अब बलिया में मेरठ जैसा कांड: पति के हाथ-पैर और गर्दन काट फेंके टुकड़े
पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर रिटायर्ड फौजी पति की निर्ममता से हत्या कर दी। यही नहीं शव की पहचान छिपाने के लिए दोनों हाथ, दोनों पैर और सिर काटकर पॉलीथिन में रखा और गाड़ी में भरकर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया। रिटायर्ड फौजी का बाकी बचा धड़ कुएं से मिला।

मेरठ में 3 मार्च की रात को पत्नी मुस्कान ने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने पति सौरभ की बेरहमी से हत्या कर दी थी। हत्या के बाद दोनों ने सौरभ के सिर और दोनों हाथ हथेलियों से काटकर अलग कर दिए थे। अपने गुनाह को छिपाने की नाकाम कोशिश के तहत उन्होंने सौरभ के शव को नीले ड्रम में भरकर सीमेंट के घोल को डालकर जमा दिया था। इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा तब हुआ जब 18 मार्च को पुलिस ने मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार कर नीले ड्रम को बरामद कर लिया। अब बलिया में मेरठ जैसा हत्याकांड सामने आया है।
यहां एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर रिटायर्ड फौजी पति की निर्ममता से हत्या कर दी। यही नहीं उन्होंने शव की पहचान छिपाने के लिए दोनों हाथ, दोनों पैर और सिर काटकर पॉलीथिन में रखा और गाड़ी में भरकर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया। रिटायर्ड फौजी का बाकी बचा धड़ एक कुएं से मिला। शव के कुल छह टुकड़े किए गए थे। पिछले कुछ दिन से पुलिस को शव के ये टुकड़े मिल रहे थे। हत्या की गुत्थी को सुलझाना आसान नहीं था लेकिन आखिरकार मृतक की बेटी ने इसका खुलासा कर दिया। पुलिस ने एक एनकाउंटर के बाद अनिल यादव नाम के आरोपी (कथित प्रेमी) और उसके साथी सतीश को गिरफ्तार कर लिया। महिला और हत्याकांड में शामिल रहे एक अन्य शख्स को भी गिरफ्तार किया गया है।
दरअसल, बलिया के सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के खरीद गांव के पास नदी घाट की तरफ जाने वाले रास्ते के बगल में स्थित एक बागीचे से तीन दिन पहले एक पॉलीथिन में मानव के दो हाथ और दो पैर मिले थे। सोमवार को बागीचे से सटे कुएं में धड़ पड़ा मिला। इस पर आशंका व्यक्त की जा रही थी कि शव के सभी अवशेष एक ही व्यक्ति के हैं। जांच में पता चला कि ये सभी अंग रिटायर्ड फौजी देवेंद्र के हैं। फिर पुलिस ने इस मामले के सभी पहलुओं की गहराई से छानबीन शुरू कर दी। परत दर परत जांच में कड़ियां जुड़ती चली गईं और आखिरकार सारी बातें सामने आ गईं। पुलिस के मुताबिक रिटायर्ड फौजी के संबंध अनिल यादव नाम के एक ट्रक ड्राइवर से थे। दोनों ने देवेंद्र को इसमें रोड़ा माना और इसी के चलते दोनों ने मिलकर कोतवाली थाना क्षेत्र के बहादुर स्थित मकान में देवेंद्र की निर्मम हत्या कर दी। शव और उसकी पहचान छिपाने के लिए उसके हाथ-पैर और धड़ काटकर गाड़ी से सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के दियारा में फेंक दिया।
बेटी ने खोला राज
पुलिस के लिए इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाना आसान नहीं था। लेकिन एक बार शव की पहचान हो गई तो पुलिस देवेंद्र के घर तक पहुंच गई। पूछताछ के दौरान देवेंद्र की बेटी ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया। इसके बाद आरोपी अनिल यादव की तलाश शुरू हुई। मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की रात सदर कोतवाली क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने बाइक से जा रहे दो युवकों को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने फायरिंग करनी शुरू कर दी। जवाबी फायिरंग में अनिल यादव के पैर में गोली लग गई। अनिल को गिरा देख उसका साथी सतीश यादव भागने लगा। पुलिस ने उसे भी दौड़ाकर पकड़ लिया। पुलिस ने महिला, उसके प्रेमी और दो साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
एसपी बोले
बलिया के एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि थाना सिकंदरपुर क्षेत्र में मानव अंग मिले थे। इस घटना को शुरू से ही पुलिस ने बड़ी गंभीरता से लिया। 10 मई को थाना कोतवाली क्षेत्र में पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पत्नी ने बताया था कि उसके पति बेटी को लाने के लिए बक्सर रेलवे स्टेशन गए थे। उन्होंने पति का मोबाइल नंबर भी दिया था। इंस्पेक्टर कोतवाली और सर्विलांस टीम की तहकीकात में पता चला कि जो नंबर महिला ने बताया था वो नंबर हिला ही नहीं उनके घर पर ही रहा। टीम ने जब गहनता से पूछताछ की तो एक तरह से रिश्तों के कत्ल की कहानी सामने आई। महिला का कुछ लोगों ने प्रेम प्रसंग था। उन्हीं सहयोगियों के साथ मिलकर उनके द्वारा इस घटना को कारित किया गया। इसमें महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। घटना में इस्तेमाल की गई बोलेरो गाड़ी और आला कत्ल की भी बरामदगी की गई है। उन्होंने बताया कि ये अपराधी दुस्साहसी भी हैं। कल रात इनमें से दो अपराधी बिहार भागने की फिराक में थे। जब इनकी घेराबंदी की गई तो इन्होंने पुलिस पर ही फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में एक अपराधी के पैर में गोली लगी। सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।