Ganesh Chaturthi 2024 Upay Chand: भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन चंद्रमा को देखना अशुभ माना जाता है। पंडित जी से जानें, गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा दिख जाने पर कौन सा उपाय करना चाहिए-
Bahula Chauth Moonrise Timing 2024: भादो कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को बहुला चौथ का व्रत रखा जाता है। इस व्रत में चंद्र दर्शन जरूरी होता है। जानें आज चतुर्थी का चांद कितने बजे निकलेगा-
इसरो चीफ से सवाल किया गया कि पहला भारतीय कब तक चंद्रमा पर कदम रखेगा? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि चांद पर मानव के कदम रखने को लेकर भी हमारा मिशन जारी है। जाहिर तौर पर इसमें समय लगेगा।
इस साल का रक्षाबंधन पर्व तो बेहद खास होने जा रहा है क्योंकि इसी दिन सुपर ब्लू मून का भी दर्शन होगा। भारतीयों के लिए यह संयोग और भी स्पेशल बन जाता है।
Aaj Ka Panchang 26 May 2024 : हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण।
Sankashti Chaturthi March: मार्च महीने की इस चतुर्थी को भालचन्द्र संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाएगा। माताएं इस व्रत को संतान की प्राप्ति और संतान की लंबी उम्र के लिए रखती हैं।
देश में अलग अलग स्थानों पर इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इस व्रत को संकष्टी चतुर्थी, लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी, तिलकुट चौथ, तिलकुट चतुर्थी, संकट चौथ, माघी चौथ, तिल चौथ आदि नामों से जाना जाता है।
Sakat Chauth 2024 Chand Kab Niklega : सकट चौथ का व्रत भगवान श्रीगणेश के पूजन के साथ ही चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही संपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि सकट चौथ के दिन चंद्र दर्शन जरूरी होते हैं।
Chand Kab Dikhega : आज भाद्रपद मास का संकष्ट चतुर्थी व्रत है। आज के दिन भगवान श्री गणेश की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है। देश में अलग अलग स्थानों पर इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है।
Chand Kab Niklega : शाम को चन्द्रोदय के दर्शन कर पूजा में दूर्वा, शकरकंद, गुड़ और तिल के लड्डू चढ़ाए जाते हैं। दूसरे दिन सुबह सकट माता पर चढ़ाए गए पकवानों को प्रसाद रूप में ग्रहण किया जाता है।
संकष्टी चतुर्थी व्रत की पूजा की तैयारियां पूरी हो गई हैं। कुछ ही देर में चंद्रोदय के साथ ही सकट चौथ व्रत की पूजा शुरू हो जाएगी। अब लोगों को चंद्रमा के दर्शन का ही इंतजार है। आप अपने यहां दिए प्रमुख शह
चांद के दर्शन आज यूपी, राजस्थान, नई दिल्ली में 8.45 के बाद ही होंगे। लेकिन बिहार, झारखंड समेत कुछ राज्यों में अधिकांश जिलों में करीब 8.30 बजे तक बादल न छाए रहने की स्थिति में चांद दिखाई दे जाएगा।
sakat chauth vrat puja vidhi katha chand kab dikhega moon rise : इस त्योहार का महत्व अधिक बढ़ गया है। इस दिन व्रत पूजन करने से भगवान गणेश सभी माताओ को संतान की दीर्घायु और सुख समृद्धि का वरदान देंगे।
rajasthan jaipur bikaner ajmer moonrise time today: राजस्थान में तिलकुटा चौथ को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। महिलाएं इस दिन निर्जला उपवास करती हैं। कथा सुनती हैं और चांद को देखकर व्रत खोलती ह
Moon Rise Time : धार्मिक मान्यता के अनुसार, सकट चौथ के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से साधक को सुख-समृद्धि मिलती है। सकट चौथ के दिन महिलाएं संतान की दीर्घ आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्रत रखती हैं।
Sakat Chauth Moon Rise Time: आज है सकट चौथ, जो भगवान श्री गणेश को समर्पित है। सकट चौथ के दिन कई लोग व्रत रखते हैं, जिसका पारण रात्रि के समय चंद्रमा के दर्शन करने के बाद ही किया जाता है।
Sakat Chauth LIVE updates: चांद का दीदार हो गया है। महिलाओं ने चंद्रदर्शन कर सकट चौथ का व्रत खोला। चंद्रमा दर्शन को सकट चौथ व्रत में अनिवार्य माना जाता है। महिलाओं ने अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया।
Today Sakat Chauth 2024, Sankashti Chaturthi Moonrise Timing in Delhi, Punjab, Haryana, UP and Bihar in Different Places: सकट चौथ के दिन माताएं चांद को अर्घ्य देने के लिए चांद का इंतजार करती हैं।
moon rise timing today: सकट चौथ पर माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन व्रत रखने के बाद माताएं चंद्रमा को देखकर व्रत खोलती हैं। आइए आप भी जानें आज चंद्र दर्शन कब होंगे
Sakat Chauth : सकट चौथ व्रत में भगवान श्रीगणेश की विधि- विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार विघ्नहर्ता की पूजा करने संतान की रक्षा होती है और जीवन के सभी संकट दूर होते हैं।
Sakat Chauth 2024 date: यह व्रत मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में मनाया जाता है। य व्रत मुख्य रूप से भारत के उत्तरी राज्यों में रखा जाता है। इस साल सकट चौथ 29 जनवरी सोमवार को रखा जाए
Akuratha Sankashti Chaturthi: अखुरथ संकष्टी चतुर्थी पर पूरे विधि-विधान से भगवान श्री गणेश की पूजा होती है। संकष्टी चतुर्थी व्रत का पारण चंद्र दर्शन के बाद ही किया जाता है ।
margashirsha purnima december 2023 date time puja : इस दिन विधि- विधान से पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। पूर्णिमा के दिन स्नान- दान का भी बहुत अधिक महत्व होता है।
30 नवंबर 2023 को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी है। हर साल मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणाधिप संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है है। इस दिन विधि- विधान से भगवान गणेश की पूजा- अर्चना की जाती है।
karwa Chauth : महिलाएं चांद के दर्शन कर व्रत संपन्न कर रही हैं। महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखकर संध्या बेला साज शृंगार के साथ चलनी से चंद्रमा और अपने पति का मुख देखने के बाद इस व्रत को पूरा किया।
Moon : देशभर में चंद्रोदय का समय अलग- अलग होता है। करवा चौथ के पावन पर्व में भगवान गणेश जी, शिव, पार्वती की पूजा करें। गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं और फिर फूल चढ़ाएं। चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूजा करें।
moon rise time chand kab niklega : हिंदू धर्म में करवा चौथ व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है। सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए इस व्रत को रखती हैं। करवा चौथ का व्रत निर्जला व्रत होता है।
Karwa Chauth 2023 : आज करवा चौथ का पावन पर्व है। इस दिन व्रती महिलाएं रात्रि में चांद के दर्शनों के बाद व्रत को तोड़ती हैं। हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त में पूजा का विशेष महत्व बताया गया है।
Moonrise Time Today , Chand Time : करवा चौथ का व्रत रखने वाली सुहागिनों को चांद निकलने का बेसब्री से इंतजार है। मौसम साफ रहता है तो चांद आज देश के अधिकांश हिस्सों में सवा 8 बजे तक दिखाई दे जाएगा।