पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों में मॉनसून की सुगबुगाहट तेज हो गई है। मौसम विभाग के मुताबिक,10 जून के बजाय 12 या 13 जून तक मॉनसून दक्षिण बंगाल में प्रवेश कर सकता है।
सुपर अल नीनो भारत में सामान्य मौसम पैटर्न को बाधित करने का कारण बन सकता है। इससे असामान्य और कभी-कभी मौसम से जुड़ी गंभीर घटनाएं हो सकती हैं। कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा व बाढ़ देखने को मिल सकती है।
एक तरफ जहां उत्तर भारत में मॉनसून ने बेहाल किया है, वहीं दूसरी तरफ भारत में कई जिले सूखे की कगार पर हैं। हालांकि जुलाई में बहुत अधिक बारिश हुई थी, लेकिन अगस्त तक मॉनसून सुस्त पड़ जाएगा।
Mattress Cleaning Hacks During Monsoon: सीलन की गंध कई बार इतनी तेज होती है कि साफ-सफाई के बावजूद इसका असर लंबे समय तक खत्म नहीं होता है। हद तो तब हो जाती है जब सीलन की ये बदबू आपके बेड के गद्दों तक प
पीएम मोदी के नेतृत्व में मंगलवार शाम को केंद्रीय कैबिनेट की अहम बैठक हुई। इस बैठक में दिल्ली अध्यादेश वाले विधेयक को संसद में पेश करने के लिए मंजूरी भी दी गई।
नारेबाजी के बीच शाह ने कहा, ''मैंने आज दोनों सदन के विपक्ष के नेता को पत्र लिखा है कि कितनी भी लंबी चर्चा के लिए मैं तैयार हूं। सरकार को कोई डर नहीं है, जिसको चर्चा करनी है वो चर्चा करने आए।''
बारिश के दिनों में उन लोगों के ट्रैवलिंग की काफी प्रॉब्लम हो जाती है, जो टू-व्हीलर से चलते हैं। कई बार बारिश ऑफिस में देरी करा देती है। तो कई बार बारिश के चलते घर आने में देरी हो जाती है।
Monsoon Tracker: रविवार को दिल्ली-मुंबई में एक ही दिन मॉनसून का आगमन हुआ है। ऐसा 62 साल बाद हुआ है। IMD ने इसे एक रिकॉर्ड बताया है लेकिन इसे जलवायु परिवर्तन से जोड़कर देखने से इनकार किया है।
पीएम न्यूयॉर्क और वाशिंगटन डीसी में कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। वह यूएन मुख्यालय में योग दिवस समारोह में भी शामिल होंगे। इसके अलावा US राष्ट्रपति के साथ डिनर और अमेरिकी संसद को संबोधित भी करेंगे।
Water Shortage: गुरुग्राम में भी लंबे समय से जल आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित है। रहवासी आरोप लगा रहे हैं कि ऐसे में निजी टैंकर्स से 1500 से लेकर 5000 रुपये तक में टैंकर खरीदना पड़ रहा है।
देश के पश्चिमी हिस्से पर एक नया चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है। अरब सागर के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान बिपरजॉय में तब्दील हो चुका है। इससे मानसून एक हफ्ते के लिए आगे टल गया है।
Monsoon Update: आईएमडी ने रविवार को एक बयान में कहा, ''दक्षिण अरब सागर के ऊपर पश्चिमी हवाओं में वृद्धि के साथ स्थितियां अनुकूल हो रही हैं। साथ ही, पश्चिमी हवाओं की गहराई धीरे-धीरे बढ़ रही है।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मीटरोलॉजी पुणे इस पर अध्ययन कर रहा है व इनमें विचार आया है कि मानसून सीजन को 15 जून से 15 अक्तूबर तक घोषित किया जाए। अभी 1 जून से 30 सितंबर का होता है।
IMD Rain Alert: बीते रविवार को दिल्ली में मूसलाधार बारिश हुई। 2007 के बाद से अक्टूबर महीने में किसी एक दिन में दूसरी सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई। 24 घंटे के अंतराल में 74 मिमी बारिश हुई थी।
ओडिशा, झारखंड, विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और यानम में भारी बारिश हो सकती है। इनके अलावा अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, असम, नगालैंड, मिजोरम और त्रिपुरा में भी बारिश के आसार हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार मानसून की सामान्य वापसी की तारीख 25 सितंबर के आसपास है। हालांकि, जाते-जाते इसने अपने तेवर दिखा दिखा दए हैं। पहले बेंगलुरु में मूसलाधार बारिश हुई।
यह चिंताजनक है कि उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड समेत गंगा के मैदानी इलाकों में बारिश कम हुई। सितंबर में भी पूर्वोत्तर और उत्तर पश्चिम भारत के कुछ इलाकों में बारिश की कमी बरकरार रह सकती है।
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, 2020 में 28 सितंबर, 2019 में 9 अक्टूबर, 2018 में 29 सितंबर, 2017 में 27 सितंबर और 2016 में 15 सितंबर को मॉनसून की वापसी शुरू हुई। लेकिन इस साल 15 दिन पहले हो सकता है।
Weather Today: IMD की तरफ से सोमवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार, पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र के घाट इलाकों और कोंकण और गोवा में मंगलवार को हल्की या मध्य बारिश के आसार हैं।
IMD के मुताबिक, शुक्रवार को दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और करईकल, केरल और माहे में भारी बारिश के आसार हैं। साथ ही गुजरात के सौराष्ट्र, कच्छ में भी भारी बारिश हो सकती है।
Weather Forecast: अगले तीन-चार दिनों में पूरे दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत उत्तर पश्चिम भारत में अच्छी बारिश हो सकती है।
Monsoon Health Tips: मानसून का मौसम अपने साथ कई बीमारियों को भी लेकर आता है। इस मौसम में सर्दी, जुकाम और बुखार का होना सबसे सामान्य है। ऐसे में आइए जानते हैं आखिर कौन सी वो 5 समस्याएं हैं जो मानसून मौ
आगरा के ताजगंज क्षेत्र के पक्की सराय इलाके में तो कब्रिस्तान की बाउंड्रीवाल धराशायी हो गई। नाले का पानी कब्रिस्तान में भर गया। इससे कई कब्र खोखली हो गईं। लाशें बाहर दिखाई देने लगी।