महिलाओं और बुजुर्गों को तोहफा देने की तैयारी, नीतीश सरकार का चुनाव से पहले क्या है प्लान
- आगामी विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के पहले पेंशन राशि बढ़ाने के साथ ही महिला प्रोत्साहन योजना लागू करने की योजना बनाई जा रही है। यदि इन तीनों प्रस्तावों को मंजूरी मिली तो राज्य के करीब एक करोड़ से अधिक लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
चुनावी वर्ष में बिहार की महिलाओं और बुजुर्गों को तोहफा देने की तैयारी सरकार कर रही है। वृद्धजन पेंशन योजना और विधवा पेंशन योजना की राशि बढ़ाने का प्रस्ताव विचाराधीन है। साथ ही महिला प्रोत्साहन योजना लागू करने पर मंथन चल रहा है। समाज कल्याण विभाग ने इसके लिए अलग-अलग प्रस्ताव तैयार किया है। वित्त विभाग की सहमति और सरकार की मंजूरी मिलने के बाद ही इसे लागू किया जाएगा। आगामी विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के पहले पेंशन राशि बढ़ाने के साथ ही महिला प्रोत्साहन योजना लागू करने की योजना बनाई जा रही है। यदि इन तीनों प्रस्तावों को मंजूरी मिली तो राज्य के करीब एक करोड़ से अधिक लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
वृद्धजन, निशक्त और विधवा पेंशन योजना के तहत प्रतिमाह मिलने वाली राशि बढ़ाने के लिए तीन स्लैब में प्रस्ताव तैयार किया गया है। वित्त विभाग और सरकार की सहमति जिस स्लैब पर बनेगी, उसके हिसाब से ही राशि बढ़ेगी। पेंशन में बढ़ोतरी होने पर बढ़ने वाले वित्तीय भार का आकलन करने के बाद ही सरकार किसी एक स्लैब को लागू करने का निर्णय ले सकती है।
महिला प्रोत्साहन योजना नई होगी। इस योजना के तहत प्रति माह महिलाओं को सम्मानजनक सुनिश्चित राशि दी जा सकती है। इसके लिए वे महिलाएं पात्र होंगी, जिनकी आय के अन्य स्रोत नहीं है। इस योजना में 18 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को शामिल करने का प्रस्ताव है।
46 लाख लोगों को मिल रही है वृद्धजन पेंशन
वर्तमान में मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के तहत लगभग 46 लाख लोगों को लाभ मिल रहा है। अभी इस योजना में 60 से 79 वर्ष तक के वृद्धों को प्रति माह पेंशन के रूप में 400 रुपए मिलते हैं। 80 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्ध को प्रतिमाह 500 रुपए पेंशन राशि दी जाती है। निशक्तता पेंशन योजना के तहत 80 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले व्यक्ति को 400 रुपए प्रति माह पेंशन मिलती है। इसमें केंद्र सरकार 300 और राज्य सरकार 100 रुपए अंशदान देती है।