बांका जिले के अमरपुर में एक महिला ने अवैध संबंधों के चलते अपने पति की 35 हजार रुपये देकर हत्या करवा दी। हत्यारे ने उसका सिर भी धड़ से अलग कर दिया।
कानपुर जिले के सनिगवां में एक युवक की संदिग्ध परीस्थितियों में मौत हो गई। परिजन शव का अंतिम संस्कार करने सिद्धनाथ घाट पहुंचे और चिता को मुखाग्नि दे दी। पत्नी मायके में थी। सूचना मिली तो वह सीधे श्मशान घाट पहुंच गई।
गया जिले के अतरी इलाके में विकास मित्र सुषमा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप पति पर है, जो घटना के बाद से फरार चल रहा है। मृतिका केंद्रीय मंंत्री जीतन राम मांझी की दूर की रिश्तेदार बताई जा रही है।
मेरठ की मुस्कान ने बीवियों की बेवफाई से मारे जा रहे और जान दे रहे मर्दों की समस्या को समाज में चर्चा का विषय बना दिया है। अकेले यूपी में पिछले 24 दिन में छह पतियों की हत्या हो गई जबकि पांच ने आत्महत्या कर ली।
यूपी में शादीशुदा महिलाओं की आशिकी में पतियों की हत्या का सिलसिला रुक नहीं रहा है। मेरठ, औरैया, बिजनौर के बाद अब रायबरेली में पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया है।
पति हिमाचल प्रदेश से मजदूरी कर बिहार लौटा था। पत्नी ने शराब पीने से मना किया तो पति को गुस्सा आ गया। उसने बच्चों के सामने ही अपनी बीवी की बेरहमी से हत्या कर दी।
पनी पत्नी फूलकुंवर को गांव के ही एक अन्य व्यक्ति लक्ष्मण मांझी के साथ बातचीत करते देखा। यह देखकर मनोज का पारा चढ़ गया और उसने गुस्से में आकर हत्या को अंजाम दिया।
पति अपनी पत्नी के खाते में पूरी तनख्वाह डाल देता था। घरेलू खर्च के लिए भी उसे अपनी पत्नी से पैसे मांगने पड़ते थे। इस बात को लेकर दोनों में विवाद होता था। आवेश में आकर एक दिन पति ने पत्नी को जान से मार दिया।
पत्नी की मौत के बाद से ही पति बुरी तरह दुखी था। जैसे-तैसे दिन गुजर रहे थे। रविवार को पत्नी की तेरहवीं थी। इसके 2 दिन पहले शुक्रवार को सुबह से ही पति बुरी तरह दुखी था। आसपास के लोग भी उसके इस दुख को महसूस कर रहे थे लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि वह ऐसा कोई आत्मघाती कदम उठा लेगा।
संजीव कुमार, संगीता देवी और पवन कुमार ने दयाराम की हत्या का षड्यंत्र रचा। 28 जनवरी 2024 को दयाराम को बुलाया और कत्ल कर दिया। देर रात दयाराम ने अपने भाई अनुज कुमार को फोन करके बताया था कि संजीव ने उसे कमरे में बंद कर आग लगा दी है।