प्रयागराज में महाकुम्भ से पहले संगम क्षेत्र में गंगा का प्रवाह बदलने की दूसरी कोशिश शुरू हो गई। प्रवाह क्षेत्र बनाने के लिए गंगा में तीन ड्रेजिंग मशीनें उतारी गई हैं। गंगा के बढ़े जलस्तर के बीच से बालू निकाली जा रही है। गंगा का प्रवाह बदलने का काम मई-जून में शुरू हुआ था।
गंगनहर में गंगाजल की सप्लाई को मेरठ में मरम्मत और सफाई के लिए शनिवार मध्य रात्रि से बंद कर दिया जाएगा। 31 अक्तूबर की मध्य रात्रि को पानी छोड़ा जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि गंगनहर बंद के दौरान हरिद्वार की हर की पैड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध रहेगा।
मुंगेर में गंगा के जलस्तर में कमी के बाद नगर निगम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की सफाई शुरू की। लाल दरवाजा, कटघर, और केलाबाड़ी में नालों की सफाई करते हुए ब्लीचिंग और लार्वासाइट का छिड़काव किया गया। मेयर...
मानगढ़-सिंघिया रोड पर सोती नदी पुल से आगे कटाव का खतरा बढ़ रहा है। गंगा के जलस्तर में कमी आई है, लेकिन मानगढ़-सिंघिया के ग्रामीण इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। तीन पंचायतों को जोड़ने वाली...
प्रयागराज में राहत की उम्मीद लगाए गंगा किनारे रहने वालों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। गंगा का जलस्तर ढाई मिमी प्रति घंटा की गति से घट रहा है। नैनी में यमुना दोपहर से रात तक स्थिर रहीं। गंगा के धीमी गति से घटने और यमुना के स्थिर होने से एकबार फिर जलस्तर बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
बुधवार को जिले में बारिश ने जनजीवन को अस्तव्यस्त कर दिया। अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस रहा और करीब 30 एमएम बारिश हुई। किसानों को चारा लाने में कठिनाई हो रही है। अचानक मौसम में बदलाव से बुखार के...
प्रयागराज में यमुना का जलस्तर एकबार फिर तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार रात आठ बजे नैनी में यमुना का जलस्तर ढाई सेमी प्रति घंटा बढ़ रहा है। संगम के पास गंगा भी तेजी से बढ़ रही हैं। छतनाग में वृद्धि देख गंगा के फिर बड़े हनुमान मंदिर के करीब पहुंचने की संभावना है।
हरिद्वार से गंगा में दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के कारण पश्चिम यूपी के कुछ इलाकों में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। गंगा का जल बुलंदशहर के लाल महादेव घाट से 30 फीट नगर में घुस गया है। खादर क्षेत्र की फसलें जलमग्न होने से ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है।
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 2023 में इन नदियों के 96 जगहों से लिए गए पानी के नमूने लेकर गुणवत्ता की जांच कराई थी। मोकामा और सिमरिया में गंगा नदी में फेकल कोलीफार्म की मात्रा प्रति 100 एमएल जल में 92 हजार एमपीएन है। बागमती में 54 हजार एमपीएन तक फेकल कोलीफार्म है।
प्रयागराज में गंगा का जलस्तर घटने के बाद बक्शी बांध का स्लूज गेट खोला गया। सिंचाई विभाग ने बुधवार सुबह आठ बजे स्लूज गेट खोलने पर नालों का पानी बांध के नीचे से निकलने लगा। इससे पहले एक सप्ताह तक स्लूज...
यूपी के प्रयागराज में भले ही गंगा नदी का जलस्तर कम होने से बाढ़ का खतरा टल गया हो लेकिन नदी अभी भी उफनाई हुई है। ऐसे में उफनाई गंगा में मस्ती एक लड़के की जान पर भारी पड़ी। वीडियो बनाते हुए जुड़वा भाई डूब गए जिनमें से एक की मौत हो गई।
गजरौला, संवाददाता। बिजनौर बैराज से 52814 क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद तिगरी गंगा का जलस्तर दस सेमी और बढ़ गया है। गंगा उफनाई हुई है। खादर क्षेत्र के खे
मिर्जापुर के अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया और फसलों की स्थिति की जानकारी ली। गंगा का जलस्तर घट रहा है और पानी खेतों से वापस चला गया है। तिलठी जूनियर हाईस्कूल में बाढ़ चौकी की...
यूपी में गंगा और यमुना का जलस्तर घटने लगा है। नदियों का उफान थमते ही बाढ़ का पानी रिहायशी इलाकों से निकलने लगा है। हालांकि इन इलाकों में कीचड़ और कूड़े के कारण अब नई मुसीबत खड़ी हो गई है। लोगों को बीमारियों का डर सता रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा के जलस्तर में वृद्धि के चलते प्रशासन को सतर्क रहने का निर्देश दिया। उन्होंने पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का निरीक्षण किया और अधिकारियों को तैयारी पूरी रखने...
पटना में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर आ गया है। जिसके चलते कई घाट जलमग्न हो गए हैं। इस बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया।साथ ही जेपी, कंगन घाट का भी निरीक्षण किया। और अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।
UP Floods: गंगा में तेजी से बढ़ रहे जलस्तर के कारण नदी उफान पर है। इससे प्रयागराज के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है और घरों में नदी का पानी घुस गया है। यहां तक कि सड़कों पर वाहन की जगह नाव चल रही हैं। लोगों ने ऊपरी तल की ओर पहुंचना शुरू कर दिया है।
यूपी के वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। आस-पास के इलाकों के लिए ये खतरा बन रहा है। गंगा के पानी के पलट प्रवाह से वरुणा किनारे बसे घरों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। इस कारण इलाके में लोगों को परेशानी हो रही है।
UP Floods: गंगा-यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। प्रयागराज में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। महाकुंभ 2025 की तैयारियों के इलाके में भी बाढ़ का खतरा है। गंगा का पानी महाकुंभ की तैयारियों तक पहुंच रहा है।
यूपी के एटा में कासगंज और अन्य इलाकों में बाढ़ का खतरा है। गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण प्रशासन चौकन्ना हो गया है। गंगा किनारे गांवों में सतर्कता के लिए तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी किया गया।
UP Floods: गंगा उफान पर है। 24 घंटे में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। कासगंज, नरौरा, बुलंदशहर और अनूपशहर के इलाकों और आस-पास के गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है। इससे लोग परेशान हैं।
वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में श्मशान घाट पर चिता स्थल डूब रहे हैं। हरिश्चंद्र घाट पर पांच संस्कार स्थल जलमग्न हो गए। मणिकर्णिका घाट पर भी नीचे के स्थान पानी में डूब गए हैं।
यूपी में धीरे-धीरे गंगा का जलस्तर कम हो रहा है। लेकिन कानपुर में पीछे से आ रहे पानी से एक बार फिर कई गांवों में बाढ़ का खतरा है। साथ ही गर्रा और रामगंगा का जलस्तर भी अभी खतरे के निशान के पास है।
यूपी के हरदोई में गर्रा से आ रहे पानी के कारण कानपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। गंगा अब खतरे के निशान से 1 मीटर दूर है। ऐसे में कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी के कई गांवों पर बाढ़ का खतरा है।
पहाड़ों में बारिश के कारण बुधवार और गुरुवार की मध्य रात्रि को हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान पर पहुंच गया। गंगा के उफान से कांगड़ी गांव में गंगा का तटबंध टूट गया है।
पहाड़ों में भारी बारिश के कारण अलकनंदा नदी उफान पर आ गई। देवप्रयाग में जहां अलकनंदा खतरे के निशान के पार बहने लगी, वहीं हरिद्वार में गंगा ने चेतावनी का निशान पार कर दिया। देवप्रयाग में कई घाट जलमग्न।
कानपुर में गंगा बैराज से शनिवार की शाम को इस सीजन का रिकॉर्ड 2.46 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसका असर कटरी के गांवों के अलावा उन्नाव के शुक्लागंज और फतेहपुर के साथ ही प्रयागराज, वाराणसी पर होगा।
पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही वर्षा से गंगा के जलस्तर में 6 फीट बढ़ोतरी होने से गंगा नगर के समस्त घाटों पर सटकर बह रही है। गंगाजल का स्तर एक साथ छह फुट बढ़ जाने के बाद बाढ़ जैसी स्थिति बनती जा रही है।
गंगा नदी के जलस्तर में उफान का असर सरयू नदी पर दिखने लगा है। सरयू नदी शनिवार को बरहज में खतरे के निशान को पार कर गई है। राप्ती-रोहिन और गोर्रा का भी जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। लोगों में दहशत है।
गंगा का जलस्तर घटने से बाढ़ का पानी उतरते ही पक्के घाट मिट्टियों व मलबों से पट गये हैं। जिसकी सफाई नगर निगम के लिए चुनौती बनी है। हालांकि नगर निगम प्रशासन से नहीं लेकिन सामाजिक संस्थाएं आई हैं।