दिल्ली में पलूशन से मिलती दिखी राहत, AQI में अच्छी गिरावट; आज कैसा रहेगा मौसम का हाल
- Delhi weather: दिल्ली के लोगों को सोमवार को पलूशन से थोड़ी राहत मिलती दिखी है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में रविवार के मुकाबले 37 प्वाइंट की गिरावट दर्ज की गई है।
दिल्ली के लोगों को सोमवार को पलूशन से थोड़ी राहत मिलती दिखी है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में रविवार के मुकाबले 37 प्वाइंट की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं शनिवार से यह 131 प्वाइंट नीचे गिरा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, सुबह नौ बजे दिल्ली में AQI 281 दर्ज किया गया, जबकि रविवार को शाम चार बजे यह 318 था। यानी आज AQI 37 प्वॉइंट नीचे गिरा है। वहीं शनिवार को AQI 412 दर्ज किया गया था। ऐसे में दो दिनों में AQI में अच्छी गिरावट दर्ज की गई है। IMD ने आज के मौसम को लेकर भी भविष्यवाणी की है।
आज कैसा रहेगा दिल्ली में मौसम का हाल
मौसम विभाग (IMD) ने सुबह या रात के समय मध्यम कोहरा छाए रहने का अनुमान जताया है। वहीं अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। सुबह साढ़े आठ बजे हवा में नमी का स्तर 85 फीसदी रहा। IMD ने बताया कि न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के सामान्य तापमान से 2.7 डिग्री अधिक है। बहरहाल, दिल्ली के 39 निगरानी केंद्रों में से 15 ने एक्यूआई को 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया। शादीपुर में सबसे अधिक खराब एक्यूआई (353) रहा।
एक हफ्ते में कुछ हद तक सुधरी हवा की सेहत
गौरतलब है कि शनिवार को AQI 412 दर्ज किया गया था। यह रविवार को घटकर 318 हुआ। सोमवार को इसमें और गिरावट हुई है और 281 पर पहुंच गया है। लगातार गिर रहे AQI को एक अच्छे संकेत के रूप में लिया जा रहा है। हवा की सेहत में धीरे-धीरे ही सही लेकिन सुधार देखी जा रही है।
पिछले रविवार AQI हो गया था 450 पार
दरअसल, दिल्ली में पिछले रविवार की सुबह वायु गुणवत्ता खतरनाक श्रेणी में पहुंच गई और एक्यूआई इस मौसम में पहली बार 450 को पार कर गया था। सीपीसीबी के मुताबिक, सोमवार को एक्यूआई और भी खराब हो गया और इस मौसम का सबसे अधिक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 495 दर्ज किया गया, जिसके बाद उच्चतम न्यायालय ने बढ़ते वायु प्रदूषण संकट से निपटने के लिए चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य बल (जीआरएपी) के तहत चौथा चरण शहर में लागू कर दिया। ऐसे में एक हफ्ते में हवा की सेहत में कुछ हद तक सुधार देखी गई है।