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भारत ने आईपीओ से दुनिया में सबसे अधिक 1.64 लाख करोड़ रुपये जुटाए

  • IPO News: पिछले साल दुनियाभर में पेश हुए आईपीओ में से 23% भारत में सूचीबद्ध हुए और इनके जरिए भारत ने 19.5 अरब डॉलर (लगभग 1.64 लाख करोड़ रुपये) जुटाए, जो दुनिया में सबसे अधिक है।

Drigraj Madheshia हिन्दुस्तान टीमMon, 24 Feb 2025 06:36 AM
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भारत ने आईपीओ से दुनिया में सबसे अधिक 1.64 लाख करोड़ रुपये जुटाए

IPO News: भारत ने 2024 में प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल दुनियाभर में पेश हुए आईपीओ में से 23% भारत में सूचीबद्ध हुए और इनके जरिए भारत ने 19.5 अरब डॉलर (लगभग 1.64 लाख करोड़ रुपये) जुटाए, जो दुनिया में सबसे अधिक है। इसके बाद अमेरिका के नेस्डैक में लिस्टेड आईपीओ ने 16.5 अरब डॉलर और न्यूयार्क स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड आईपीओ ने 15.9 अरब डॉलर जुटाए।

ब्लूम वेंचर्स की ओर से प्रकाशित इंडस वैली वार्षिक रिपोर्ट-2025 के अनुसार, वर्ष 2024 के दौरान भारत में कुल 268 आईपीओ सूचीबद्ध हुए, जिनमें 90 मेनबोर्ड और 178 छोटे-मध्यम उद्यम (SME) श्रेणी के हैं। 2024 में भारत का सबसे बड़ा आईपीओ हुंडई मोटर्स का था, जिसने ₹27,870 करोड़ का ताजा निर्गम जारी किया। यह विश्वस्तर पर भी 2024 का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ था।

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एसएमई आईपीओ में बंपर उछाल

रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि 2012 2024 तक एसएमई आईपीओ का औसत मार्केट कैप 4.5 गुना बढ़कर लगभग 100 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। वहीं, आईपीओ के समय औसत राजस्व तीन गुना बढ़कर करीब 70 करोड़ रुपये हो गया। इससे पता चलता है कि छोटे और मध्यम उद्यम भी अब पूंजी बाजार में मजबूत स्थिति बना रहे हैं।

क्विक कॉमर्स का योगदान

क्विक कॉमर्स क्षेत्र में भी भारत ने तेजी दिखाई। रिपोर्ट के अनुसार, यह बाजार वित्त वर्ष 2022 में 300 मिलियन डॉलर से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 (अनुमानित) में 7.1 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो 24 गुना की वृद्धि दर्शाता है। इस क्षेत्र में ब्लिंकिट 44% बाजार हिस्सेदारी के साथ शीर्ष पर है।

मार्केट कैप में गिरावट

हालांकि, रिपोर्ट में इसका भी जिक्र किया गया है कि आईपीओ पेश करने वाली कंपनियों के औसत मार्केट कैप में लगातार तीसरे साल गिरावट आई। यह 2021 में 3,800 करोड़ रुपये से घटकर 2022 में 3,000 करोड़ रुपये और 2023 में 2,770 करोड़ रुपये हो गया। यह संकेत देता है कि छोटी कंपनियां भी अब बाजार में उतर रही हैं।

क्या कहते हैं आंकड़े

- 2024 में दुनिया में लिस्ट हुए आईपीओ में से भारत का 23 फीसदी हिस्सा

- भारतीय आईपीओ ने 19.5 अरब डॉलर जुटाए

- सबसे बड़ा आईपीओ हुंडई मोटर्स का ₹27,870 करोड़ का था

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