इसरो ने बयान जारी करके कहा, 'ठोस प्रोपेलेंट भारतीय अंतरिक्ष परिवहन प्रणालियों में अहम भूमिका निभाता है और वर्टिकल मिक्सर ठोस मोटर उत्पादन में महत्वपूर्ण उपकरणों में से एक है।'
स्टारलिंक स्पेसएक्स की ओर से तैयार किया गया सैटेलाइट नेटवर्क है, जो दूर-दराज के स्थानों पर भी कम लागत वाला इंटरनेट मुहैया कराता है। बीती जनवरी तक कक्षा में लगभग 7,000 स्टारलिंक उपग्रह थे।
आज सकट चौथ है। हिंदू धर्म में माघ महीने में पड़ने वाली चतुर्थी का विशेष महत्व होता है। इसे सकट चौथ के नाम से जानते हैं। इस दिन भगवान गणेश का व्रत और विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन को संकट चौथ, तिलकुट चौथ या संकष्टी चतुर्थी नामों से भी जाना जाता है।
सकट चौथ का व्रत भगवान श्रीगणेश को समर्पित माना गया है। आज के दिन व्रती महिलाएं संतान की लंबी आयु की कामना करती हैं। सकट चौथ का व्रत भगवान श्रीगणेश के पूजन के साथ ही चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही संपूर्ण माना जाता है।
सकट चौथ के दिन माताएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करती हैं। सकट चौथ का व्रत चांद को अर्घ्य देने के बाद ही पूर्ण होती है। आइए जानते हैं, आज कब निकलेगा चांद-
सकट चौथ व्रत के दौरान मांगी गई मन की मुराद पूरी होती है। चंद्रमा की पूजा के बाद ही सकट चौथ का व्रत पूर्ण होता है। आइए जानते हैं, यूपी, बिहार, राजस्थान, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश में कब होगा चंद्रोदय टाइम-
Moon Rise Time Chand Kab Niklega :सकट चौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत पूर्ण माना जाता है। करवा चौथ के चांद की तरह ही व्रती महिलाओं को आज चांद के दीदार का बेसब्री से इंतजार रहता है।
Today Sakat chauth vrat moon time 2025: सकट चौथ के दिन चंद्र दर्शन अत्यंत शुभ माना गया है। चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही सकट चौथ व्रत पूर्ण होता है। जानें आपके शहर में आज चांद कब दिखेगा-
माघ के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। यह व्रत महिला, पुरुष अथवा विद्यार्थी सभी के लिए समान रूप से फलदायी माना गया है। सकट चौथ का व्रत चांद को अर्घ्य देने के बाद ही पूर्ण माना जाता है।
Sakat Chauth moonrise timing: शाम को पूजा करें, कथा करें और भगवान गणेश की आरती करें। इसके बाद चंद्र द्रेव के दर्शन करें। यहां हम बता रहे हैं, शाम को कैसे करने हैं चंद्र देव के दर्शन-