रेल पटरी पर बैठे, पत्थर मार ट्रेन का शीशा फोड़ डाला, महाकुंभ जा रहे यात्रियों का बिहार में बवाल
- कुम्भ जानेवाले यात्रियों द्वारा अंदर से ट्रेन के डिब्बों को बंद कर दिये जाने से नाराज यात्रियों ने मधुबनी स्टेशन पर एसी कोच सहित अन्य कोचों के शीशे तोड़ दिये। लोगों ने इंजन के आगे रेल पटरी पर बैठकर ट्रेन रोक दी। कई जख्मी हो गये।
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महाकुम्भ जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से सूबे के कई स्टेशनों पर अफरातफरी का माहौल रहा। मधुबनी रेलवे स्टेशन पर जयनगर से नई दिल्ली जानेवाली स्वतंत्रता सेनानी सुपर फास्ट एक्सप्रेस में चढ़ने को लेकर सोमवार शाम यात्रियों ने बवाल कर दिया। वहीं, आरा जंक्शन पर गेट नहीं खोलने से नाराज यात्रियों ने ट्रेन के शीशे तोड़ दिये और हंगामा किया।
कुम्भ जानेवाले यात्रियों द्वारा अंदर से ट्रेन के डिब्बों को बंद कर दिये जाने से नाराज यात्रियों ने मधुबनी स्टेशन पर एसी कोच सहित अन्य कोचों के शीशे तोड़ दिये। लोगों ने इंजन के आगे रेल पटरी पर बैठकर ट्रेन रोक दी। कई जख्मी हो गये। चीख-पुकार और बिगड़ते हालात को देख रेलवे प्रशासन ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और रेलवे इंजन के आगे बैठे लोगों को हटाया। करीब 37 मिनट की देरी से ट्रेन मधुबनी रेलवे स्टेशन से रवाना हुई। ट्रेन खुलते ही हालात दोबारा बेकाबू हो गया। यात्री स्टेशन मास्टर के दफ्तर में घुसकर टिकट दिखाते हुए रुपए वापसी की मांग करने लगे।
इधर रविवार की रात आरा जंक्शन पर ट्रेन का गेट नहीं खुलने पर यात्रियों ने हंगामा कर दिया। आरा जंक्शन पर दानापुर-पुणे एक्सप्रेस आरा पहुंची तो इसका गेट बंद होने पर यात्री भड़क गए। खूब मान-मनौव्वल के बाद भी जब गेट नहीं खुले, तो पत्थर मार-मारकर गेट व खिड़कियों के कांच तोड़ दिए। शीशा तोड़ने के आरोप में एक रेल यात्री को गिरफ्तार किया गया है। सीवान में कई यात्री सवार नहीं हो सके। वहीं बरौनी जंक्शन पर रविवार की रात बरौनी-अहमदाबाद एक्सप्रेस में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ने से अफरातफरी मची रही। इस दौरान आरपीएफ द्वारा लाइन लगाकर श्रद्धालुओं को ट्रेन में चढ़ाया गया।