मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले की एक सत्र न्यायालय ने पूर्व वार्ड पार्षद शफीक अंसारी को बलात्कार के एक मामले में बरी कर दिया है, क्योंकि अदालत ने पाया कि महिला ने आरोप इसलिए लगाए थे क्योंकि उसकी शिकायत के आधार पर उसका घर तोड़ दिया गया था।