पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा ने आज कांग्रेस के कम से कम 10 बागियों को नामांकन वापस लेने पर राजी कर लिया है। एक दशक बाद सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही कांग्रेस को अभी भी कई कद्दावर नेताओं की बगावत का सामना करना पड़ रहा है।
क्या कभी सोचा है कि आखिर ये 'आया राम-गया राम' का मुहावरा आया कहां से? दरअसल ये मुहावरा भी असल में दल-बदल की ही एक फेमस घटना से जुड़ा है।
चुनाव आयोग ने हरियाणा में विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी है। लेकिन कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का भाजपा सरकार पर आरोप है कि सरकार ने आचार संहिता लागू होने के बाद भी अफसरों के तबादले किए हैं।
हरियाणा की सिरसा सीट से सांसद कुमारी शैलजा खुद को राज्य में सीएम फेस के तौर पर प्रोजेक्ट करने में जुटी हैं। वहीं दीपेंदर हुड्डा भी इसी भूमिका में खुद को देख रहे हैं। राज्य कांग्रेस में टकराव है।
Haryana Congress Politics: शैलजा ने जो पोस्टर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है, वह पार्टी की अंदरूनी लड़ाई को और भी उजागर कर रही है क्योंकि पोस्टर पर ना तो हुड्डा की तस्वीर है न प्रदेश अध्यक्ष की।
ईडी ने हरियाणा कांग्रेस विधायक राव दान सिंह, उनके बेटे और कुछ व्यापारिक संस्थाओं के खिलाफ दिल्ली और जमशेदपुर के अलावा हरियाणा के महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम में गुरुवार को छापेमारी की थी।
Haryana Congress: कुमारी शैलजा 7 जुलाई को पदयात्रा की घोषणा की। इस दौरान उनका खास फोकस शहरी क्षेत्रों पर रहेगा जबकि, भूपेंद्र सिंह हुड्डा 11 जुलाई को चंडीगढ़ में यात्रा का ऐलान किया।
Haryana Congress: हुड्डा ने कहा कि सभी नेताओं ने सही समय पर फैसला लिया है। उन्होंने कहा, 'इनके आने से कांग्रेस मजबूत होगी और सत्ता परिवर्तन के लिए जारी संघर्ष पहले से भी ज्यादा मजबूत होगा।'
हरियाणा में चुनाव तीन महीने बाद होने वाले हैं। उससे पहले हरियाणा कांग्रेस में कलह मची हुई है। कुमारी शैलजा ने लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे पर सवाल उठा दिया है और कहा कि इसी के चलते कम सीटें आई हैं।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है, जब हुड्डा के आंतरिक प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं कि प्रदेश कांग्रेस किस आधार पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भावी मुख्यमंत्री के रूप में पेश कर रही है।
नूंह दौरे की योजना बना रहे हरियाणा प्रदेश कांग्रेस नेताओं को आज बड़ा झटका लगा है। नूंह जिला प्रशासन ने जिले में धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए दौरे की इजाजत देने से इनकार कर दिया है।
खबर है कि शैलजा जारी बैठक के पूरी होने से पहले ही बाहर निकल गईं थीं। हालांकि, उन्होंने बाद में कहा कि अन्य जरूरी कामों के चलते उन्हें जाना पड़ा और पार्टी नेतृत्व को इस बारे में जानकारी दे दी गई थी।
कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने हरियाणावासियों से वादा किया है कि अगर उनकी सरकार राज्य में आती है तो कांग्रेस पार्टी गरीबों को 100-100 गज के प्लॉट समेत 6 वादे पूरे करेंगे।
कर्नाटक विजय करने वाली कांग्रेस पार्टी ने चुनाव से पहले लोगों से पांच ‘वादे’ (गारंटी) किए थे। माना जा रहा है कि पार्टी की जीत में अन्य समीकरणों के अलावा 'चुनावी वादों' ने भी काफी असर दिखाया।
बिश्नोई के इस्तीफे के बाद राज्य की आदमपुर सीट खाली हो गई है। यहां उपचुनाव होने हैं। सिंह ने आदमपुर क्षेत्र का भी जिक्र किया और कहा, 'मुझे भरोसा है कि कांग्रेस यह उपचुनाव जीत जाएगी।'
राज्य में कांग्रेस की जीत के बाद जब भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री पद के लिए तरजीह दी गई थी, तो साल 2007 में बिश्नोई और उनके पिता भजन लाल ने हरियाणा जनहित कांग्रेस लॉन्च की थी।
Kuldeep Bishnoi to Join BJP Today: साल 1998 में करनाल से जब भजन लाल ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए आदमपुर सीट छोड़ी, तो यहां उपचुनाव में कुलदीप बिश्नोई ने जीत हासिल कर पारी की शुरुआत की।
उन्होंने हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा है। वह आज ही भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं। कहा जा रहा है कि वह इस सीट पर होने वाले उपचुनाव में अपने बेटे को मैदान में उतार सकते हैं।
महंगाई, बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था सहित कई ज्वलंत मुद्दों पर लोगों तक पहुंचने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए हरियाणा कांग्रेस द्वारा 'चिंतन शिविर' का आह्वान किया गया था।
कुलदीप बिश्नोई ने मंगलवार को ट्वीट किया कि 4 अगस्त को 10.10 बजे वह भाजपा में चले जाएंगे। उन्होंने दूसरा ट्वीट करके कहा कि घायल तो यहां हर परिंदा है, मगर जो फिर से उड़ सका वही जिंदा है।
Haryana Invalid Vote Issue: साल 2004 में खुद कांग्रेस नेत्री किरण चौधरी को खुद भी राज्यसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। उस दौरान एक कांग्रेस का विधायक का वोट अमान्य घोषित हो गया था।
बिश्नोई ने कहा, "राज्यसभा की तरह, मैंने इस चुनाव में भी अपने विवेक के अनुसार अपना वोट डाला।" जब उनसे उनके भविष्य के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मैं जल्द ही खुलासा करूंगा।"
10 जून को पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवार अजय माकन के खिलाफ क्रॉस वोट करने के बाद कांग्रेस द्वारा उन्हें सभी प्रमुख पदों से हटा दिया गया था। हालांकि अभी तक पार्टी से निष्कासित नहीं किया गया है।
इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "जब आप किसी राज्य का मुखिया चुनते हैं, तो आपको एक जाना-पहचाना चेहरा चुनना चाहिए, एक ऐसा चेहरा जिसका अपना वोट बैंक हो और एक ऐसा चेहरा जिसे लोग जानते हों।"
लंबा अभियान चलाकर कुमारी शैलजा की जगह अपने करीबी उदयभान को प्रदेश अध्यक्ष बनवाने वाले भूपिंदर सिंह हुड्डा पर अब सवाल उठ रहे हैं। दो पूर्व मंत्रियों सुभाष बत्रा और कृष्णमूर्ति हुड्डा ने सवाल उठाया है।
कांग्रेस नेता कुलदीप वत्स ने शुक्रवार को दावा किया कि कुलदीप बिश्नोई, जो कथित तौर पर अपनी राज्य इकाई में हालिया फेरबदल में उनकी अनदेखी के लिए पार्टी से नाराज थे, उन्होंने अजय माकन को वोट दिया है।
उन्होंने कहा, ''सुरजेवाला बहुत अच्छे राजनेता हैं, ऐसे व्यक्ति का राज्यसभा में होना जरूरी है। मैं राजस्थान के सभी कांग्रेस नेताओं से अनुरोध करता हूं कि वे सब कुछ भूलकर उनकी योग्यता के आधार पर वोट करें।
कांग्रेस ने हरियाणा के अपने 30 विधायकों को जयपुर शिफ्ट करने की तैयारी कर ली है। इन विधायकों को आज रात तक जयपुर शिफ्ट किया जा सकता है। हरियाणा में कार्तिकेय शर्मा के चुनाव लड़ने से जंग रोचक हो गई है।
कांग्रेस ने हरियाणा से राज्यसभा के लिए अजय माकन को नामित करके पंजाबी कार्ड खेला है। पार्टी की राज्य इकाई में पंजाबी नेता उनके चयन को लेकर उत्साहित हैं, हालांकि कुछ लोग मौका न मिलने से नाराज हैं।
कांग्रेस ने सुरजेवाला को राजस्थान से नामित करने का फैसला किया है। जाहिर तौर पर कांग्रेस का फैसला रणदीप सिंह सुरजेवाला के गृह राज्य हरियाणा में गुटबाजी से बचने के प्रयास में लिया गया प्रतीत होता है।