्ष्य को 19.5 ओवर में न्यूजीलैंड के खिलाफ हासिल किया हुआ है।
ये विश्व रिकॉर्ड खास इसलिए भी है, क्योंकि इंग्लैंड का रन रेट इस पारी में 8.21 का रहा है, जो 100 प्लस की रन चेज में ससे ज्यादा है। इससे पहले 1983 में वेस्टइंडीज ने 6.82 के रन रेट से भारत के खिलाफ किंगस्टन में 100 रनों से ज्यादा लक्ष्य हासिल किया था। पाकिस्तान ने 6.60 के रन रेट से कराची में 1978 में भारत के खिलाफ 100 प्लस का टारगेट आसानी से चेज किया था। इंग्लैंड की टीम ने इस मैच की पहली पारी में भी तेज गति से रन बनाए थे और उससे भी दोगुनी गति से उन्होंने दूसरी पारी में बल्लेबाजी की।
काइस्टचर्च में खेले गए पहले टेस्ट मैच की बात करें तो न्यूजीलैंड ने 348 रन बनाए थे, जबकि इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम ने 499 रन बना दिए थे, जिसमें हैरी ब्रूक की 171 रनों की पारी शामिल थी। इसके बाद न्यूजीलैंड की टीम दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी और 254 रन बनाकर ढेर हो गई। इस तरह इंग्लैंड को 104 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे मैच के चौथे दिन के दूसरे ही सेशन में इंग्लैंड ने 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया। ब्रायडन कार्स ने 10 विकेट निकाले। दूसरी पारी में उनको 6 विकेट मिले।