लिस ने दोनों गाड़ियों को सड़क से किनारे से हटवाकर ट्रैफिक सामान्य करवाया। सड़क हादसे में कई यात्री घायल भी हुए हैं। घायलों में सभी बोलेरो के सवारी थे जबकि, दोनों ड्राइवर के हाथ में फ्रैक्चर है।
परिवहन विभाग के अनुसार, नई दिल्ली से शुक्रवार रात ड्राइवर करन सिंह टैम्पो ट्रैवलर में 23 युवाओं के दल को लेकर चला था। यह वाहन शनिवार सुबह करीब 11.30 बजे रुद्रप्रयाग के पास दुर्घटना का शिकार हुआ।
उत्तराखंड के 13 जिलों में से पौड़ी में रविवार शाम तक तीन कारें गहरी खाई में गिरी हैं। जबकि, रुद्रप्रयाग में शनिवार को टेंपो ट्रैवलर के अलकनंदा नदी में गिरने से 14 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई थी।
सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम अपर उप निरीक्षक हरीश बंगारी के नेतृत्व में तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई। पौड़ी जिले में रविवार को दो सड़क हादसे हुए हैं। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
सफर के दौरान कुल्हाड़ बैंड के पास बोलेरो का ड्राइवर गाड़ी से नियंत्रण खो बैठा और गाड़ी गहरी खाई में गिर गई। बोलेरा के खाई में गिरते ही यात्रियों के बीच मदद को चीख पुकार निकलने लगी।
टेंपो ट्रैवलर हादसे ने हरिद्वार से लेकर रुद्रप्रयाग तक हाईवे पर उत्तराखंड पुलिस और परिवहन विभाग के स्तर से बरती जा रही सतर्कता की भी पोल खोल दी है। 14 पर्यटकों की मौत हो गई है।
हादसे की वजह चालक को नींद की झपकी आना बताया जा रहा है। शुक्रवार रात को टेंपो ट्रेवलर 26 यात्रियों को लेकर दिल्ली से चोपता तुंगनाथ के लिए निकला था। शनिवार सुबह लगभग 11.20 बजे अलकनंदा नदी में गिरा।
चारधाम यात्रा पर दर्शन कर वापिस लौट रही टेंप ट्रैवलर सम्राट खाखरा के पास नदी में गिर गया है। टेंपो ट्रैवलर के नदी में गिरने के बाद तीर्थ यात्रियों की मदद को चीख-पुकार निकल गई थी।
मंगलवार देर रात करीब 9 बजे गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के समीप यात्रियों से भरी बस दुर्घटनाग्रस्त होकर 20 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। गंगोत्री से दर्शन कर वापस उत्तरकाशी लौट रही बस में कुल 29 यात्री थे।
सड़क हादसा इतना जबरदस्त था कि बस ने सड़क किनारे लगी रेलिंग को तोड़ खाई में जा पहुंची। स्थानीय लोगों की ओर से पुलिस को सूचना देने पर तुरंत ही राहत व बचाव के लिए एसडीआरएफ और पु़लिस टीम भेजी गई।
अभियान शुरू कर दिया। हादसे में दो लोग उमेद सिंह पुत्र टीका सिंह उम्र 58 वर्ष निवासी नैनीचैक तथा मीनाक्षी बोहरा पुत्री भागवत सिंह उम्र 15 निवासी खैराली बुगा की मौके पर ही मौत हो गई।
मैक्स के गहरी खाई में गिरने से छह यात्रियों की मौक पर ही मौत हो गई, जिसमें दो बच्चे चार महिला-पुरुष बताए हैं। हादसे के बाद पुलिस ने रेस्क्यू शुरू कर दिया है। शव और अन्य घायलों को खाई से बाहर निकाला।
अगले दिन जैसे ही इस हादसे के बारे में पता चला तो परिजनों में कोहराम मच गया। उन्होंने बताया कि मुनेंद्र सिंह अपने बेटे और बेटी को रुड़की के एक निजी संस्थान में पढ़ा रहे थे। घर में कोहराम मच गया।
उक्त सेंट्रो वाहन(UK 08 U 6028) में एक ही परिवार के 04 सदस्य सवार थे जो रुड़की से देघाट की ओर जा रहे थे। घटना में तीन (01 पुरुष 01 महिला 01 बालिका) की मौके पर मृत्यु हो गई एवं अन्य शेष बालक घायल था।
एसडीआरएफ और पुलिस टीम ने तुरंत फोर्स की मदद से यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। बस पलटने से 5-6 यात्री घायल थे। घायलों को रेस्क्यू कर ऋषिकेश स्थित अस्पताल भेजा गया। छह यात्री घायल हुए हैं।
एसओ महादेव उनियाल के मुताबिक इनके साथ दूसरी बाइक पर चल रहे संदीप और ऋषभ से पूछताछ की गई। चारों रुप्रद्रयाग जिले के निवासी हैं। दून में रहकर नौकरी की तैयारी कर रहे थे। सड़क हादसे से घर में कोहराम मचा।
उक्त घटना की जानकारी पर SDRF उत्तराखंड के जवानों द्वारा बिना समय गंवाए त्वरित कार्यवाही करते हुए उक्त दुर्घटनाग्रस्त वाहन में सवार तीर्थ यात्रियों को एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल भिजवाया गया।
इस दौरान अचानक कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। सूचना पर पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को निकाला और एंबुलेंस की मदद से अस्पताल भेजा। इस दौरान दो युवकों की रास्ते में ही मौत हो गई थी।
हादसे में चार लोगों की मौत हो गयी। घटना की सूचना मिलने के बाद राज्य आपदा प्रबंधन बल के सहायक उप निरीक्षक सुंदर सिंह की अगुवाई में एक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायलों को रेस्क्यू किया।
सड़क हादसे में घायल छात्र-छात्राओं को रेसक्यू कर 108 एंबुलेंस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा सभी घायलों का इलाज किया जा रहा है। 20 छात्र घायल हुए हैँ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, भद्रकाली से टिहरी रोड की तरफ एक बस अनियंत्रित होकर सड़क पर ही पलट गईञ हादसे के वक्त बस ऋषिकेश से लम्बगांव, टिहरी की ओर जा रही थी। घायलों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, टाटा सूमो गजा से चम्बा की ओर आ रही थी। सड़क हासे के वकत सूमो में 11 यात्री सवार थे। लेकिन, तभी ड्राइवर ने सूमों से अचानक अनियंत्रित खो दिया और खाई गहरी खाई में जा गिरी ।
मौके पर पहुंची दो 108 के चालक विजय प्रसाद, ब्रम्ह देव शर्मा और ईएनटी रविंद्र चौहान और शुभम ध्यानी ने मृतकों को बेस अस्पताल पहुंचाया। कोटद्वार में ट्रक और डंपर के बीच भिड़ंत हुई थी।
डोईवाला स्थित कुआंवाला में दादेश्वर मंदिर के नजदीक तीन कार आपस में टकरा गई थी। दर्दनाक सड़क हादसे में एक महिला, पुरुष व बच्चे की मौत हो गई। तीन कारों के टकराने की वजह से छह लोग जख्मी हो गए।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, थाना नंदा नगर घाट को शनिवार रात 1:15 बजे जरिए फोन से सूचना मिली कि ग्राम मनखी के पास एक मारुति सुजुकी कार रोड से करीब 300 मीटर खाई में गिरी।
, बरेली के नवाबगंज निवासी मधुलिका गंगवार जीजीआईसी जैंती में प्रवक्ता थीं, जो बीती 19 फरवरी को धानाचूली में हुए सड़क हादसे में घायल हो गईं थी। सोमवार रात मधुलिका को उनके पति जा रहे थे।
नगर के अलग-अलग मोहल्लों के रहने वाले एक युवक तथा एक किशोर शनिवार रात बैंड बाजे वालों के साथ मजदूरी करने के लिए कोतवाली क्षेत्र के गांव लिब्बाहरेहडी गए थे। दो सड़क हादसों में तीन युवक की मौत हुई।
जानकारी के मुताबिक, दो महिलाओं और दो बच्चों सहित ये 7 लोग सुबह हिमाचल प्रदेश के पंद्राणु से त्यूणी के लिए आल्टो कार में सवार होकर निकले थे। त्यूणी थाना पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
उत्तराखंड में हादसों की हकीकत इससे अलग आई है। परिवहन के ताजा सर्वेक्षण में पाया गया है कि उत्तराखंड में सबसे ज्यादा हादसे साफ मौसम के दौरान हो रहे हैं और खराब मौसम के दौरान कम।
नेशनल हाईवे पर महतोष मोड के पास डिवाइडर से टक्करा कर एक लोडर गाड़ी पलट गई। ओवरलोडेड लोडर गाड़ी ‘छोटा हाथी’ पलटने से 6 नाबालिग लड़कियां, 8 महिलाएं सहित एक युवक घायलों हो गया। घायल भर्ती हैं।