Karwa Chauth Vrat Katha: करवा चौथ व्रत में पूजन के समय व्रत कथा पढ़ने या सुनने का विधान है। इस व्रत को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं, जिनमें से एक धोबिन की कहानी भी है। यहां पढ़ें धोबिन से जुड़ी करवा चौथ व्रत कथा-
karwa chauth ki kahani आज यहां पढ़ें करवा चौथ की गणेश जी की खीर वाली कहानी, साहूकार की बेटी वाली कहानी, धोबिन और यमराज वाली कहानी और गणेश जी अंधी बुढिया माई वाली पौराणिक कहानी
करवा चौथ पर करवा माता की आरती जरूर की जाती है। पूजा और कथा के बाद आरती करने का नियम है। लेकिन इसके साथ हमें और किस भगवान की आरती करनी चाहिए यहां पढ़ें आरती
Karwa chauth vrat ki katha in hindi :आज, दोपहर या शाम को शुभ मुहूर्त में कथा सुनकर और मिट्टी के करवे में सीक डालकर चंद्रमा का अर्घ्य दिया जाता है। इस व्रत में साहूकार के सात बेटों और सात बेटियों वाली कथा पढ़ी जाती है। यहां पढ़ें साहूकार के सात बेटों और सात बेटियों वाली कथा-
करवा चौथ कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि के दिन मनाई जाती है। चतुर्थी तिथि गणेश जी की तिथि है। इसलिए इस व्रत में गणेश जी की कहानी पढ़ी जाती है। यहां पढ़ें कथा-