बर्ड फ्लू को लेकर जनपद में अलर्ट, पाल्ट्री फार्मों की बढ़ाई निगरानी
Hapur News - पांच रैपिड रिस्पांस टीमों और कंट्रोल रूम का किया गठनगया है। पशु पक्षियों की निगरानी तेजी कर दी गई है। बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी के निर्देश

हापुड़ संवाददाता। गोरखपुर प्राणी उद्यान में बर्ड फ्लू से बाघिन की मौत के बाद जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। पशु पक्षियों की निगरानी तेजी कर दी गई है। बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर एक्शन प्लान तैयार किया गया है। पांच रैपिड रिस्पांस टीमों और कंट्रोल रूम का गठन कर दिया गया। जनपद के पोल्ट्री फार्मों का पशुपालन विभाग की टीम ने निरीक्षण करने शुरू कर दिए हैं। इसके साथ ही बर्ड फ्लू से पक्षियों को बचाने के लिए पोल्ट्री फार्म संचालकों को मुर्गियों पर कड़ी नजर रखनें समेत अन्य दिशा निर्देश दिए गए हैं।
कार्यवाहक मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा.ओमवीर सिंह ने बताया कि यह कदम बर्ड फ्लू के संभावित प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विभाग की पांच टीमें नियमित रूप से जनपद के 13 पोल्ट्री फार्मों का निरीक्षण कर जायजा ले रही है। इन पोल्ट्री फार्मों में करीब 3.70 लाख मुर्गी हैं। पशु पालन विभाग की टीमें संक्रमित या संदिग्ध क्षेत्रों में निरीक्षण कर रही है। पोल्ट्री संचालकों को निर्देश दिए हैं कि पोल्ट्री फार्मों में मुर्गियों में किसी भी आसामान्य लक्षण जैसे सुस्ती, सास लेने में दिक्कत या अचानक मृत्यु दर में वृद्धि दिखने पर तत्काल विभाग को सूचना दी जाए। वन विभाग के अधिकारियों से भी संपर्क किया पशु पालन विभाग के अधिकारियों ने वन विभाग के अधिकारियों से भी संपर्क किया है। उनसे कहां गया है कि अगर वन क्षेत्रों में किसी भी प्रकार के पक्षियों की आकस्मिक एवं अासाधारण मृत्यु का मामला सामने आए तो तुरंत सूचना दी जाए, ताकि आवश्यक कार्रवाई तुरंत की जा सके। यहां रखी जाएगी विशेष नजर शीतकाल में प्रवासी पक्षियों के आने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए बाॅर्डर एरिया, वेट मार्केट्स और जलाशयों पर विशेष नजर रखी जा रही है। संदिग्ध मामले में मृत या रोग ग्रस्त पक्षियों का विच्छेदन नहीं किया जाएगा। जांच के लिए 5 मृत और 10 स्वस्थ्य पक्षियों के सैंपल भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग संस्थान भेजे जाएंगे। कंट्रोल रूम की स्थापना की गई कार्यवाहक मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा.ओमवीर सिंह ने बताया कि जनपद में किसी भी स्थिति के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा.रोहताश कुमार को फोन नंबर 7983611256 पर सूचना दे सकते हैं। इसके साथ ही निदेशालय पर स्थापित कंट्रोल रूम के नंबर 0522-2741991 और 0522-2741992 पर भी फोन कर जानकारी दे सकते हैं। पांच रैपिड रिस्पांस टीमों का हुआ गठन बर्ड फ्लू को देखते हुए जनपद में पांच रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया गया है। टीम का नेतृत्व उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा.ओमवीर सिंह, पशु चिकित्साधिकारी डा.विनीत शर्मा, डा.आनंद गिल, डा.नितिन गौतम, डा.राजपाल सिंह हैं। टीमों में चार चार पशु विभाग के सदस्य प्रत्येक टीम के साथ मौजूद रहेंगे। संक्रमण से बचाव के लिए क्या करें बीमार या मृत जंगली पक्षियों, मुर्गियों और अन्य जानवरों के साथ सीधे संपर्क से बचना चाहिए। जंगली या घरेलू पक्षियों या संक्रमण वाले अन्य जानवरों की लार, बलगम या मल से दूषित सतहों को न छुएं। संदिग्ध जानवरों के कच्चे दूध या मांस का सेलन न करें। हाथों को बार बार साबुन और पानी या फिर सेनेटाइजर से साफ करते रहें। क्या कहते हैं अधिकारी बर्ड फ्लू को लेकर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। पशु पक्षियों की निगरानी तेजी कर दी गई है। पांच रैपिड रिस्पांस टीमों और कंट्रोल रूम का गठन कर दिया गया है । जनपद के पोल्ट्री फार्मों की जांच कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। अभी तक बर्ड फ्लू का जनपद में कोई मामला नहीं मिला है। डा.ओमवीर सिंह, कार्यवाहक मुख्य पशु चिकित्साधिकारी,
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।