राजधानी दिल्ली में एक बार फिर प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है। रविवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 409 अंक दर्ज किया गया। इस दौरान लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी और कई अन्य दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता में म सुधार हुआ है, लेकिन एक दिन पहले यह फिर से 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गई थी। सोमवार को सुबह एक्यूआई 212 ‘खराब’ रहा, जो रविवार शाम 302 ‘बहुत खराब’ था।
Delhi weather: दिल्ली के लोगों को सोमवार को पलूशन से थोड़ी राहत मिलती दिखी है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में रविवार के मुकाबले 37 प्वाइंट की गिरावट दर्ज की गई है।
Delhi AQI Today: दिल्ली की हवा में हल्का सुधार हुआ है। हालांकि, हवा अब भी जहरीली बनी हुई है। बुधवार के मुकाबले दिल्ली का एक्यूआई काफी नीचे आया। बुधवार को दिल्ली का औसत एक्यूआई 424 था जो गुरुवार को 379 पर आ गया।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने वर्क फ्रॉर्म होम का फैसला किया है। अब दिल्ली सरकार के दफ्तरों में 50 फीसदी कर्मचारी घर से काम करेंगे और 50 फीसदी दफ्तर में आएंगे।
दिल्ली और आसपास के इलाके इन दिनों रिकॉर्डतोड़ प्रदूषण की गिरफ्त में हैं। खराब हवा की वजह से स्कूलों और दफ्तरों को भी बंद करना पड़ रहा है। इस बीच दिल्ली से सटे इलाकों की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जो अंतरिक्ष से ली गई हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ग्रैप-3 की पाबंदियों के बावजूद शनिवार को लगातार चौथे दिन 417 अंकों के एक्यूआई के साथ हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई। कहां कितना एक्यूआई?
गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में प्रदूषण को देखते हुए 2 सुविधा भी शुरू की गई हैं।
राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ है। मंगलवार शाम 30 से अधिक स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। इससे लोग सांस से जुड़ी परेशानियों के चलते बेहाल नजर आए।
दिल्ली के लोगों को अगले छह दिन तक प्रदूषित हवा से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। शनिवार को लगातार 11वें दिन औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के पार यानी बेहद खराब श्रेणी में रहा। यहां की हवा में प्रदूषक कणों का स्तर ढाई गुना से भी ज्यादा बना हुआ है।